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फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस प्लान : बिजनेस कैसे शुरू करें (कम लागत के व्यवसाय के अवसर )

फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस प्लान : बिजनेस कैसे शुरू करें (कम लागत के व्यवसाय के अवसर )

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दोस्तों अगर आप खाने में रुचि रखते हैं या फिर आपको खाना बनाना और खिलाना दोनों ही पसंद है तो हमारा आज का यह बिजनेस आपके लिए है। आज के बिजनेस आर्टिकल में हम बात करेंगे फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस प्लान के बारे में जैसा कि आप सभी जानते हैं कि फास्ट फूड वह फूड होता है जो हम अपने घर के खाने के अतिरिक्त बाहर खाते हैं और यह पारंपरिक व्यंजन से बिल्कुल हटकर होता है। बड़े हो या बच्चे सब न सिर्फ पसंद इसे बेहद पसंद करते हैं बल्कि बड़े ही चाव से इसे खाते भी हैं।

वैसे तो अधिकतर कर के हम घर में फास्ट फूड बनाना पसंद नहीं करते है बल्कि उसे बाहर किसी फास्ट फूड रेस्टोरेंट या फिर स्टाल में खाना पसंद करते हैं। हालांकि कई बार कोशिश करने पर भी बाहर जैसा फास्ट फूड घर में नहीं बन पाता या फिर यूं कह लें कि वह फीलिंग वह माहौल नहीं आता जो बाहर किसी फास्ट फूड रेस्टोरेंट में आता है। दोस्तों कितना अच्छा हो अगर हमारा अपना खुद का फास्ट फूड रेस्टोरेंट्स हो। जी हां दोस्तों आपने बिल्कुल सही पढ़ा अब तक आप फास्ट फूड खाने तक सीमित थे‌। मगर आप चाहें तो आप इसके बिजनेस करने के बारे में भी सोच सकते हैं। 

क्योंकि यह एक ऐसा बिजनेस है जिसमें जोखिम तो है मगर बहुत अच्छे से और लगन के साथ इस बिजनेस को किया जाए तो प्रॉफिट भी जबरदस्त होगा। मगर फास्ट फूड रेस्टोरेंट्स बिजनेस शुरू करने से पहले आपको क्षेत्र से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी होना अति आवश्यक है। तभी आप इस क्षेत्र में बिजनेस कर सकते हैं और सफल हो सकते हैं। इसलिए दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस प्लान से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को प्रदान करने वाले हैं। इसलिए हमारे आज के इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें चलिए शुरू करते हैं। -

फास्ट फूड क्या होता है?

फास्ट फूड क्या होता है?

दोस्तों जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है कि फास्ट यानी कि जल्दी से तैयार हो जाने वाले फूड जिसे हम फास्ट फूड कहते हैं। हालांकि यह जंग फूड के तौर पर भी जाना जाता है और यह पारंपरिक व्यंजनों से बिल्कुल हटकर होता है। रेस्टोरेंट और स्ट्रीट फूड स्टॉल में इस तरह के फूड की प्रिपरेशन हमेशा पहले से ही करके रखी जाती है। ताकि ग्राहक के आने के बाद बहुत ज्यादा समय न लगे। वर्तमान समय में इस तरह का फ़ूड बच्चों को बहुत ज्यादा पसंद आता है और वो इन्हे बहुत ज्यादा खाना पसंद करते हैं। 

फास्ट फूड की लिस्ट में पिज़्ज़ा, बर्गर,फ्राई, चाउमिन, जैसी चीजें शामिल है जो अधिकतर बच्चों को बहुत ज्यादा पसंद है। इसलिए तो बच्चे इन्हे देखकर ज्यादा देर तक दूर नहीं रह पाते और हमेशा इन्हें खाने कि जिंद करते रहते हैं।

फास्ट फूड में आने वाले व्यंजन -

फास्ट फूड में आने वाले व्यंजन -

दोस्तों फास्ट फूड के अंतर्गत यदि आने वाले व्यंजन की बात की जाए तो आजकल इसका मैन्यू बहुत बड़ा हो गया है। पहले यह सिर्फ बर्गर चाऊमीन और पिज़्ज़ा पर ही आधारित हुआ करता था। लेकिन अब तो बहुत सारी वैरायटी इसमें शामिल हो गई है। जैसे कि बर्गर, पिज़्ज़ा, मोमोज, फ्रेंच फ्राइज, नूडल्स, मैगी, स्वीट कॉर्न, दबेली, वडापाव, फिंगर चिप्स, स्प्रिंग रोल, बर्गर, पिज़्ज़ा,पाव भाजी, चिकन रोल, वेज रोल, आमलेट बेबीकॉर्न और इन सभी में और अलग-अलग वैरायटी शामिल हो गई हैं। 

इन सब चीजों के साथ लोग साफ्ट और कोल्डड्रिंक भी पसंद करते हैं। अब आप समझिए कि यदि नूडल की बात की जा रही है तो इसमें आपको दस तरह की वैरायटी आ मिल जाएंगी। मोमोज बेबीकार्न और बर्गर आदि में भी आपको तरह-तरह की अनेकों वैरायटी और टेस्ट में देखने को मिल जाएंगे।

फास्ट फूड का बिजनेस क्या होता है। -

फास्ट फूड का बिजनेस क्या होता है। -

दोस्तों जैसा कि हमने आपको पहले ही कहा कि यदि आपको खाने के बारे में अच्छे से पता है और आप इस के शौकीन हैं तो आप फास्ट फूड का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस के अंतर्गत आप फास्ट फूड कॉर्नर स्ट्रीट फूड स्टॉल या फिर बड़े स्तर पर इसका बिजनेस करने के लिए रेस्टोरेंट को खोलना बहुत ही अच्छा विचार है। वर्तमान समय में रेस्टोरेंट्स बिजनेस करना हर तरह से एक फायदे का सौदा है इसके लिए आपको बहुत ज्यादा भागदौड़ करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। बदलते परिवेश में फास्ट फूड का चलन बहुत तेजी से बढ़ता जा रहा है। आजकल सभी अपने लाइफ में बहुत ही ज्यादा बिजी है। 

महिलाएं भी बाहर निकल कर काम कर रही है, जिसके कारण जल्दी में लोग इसकी तरफ आकर्षित हो रहे हैं। जो कि कम पैसे में ही जल्दी से मिलने वाला फ़ूड है। फास्ट फूड की बिजनेस में कदम रखने से पहले से बहुत सारी ऐसी बातें हैं जिस पर विचार करना बहुत जरूरी है। जरूरी नहीं कि आप फास्ट फूड का बिजनेस शुरू कर रहे हैं तो आप सफल ही होंगे उसके लिए बहुत सारी ऐसी चीजें हैं जिन्हें हमें पहले से तय करना होगा उसके बाद ही हम इस बिजनेस को करें और आगे बढ़ सकते हैं।

फास्ट फूड बिजनेस करने के फायदे -

फास्ट फूड बिजनेस करने के फायदे -

दोस्तों जाहिर है कि हर बिजनेस के अपने कुछ फायदे और कुछ नुकसान होते ही हैं। लेकिन अगर आप गौर से देखें तो आप पाएंगे कि फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस एक ऐसा बेहतरीन बिजनेस प्लान है। जहां पर अगर आप सही प्लानिंग और सही मैनेजमेंट के अंतर्गत काम करते हैं तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है। इसके साथ ही इसे कुछ ऐसे बेहतरीन फायदे हैं जिसके बारे में शायद ही आपने ध्यान दिया होगा। तो चलिए हम बताते हैं।

1- एक साथ बहुत सारे कस्टमर अटेंड कर सकते हैं -

अगर आप फास्ट फूड रेस्टोरेंट के क्षेत्र में बिजनेस करते हैं तो आप एक ही समय पर एक साथ बहुत सारे कस्टमर को अटेंड कर सकते है। चूकि फास्ट फूड रेस्टोरेंट में कोई भी फास्ट फूड डिश बहुत ही कम मात्रा में और बहुत जल्दी तैयार हो जाती है। इसलिए एक साथ 10 से 12 कस्टमर को भी हैंडल किया जा सकता है और इससे ज्यादा कस्टमर भी अगर आ जाए तो भी दिक्कत नहीं होती है। क्योंकि सबकी पसंद अलग-अलग होती है।

2 - क्विक सर्विस -

जैसा कि नाम से ही लग रहा है कि यह जल्दी से तैयार होने वाली डिश के अंतर्गत आता है तो इसकी सर्विस भी बहुत फास्ट होती है। जिसके चलते कस्टमर्स को ज्यादा समय नहीं देना होता और जल्दी से जल्दी उनका आर्डर उनके सामने आता है।

3 - ढेर सारी वैराइटी -

फास्ट फूड  के अंतर्गत बहुत सारी वैराइटीज मिलती है जिससे आप एक ही डिश पर निर्भर नहीं रहते आपके पास मैन्यू में बहुत सारी डिशेस होती है। जो आप अपने कस्टमर के सामने सर्व कर सकते हैं और जिससे आपकी कस्टमर की संख्या हर रोज बढ़ती है।

4 - कम लागत -

फास्ट फूड का बिजनेस कम लागत लगने वाला बिजनेस है। जिस तरह से क़्वीक सर्विस में जल्दी से तैयार होने वाला है उसी तरह इसकी लागत भी कम लगती है। वैसे भी अगर सीजनल सब्जियों और फलों का इस्तेमाल होता है तो आप कम लागत में अपने ग्राहक को डिशेज कि ज्यादा वैरायटी दे पाते हैं।

5 - लोगों की पहली पसंद -

वर्तमान समय में फास्ट फूड लोगों की पहली पसंद बनता जा रहा है क्योंकि इसमें बहुत सारी वैराइटीज होती है। अधिकतर चीजें जो होती है वह बच्चों से लेकर बड़ों तक को पसंद होती है और बहुत सारे लोग तो को खाने को लेकर बहुत ज्यादा पोसेसीव भी होते हैं। उन्हें उस टाइम पर वह फूड चाहिए होता और अगर एक बार उन्हें कहीं का और पसंद आ जाता है। तो वह रोज उसी रेस्टोरेंट्स और स्टॉल में जाते हैं। ऐसे में बहुत सारे रेगुलर कस्टमर भी बनते हैं।

6 - प्रतिदिन की कमाई पर आधारित -

फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस की सबसे अच्छी बात यह है कि जिसमें आप रोज की अच्छी कमाई कर सकते हैं। बस आपको वैरायटी और फ्लेवर और टेस्ट अच्छा रखना होगा जिसकी वजह से आपके कस्टमर बनते हैं और हर रोज सुनें कुछ कस्टमर ऐड होते चले जाते हैं। जिससे रोज की कमाई भी बढ़ती जाएगी जो खर्च से अलग करके आप रख सकते हैं।

7 - सेलिब्रेशन का हिस्सा -

दोस्तों आजकल लोगों में खास तौर पर युवाओं में फास्ट फूड कोर्ट में बर्थडे और कोई स्पेशल मोमेंट सेलिब्रेट करने का बढ़ा क्रेज है। और अगर यह कॉलेज और स्कूल या फिर किसी कोचिंग सेंटर के पास होता है तो यंगस्टर के लिए वह सेलिब्रेशन का एक अच्छा जगह होता है। 

इसीलिए आजकल अधिकतर लोग फास्ट फूड कोर्ट में सेलिब्रेशन करना पसंद करते हैं क्योंकि वहां उनके पसंद का खाना अवेलेबल होता है वह वैराइटीज में चीजें आर्डर करते हैं और दाम भी बहुत ही बजट में होता है। यही मुख्य वजह है कि आजकल फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस बहुत ही तेजी से ग्रुप कर रहा है और अब तो लोग इसके इंटीरियर और फर्नीचर डिजाइनिंग में भी अच्छा खासा इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं।

फ़ास्ट फ़ूड रेस्टोरेंट बिजनेस हेतु आवश्यक दस्तावेज -

फ़ास्ट फ़ूड रेस्टोरेंट बिजनेस हेतु आवश्यक दस्तावेज -

अगर आप अपना फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस शुरू कर रहे हैं तो इसके लिए आपको कुछ दस्तावेजों की भी आवश्यकता पड़ेगी। इन आवश्यक दस्तावेजों के बिना आप अपना रेस्टोरेंट नहीं शुरू कर पाएंगे।  फास्ट फ़ूड रेस्टोरेंट बिजनेस शुरू करने के लिए आपको कुछ मुख्य दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है। यह दस्तावेज निम्नलिखित हैं - 

1. फूड लाइसेंस - 

आपको अपना रेस्टोरेंट खोलने के लिए एफएसएसएआई से फूड लाइसेंस प्राप्त करना होगा। एफएसएसएआई के फूड लाइसेंस के बिना आप अपना रेस्टोरेंट नहीं शुरू कर सकते हैं। अगर आप फ़ूड लाइसेंस के बिना अपना रेस्टोरेंट शुरू करते हैं तो आपके ऊपर कानूनी कार्यवाही की जा सकती हैं।

2. हेल्थ लाइसेंस - 

आपको अपना रेस्टोरेंट शुरू करने के लिए लोकल म्युनिसिपालिटी से हेल्थ लाइसेंस इश्यू कराना होगा। इस हेल्थ लाइसेंस को जारी कराने के लिए आप अपने एरिया के चेयरमैन से संपर्क कर सकते हैं।

3. सेफ्टी लाइसेंस

आपको अपने एरिया के पुलिस थाने से एक सेफ्टी लाइसेंस इश्यू कराना होगा।  इस लाइसेंस को जारी कराने के लिए आप अपने इलाके के पुलिस अधीक्षक से संपर्क कर सकते हैं। वह आपको बता देंगे कि सेफ्टी लाइसेंस इश्यू कराने के लिए आपको किस तरह आवेदन करना होगा और किन किन दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ेगी।

4. जीएसटी नंबर

जीएसटी गुड्स एंड सर्विस टैक्स होता है। यह भारत सरकार द्वारा लिया जाता है। आप अपना रेस्टोरेंट खोल रहे हैं तो आपको अपने व्यवसाय का जीएसटी नंबर लेना होगा।  जीएसटी नंबर के लिए आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। ऊपर बताए गए इन आवश्यक दस्तावेजों को जारी कराने के लिए आपको अपना आधार कार्ड या वोटर आईडी या पैन कार्ड आदि की फोटो कॉपी आवेदन पत्र के साथ संलग्न करनी होगी। 

इसके अलावा आपको अपनी दो पासपोर्ट साइज फोटो तथा अपना निवास प्रमाण पत्र आदि सर्टिफिकेट भी संलग्न करने होंगे। जब आप ऊपर बताए गए लाइसेंस जारी करा लेंगे तो उसके बाद आप अपना व्यवसाय आराम  से शुरू कर सकते हैं।

फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस कैसे शुरू करें -

फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस कैसे शुरू करें -

दोस्तों अब तक आप फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस से संबंधित अधिकांश जानकारियों को पढ़ चुके होंगे। अब हम आते हैं मुद्दे कि बात पर यानी फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस को शुरू करने कि मुख्य प्रकिया पर जो कि निम्नलिखित है। -

1. सही जगह का चुनाव -

दोस्तों, फ़ास्ट फ़ूड रेस्टोरेंट खोलने के लिए आपको सही जगह का चुनाव करना होगा। बहुत बार ऐसा होता है कि लोग गलत लोकेशन पर अपना रेस्टोरेंट खोल देते हैं जिसकी वजह से उन्हें घाटे का सामना करना पड़ता है। कई बार तो व्यवसाय को बंद करने तक की नौबत भी आ जाती है। आप सोच रहे होंगे कि यह कैसे पता चलेगा कि कौन सी जगह सही है और कौन सी जगह सही नहीं है ? अपने फास्ट फूड रेस्टोरेंट्स को खोलने के लिए आप एक ऐसी जगह की तलाश करें जहां पर भीड़ भाड़ होती हो, रात या शाम को लोग उस तरफ टहलने जाते हैं। 

कोशिश करें कि आपका रेस्टोरेंट मार्केट के अंदर ही हो। जब आपका रेस्टोरेंट शहर के हॉटस्पॉट पर होगा तो वहां रेस्टोरेंट बहुत अच्छा चलेगा। अपने रेस्टोरेंट को शहर से दूर किसी कम भीड़भाड़ वाले इलाके में बिल्कुल भी न खोलें क्योंकि वहां पर ज्यादा मात्रा में ग्राहक नहीं आएंगे। 

जिससे आपको व्यवसाय में नुकसान होगा। साथ ही रेस्टोरेंट खोलते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि जहां पर आप रेस्टोरेंट खोल रहे हैं , उस एरिया में बिजली, पानी आदि की व्यवस्था कैसी है? यदि उस इलाके में बिजली की कटौती होती है तो आप जनरेटर या इनवर्टर की भी व्यवस्था रखें। पानी के लिए आप रेस्टोरेंट में आरो लगवा सकते हैं, ताकि आपके ग्राहकों को साफ पानी मिल सके।

2. सही बिजनेस प्लान -

किसी भी व्यवसाय शुरू करने से पहले उसका एक बिजनेस प्लान बनाया जाता है। बिना प्लानिंग के किया गया काम ज्यादातर सफल नहीं होता है, इसलिए आप पूरी प्लानिंग के साथ ही अपना व्यवसाय शुरू करें।अपने बिजनेस प्लान में आप अपने बिजनेस से संबंधित सभी चीजें को दर्ज करें, जैसे कि बिजनेस शुरू करने में कितनी लागत आएगी, आइटम्स का रेट आप क्या रखेंगे, कर्मचारियों का क्या वेतन होगा, बिजनेस की मार्केटिंग कैसे करेंगे, मार्केटिंग में कितना खर्चा आएगा, आपके रेस्टोरेंट्स की स्पेशियलिटी क्या होगी, फर्नीचर कैसा होगा, रेस्टोरेंट की इंटीरियर डिजाइनिंग कैसी होगी, आप अपने व्यवसाय  के लिए क्या लक्ष्य निर्धारित कर रहे हैं, आदि  इन सभी बातों को अपने बिजनेस प्लान में अवश्य शामिल करें। 

सही जगह का चुनाव करने के बाद सही बिजनेस प्लान बनाना बहुत आवश्यक है। यूं तो बाकी कई सारे बिजनेस में पहले बिजनेस प्लान बनाया जाता है और बाद में जगह आदि का चुनाव किया जाता है। चूंकि आप अपना रेस्टोरेंट खोलना चाहते हैं इसलिए इस व्यवसाय में जगह का चुनाव पहले किया जाता है। बाद में उसी हिसाब से  आप अपना बिजनेस प्लान बनाएंगे।

3. वित्त प्रबंधन -

दोस्तों, किसी भी व्यवसाय को शुरू करने के लिए अच्छे खासे निवेश की आवश्यकता होती है। व्यवसाय में लगने वाली लागत इस बात पर निर्भर करती है कि आप कितना बड़ा व्यवसाय खोल रहे हैं।  अगर आप अपना छोटा  रेस्टोरेंट खोलना चाहते हैं तो इसमें कम लागत की आवश्यकता होगी। ऐसा मुमकिन है कि छोटे रेस्टोरेंट को खोलने में लगने वाली लागत आप अपने पास से लगा पाए। लेकिन अगर आप अपना बड़ा रेस्टोरेंट खोलना चाहते हैं तो उसमें लगने वाली सारी लागत आप वहन नहीं कर पाएंगे। ऐसे में आपको अपने व्यवसाय के लिए निवेशकों की आवश्यकता होगी जो आपके व्यवसाय में इक्विटी के बदले अपना पैसा निवेश करेंगे। 

इसलिए यह बहुत जरूरी है कि बिजनेस प्लान बनाने के बाद आप अपने व्यवसाय को शुरू करने में लगने वाली लागत के बारे में भी विचार कर ले। अगर आपको अपने व्यवसाय के लिए निवेशकों की आवश्यकता हो तो उसके लिए आपको बाज़ार में निवेश करने वाले लोग  ढूंढने होंगे। यदि आपअपने व्यवसाय में किसी और का पैसा नहीं लगाना चाहते हैं तो आप सिर्फ अपना पैसा लगाकर भी अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। अगर आप अपने आप से छोटा रेस्टोरेंट्स खोल सकते हैं तो आप शुरुआत में छोटा रेस्टोरेंट खोलिए बाद में जैसे-जैसे मुनाफा बढ़ता जाए, आप अपने रेस्टोरेंट को भी बढ़ाते जाइएगा।

4. दुकान की सजावट -

दोस्तों, रेस्टोरेंट की सजावट यानी कि उसकी इंटीरियर डिजाइनिंग भी बहुत महत्व रखती है। आज के समय में थीम रेस्टोरेंट्स का चलन बढ़ा है। थीम रेस्टोरेंट्स किसी एक थीम पर आधारित होते हैं। आप चाहे तो किसी एक थीम पर अपना रेस्टोरेंट खोल सकते हैं। उस थीम के अनुरूप ही आपके रेस्टोरेंट की इंटीरियर डिजाइनिंग और सजावट होगी। दुकान की सजावट में भी अच्छा खासा खर्चा आता है। एक बार इंटीरियर डिजाइनिंग कराने के बाद आप अगर उस थीम को बदलना चाहेंगे तो उसमें बहुत खर्चा आएगा। इसलिए सोच समझकर ही अपने रेस्टोरेंट की सजावट या इंटीरियर डिजाइनिंग करवाएं। 

इसके लिए आप अपने दोस्तों और बिजनेस पार्टनर आने की सलाह ले सकते हैं।  दुकान की इंटीरियर डिजाइनिंग कराते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि डिजाइन आप के ग्राहकों को आकर्षित करें, उनको लुभावनी लगे। मान लीजिए आप हमें रेस्टोरेंट्स थीम किसी गेम पर रखना चाहते हैं तो आप अपनी रेस्टोरेंट की इंटीरियर डिजाइनिंग गेम से जुड़ी चीजों से कर सकते हैं। आप उस खेल के पोस्टर, उसके खिलाड़ियों की फोटोज, खेल का सामान आदि चीजों से अपने रेस्टोरेंट्स को सजा सकते हैं।

कई बार आपने देखा होगा कि कुछ रेस्टोरेंट की थीम ग्रामीण अंचल पर आधारित होती है तो उस रेस्टोरेंट के अंदर सब कुछ ग्रामीण परिवेश के जैसा होता है। खाने के बर्तन से लगाकर बैठने के फर्नीचर आदि तक सबकुछ ग्रामीण अंचल जैसा ही होता है। इसलिए आप भी अपने रेस्टोरेंट के लिए एक सही और किफायती इंटीरियर डिजाइनिंग का चुनाव करें।

5. कर्मचारियों का चयन -

दोस्तों, कर्मचारियों का चयन सबसे महत्वपूर्ण कदम है। आप फास्ट फूड रेस्टोरेंट खोल रहे हैं इसलिए ऐसे कर्मचारियों का चयन करें, जिनको फ़ास्ट फ़ूड बनाना आता हो। कर्मचारियों का चयन करते वक्त उनका एक टेस्ट जरूर ले। टेस्ट लेने के बाद ही आप उनको भर्ती करें। इस बात का ध्यान रखें कि हर व्यक्ति एक अच्छा और स्वादिष्ट फास्ट फ़ूड नहीं बना सकता है। अगर आपके पास बजट ज्यादा है तो आप किसी अच्छे सेफ को भी हायर कर सकते हैं। अगर आपका बजट कम है तो आप ऐसे में फास्ट फ़ूड बनाना जानने वाले व्यक्ति को नियुक्त कर सकते हैं। 

इस बात का ध्यान रखें कि उसे अच्छा फास्ट फ़ूड को बनाना आता हो। एक दो कुक के अलावा आपको कुछ वेटर भी हायर करने होंगे क्योंकि खाना बनाने वाला खाना सर्व नहीं कर पाएगा। खाना सर्व करने के लिए आपको वेटर की आवश्यकता होगी जो कस्टमर से उनका ऑर्डर ले सके और खाना सर्व कर सके। इसके अलावा आपको एक रिसेप्शनिस्ट की भी जरूरत होगी। रिसेप्शनिस्ट नियुक्त करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि वह बोलने में अच्छी हो यानी कि बातचीत अच्छे से करती हो। इसके अलावा आपको एक गॉर्ड भी हायर करना होगा। गॉर्ड सिक्योरिटी के लिए बहुत जरूरी है। इतने कर्मचारियों के साथ आप अपने रेस्टोरेंट को आराम से शुरू कर सकते हैं।

6. आवश्यक उपकरण एवं कच्चा माल -

इतनी सारी चीजें होने के बाद आपको अपने रेस्टोरेंट के लिए कुछ उपकरणों की भी आवश्यकता होगी। यह उपकरण मुख्यता फास्ट फूड बनाने से ही संबंधित होंगे। जैसे कि आपको एक मिक्सर, अवन, माइक्रोवेव, फ्रिज, हीटर, रोस्टर आदि की जरूरत होगी। इसके अलावा आपको गैस चूल्हा की भी आवश्यकता होगी। आप चाहे तो फ्रिज, माइक्रोवेव आदि उपकरण पुराने भी खरीद सकते हैं। अगर आप पुराने उपकरणों को  खरीदेंगे तो ये आपको काफी सस्ते पड़ जाएंगे। अगर आपका बजट अच्छा है तो आप नए उपकरण भी खरीद सकते हैं। गैस के लिए आप चाहे तो गैस पाइपलाइन लगवा सकते हैं। 

अगर आप पाइपलाइन नहीं लगवाना चाहते हैं तो आप सिलेंडर खरीद कर भी अपना काम शुरू कर सकते हैं। इन सब सामानों के साथ आप अपने रेस्टोरेंट में अग्निशामक यंत्र भी अवश्य रखें। कई बार आग लगने का खतरा होता है इसलिए अग्निशामक यंत्र को रखना बिल्कुल भी न भूलें। आप अपने रेस्टोरेंट के लिए कच्चा माल पास की मार्केट या सब्जी मंडी से खरीद सकते हैं। अगर आप मंडी से सब्जी खरीदेंगे तो आपको सब्जी सस्ती पड़ेगी क्योंकि रेस्टोरेंट के लिए आपको ज्यादा मात्रा में सब्जी खरीदनी होगी इसलिए मंडी से सब्जी खरीदना आपके लिए बेहतर रहेगा। एक बेहतरीन फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस शुरू करने के लिए आपको निम्नलिखित चरणों से होकर गुजरना होगा।

फास्ट फूड बिजनेस में मार्केटिंग कैसे करें -

फास्ट फूड बिजनेस में मार्केटिंग कैसे करें -

दोस्तों फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस के क्षेत्र में मार्केटिंग बहुत ज्यादा जरूरी है क्योंकि जब लोग आपके रेस्टोरेंट्स स्टॉल को जानेंगे तभी वह आएंगे और किसी भी बिजनेस का वर्क तभी आगे बढ़ेगा जब उनके अच्छे कस्टमर होंगे। जो कस्टमर प्रतिदिन आने वाले होने चाहिए तो आइए जानते है कि इस क्षेत्र में मार्केटिंग करने के क्या टिप्स होंगे जिन्हें हमें फॉलो करना चाहिए -

1- स्थानीय खाद्य ब्लॉगर से मिले -

जैसा कि हम सभी देख रहे हैं कि एक बदलते परिवेश में अधिकतर लोग सोशल नेटवर्किंग साइट का इस्तेमाल करते हैं। हम सभी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ब्लॉग को तो देखा ही होगा उन्हें लाइक फॉलो और सब्सक्राइब भी करते हैं। 

से में अपने बिजनेस को और आगे बढ़ाने के लिए हम इस प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप चाहे तो किसी फूड ब्लॉगर से भी संपर्क कर सकते हैं फूड ब्लॉगर का मुख्य काम आपके फास्ट फूड रेस्टोरेंट को रेटिंग करना उस जगह पर विजिट करके उसके बारे में लोगों को बताना और आपके यहां के पॉपुलर डिश को टेस्ट कर अपने एक्सपीरियंस को अपने फॉलोअर्स और इनफ्लुएंसर्स के साथ साझा करना होता है। हालांकि आप चाहे तो इसके लिए किसी फूड ब्लॉगर को हायर भी कर सकते हैं और इस पर आपके बिजनेस का बहुत अच्छी तरह से प्रचार भी हो जाएगा।

2- सोशल नेटवर्किंग साइट पर सक्रिय रहे -

जैसा कि अभी हमने बताया कि बहुत सारे ऐसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है जिससे जुड़कर आप अपने बिजनेस को आगे बढ़ा सकते हैं। तो सिर्फ इनसे जुड़ जाने से ही आप आगे नहीं बढ़ जाएंगे, आपको आगे बढ़ने के लिए सोशल नेटवर्किंग साइट पर सक्रिय रहने की आवश्यकता है। हमेशा यह ध्यान देने की आवश्यकता है कि मार्केट में क्या चल रहा है। आपकी स्टॉल, रेस्टोरेंट का जो सबसे फेमस डिश हो या फिर यूं कहें कि जो सिग्नेचर डिश हो उस डिश को बनाकर उसकी फोटो लेकर आप सोशल मीडिया पर अपलोड कर सकते हैं और उसमें अपने आसपास के सभी खाद्य ब्लॉगर को टैग भी कर सकते हैं। 

ऐसे में जो लोग आप से जुड़ेंगे वह आपके पेज को लाइक करेंगे फॉलो करेंगे और आपके सब्सक्राइबर भी बढ़ेंगे। आप जो भी बनाए उसकी फोटो या उसके बनाने की तरीके को जरूर अपलोड करें जिससे लोग आपसे जुड़े क्योंकि कोई भी बिजनेस तभी चलता है। जब लोग जुड़ते हैं और लोग आपको जानने लगते हैं और आप से प्रोडक्ट को खरीदने लगते हैं।

3 - पंपलेट और लोगो डिजाइन -

दोस्तों कहते हैं कि कोई भी चीज दिखती है तभी बिकती है। इसलिए आप अपनी फास्ट फूड रेस्टोरेंट्स का लोगो और पैमप्लेट बी प्रोफेशनल ग्राफिक डिजाइनर से साइन करवाएं और जगह जगह पर पेंपलेट चिपकाए भीड़भाड़ वाले स्थान पर लोगों में बांटे। आपके रेस्टोरेंट का पंपलेट और लोगो इतना आकर्षक होना चाहिए कि वह लोगों के दिमाग में बैठ जाए। आजकल 3D स्टाइल में वीडियोस बनवाए जा रहे हैं जो लोगों का आकर्षण का केंद्र है। उस कुछ सेकंड के वीडियोस में आप का लोगो और आपके फास्ट फूड रेस्टोरेंट्स दुकान या स्टॉल की पूरी डिटेल्स होती है। 

वह लोगो ऐसा होता है कि इंसान कुछ देर तक उसके बारे में सोच सके। उस थोड़ी देर के लोगो में वह सब कुछ होना चाहिए जो एक जरूरी पंपलेट में छपा होता है। आपकी दुकान की कुछ फेमस डिश के बारे में भी बताना चाहिए और उसके साथ ही उसके मिनिमम प्राइस को भी निर्धारित कर के कस्टमर को बताएं। जिसे देखकर कस्टमर आकर्षित होगा और आपकी रेस्टोरेंट पर एक बार तो विजिट करेगा ही करेगा और अगर उसे पहली बार मैं आपके डिश और सर्विस पसंद आ गया तो फिर वह बार-बार आएगा। तो दुकान का लोगो और पंपलेट बहुत ही ज्यादा इंपॉर्टेंट होता है। जिससे आपकी दुकान का पहचान और बिक्री दोनों ही बढ़ता है।

4 - एसएमएस और ईमेल मार्केटिंग -

दोस्तों जैसा कि आप सभी ने देखा होगा कि आजकल बड़े बड़े मॉल और रेस्टोरेंट्स भी अपने ऑफर को टेक्स्ट मैसेज और ईमेल के माध्यम से अपने ग्राहकों को बताते हैं। क्योंकि स्मार्ट फोन हर किसी के पास हो ना हो मगर एक नॉर्मल फोन जिसमें सिंपल सा टेक्स्ट मैसेज आता है वह सभी के पास है। इस लिहाज से आपके लिए एसएमएस और ईमेल मार्केटिंग  अपने फास्ट फूड रेस्टोरेंट मार्केटिंग का एक बहुत ही बेहतरीन तरीका हो सकता है।

फ़ास्ट फ़ूड बिजनेस हेतु एडवरटाइजिंग -

फ़ास्ट फ़ूड बिजनेस हेतु एडवरटाइजिंग -

दोस्तों किसी से बिजनेस को शुरू करने के लिए दिखनी ज्यादा जरूरी कुछ बिजनेस की मार्केटिंग होती है उससे कहीं ज्यादा जरूरी उस दिन का एडवर्टाइजमेंट सेक्टर होता है। फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस कि मार्केटिंग आप एक लिमिटेड एरिया तक ही कर सकते हैं। किंतु एडवर्टाइजमेंट यानी कि विज्ञापन एक ऐसा माध्यम है जिसकी मदद से आप शहर के कोने-कोने में अपनी बहुत बना सकते हैं। आपने अक्सर यह देखा होगा कि लोग अपना फास्ट फूड रेस्टोरेंट खोलते तो हैं मगर वह रेस्टोरेंट उम्मीद के मुताबिक चल नहीं पाते हैं। कई बार खुलने के कुछ समय बाद ही वे रेस्टोरेंट्स हमेशा के लिए बंद हो जाते हैं। 

क्या आपने कभी सोचा है कि फास्ट फूड लोगों को इतना ज्यादा पसंद है तो क्यों कुछ रेस्टोरेंट्स में उम्मीद के मुताबिक बिक्री नहीं हो पाती। दोस्तों, व्यवसाय कोई भी हो उसको अच्छा चलाने के लिए उसकी मार्केटिंग कराना बहुत जरूरी होता है। बिना मार्केटिंग के कोई भी बिजनेस अच्छे से नहीं चल सकता है। अगर आप अपने फ़ास्ट फूड रेस्टोरेंट की एडवरटाइजमेंट कराना चाहते हैं तो इसके लिए ऑनलाइन एडवर्टाइजमेंट एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।

अपने फास्ट फूड रेस्टोरेंट्स के ऑनलाइन एडवर्टाइजमेंट के लिए आप गूगल, यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि पर ऐड दे सकते हैं। ऑनलाइन एडवरटाइजमेंट आपको आपके टारगेट ऑडियंस तक पहुंचने में मदद करता है। साथ ही ऑनलाइन एडवरटाइजमेंट आज के समय में मार्केटिंग का बहुत अच्छा विकल्प है।

फेसबुक - 

फेसबुक पर आप अपने रेस्टोरेंट का एडवर्टाइजमेंट दे सकते हैं। इसके लिए आपको एडवर्टाइजमेंट शुल्क चुकाना पड़ेगा। यह शुल्क समय और कितने लोगों तक अपने विज्ञापन को पहुंचाना चाहते हैं इस पर निर्भर करता है। जितने ज्यादा लोगों तक आप अपने विज्ञापन को पहुंचाएंगे, शुल्क उसी हिसाब से बढ़ता जाएगा। इसके अलावा फेसबुक पर अपने रेस्टोरेंट का पेज भी बना सकते हैं। जब आपके रेस्टोरेंट का फेसबुक पर पेज होगा तो उससे भी आपकी अच्छी मार्केटिंग होगी।

इंस्टाग्राम - 

इंस्टाग्राम भी आज के समय में एडवर्टाइजमेंट करने का एक अच्छा विकल्प है। फेसबुक की भांति आप इंस्टाग्राम पर भी अपने व्यवसाय का प्रचार कर सकते हैं। इंस्टाग्राम पर एडवरटाइजिंग के द्वारा  आप अपने रेस्टोरेंट की अच्छी मार्केटिंग कर सकते हैं।

यूट्यूब -  

आज के समय में यूट्यूब करोड़ों लोग देखते हैं। यूट्यूब पर हर किसी के हिसाब से उनकी पसंद के अनुसार वीडियो मौजूद रहते हैं। हर आयु वर्ग के लोग यूट्यूब पर वीडियोस देखते हैं। यूट्यूब पर ऐड देना आपके व्यवसाय के लिए काफी अच्छा साबित हो सकता है। 

यूट्यूब पर ऐड देने के लिए आप चाहे तो किसी फेमस यूट्यूबर पर से संपर्क कर सकते हैं। इसके लिए आपको उस यूट्यूबर को पैसे देने होंगे। इसके अलावा आप यूट्यूब कम्युनिटी से संपर्क करके भी अपने रेस्टोरेंट का ऐड दे सकते हैं। यह दोनों ही माध्यम ऐड देने के बेहतरीन माध्यम है। मान लीजिए कि आप यंग ग्राहकों को आकर्षित करना चाहते हैं, तो आप किसी ऐसे यूट्यूबर को अपने रेस्टोरेंट का ऐड दे सकते हैं जिसकी यंग ऑडिएंस हो।

गूगल ऐड - 

गूगल अपने यूज़र्स को ऐड चलाने का विकल्प देता है। इसके यह आपको गूगल को शुल्क चुकाना पड़ता है। आपका ऐड गूगल  और गूगल से संबंधित अन्य वेबसाइट पर दिखेगा। गूगल मार्केटिंग का एक अच्छा विकल्प है। आप चाहे तो अपने रेस्टोरेंट का एक ऐप भी बना सकते हैं। इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर पर लोगों को प्रोवाइड करा सकते हैं। आप अपने ऐप का ऐड भी गूगल ऐड के जरिए दे सकते हैं

फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस में लागत -

फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस में लागत -

दोस्तों अगर इस फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस में लगने वाले लागत की बात की जाए तो वैसे आपके पास जितना भी बजट हो आप इसे उतने में ही शुरू कर सकते हैं। लेकिन फिर भी आपके पास इस बिजनेस को शुरू करने के लिए कम से कम 30 से 50 हजार रुपए तो होनी ही चाहिए। अगर आप एक छोटा स्टॉल लगाकर इस बिजनेस को शुरू करना चाहते हैं तो भी आपको इतना बजट रखना पड़ेगा। अगर आप एक बड़ा रेस्टोरेंट खोलना चाहते हैं कि कि बजट बहुत ज्यादा भी हो सकता है लगभग 1 से 2 लाख या 5 लाख रुपए तक। इसमें आपकी शॉप के किराया से लेकर इंटिरियर खाना बनाने के लिए जिन सामान की आवश्यकता होती है। 

वह सभी सामान और जो भी स्टाफ आप रखेंगे उनको आप कितना पेमेंट करेंगे यह सब कुछ आता है। बाकी कानूनी चीजें जैसे कि जीएसटी वगैरह आपको जो भी लाइसेंस बनवाने करना हो वह सब करने के लिए जो पैसे लगेंगे वह सब इसमें आ जाएगा। इस लिहाज से हम यह कह सकते है कि एक फास्ट फूड रेस्टोरेंट्स खोलने के लिए आपको ज्यादा बजट की आवश्यकता पड़ेगी। अगर आप छोटे स्तर पर रेस्टोरेंट्स ओपन करते है तो भी आपको एक से डेढ़ लाख रुपए तक लग जाएंगे।

फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस में प्रॉफिट -

फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस में प्रॉफिट -

आजकल परिवर्तनशील दुनिया में बहुत कुछ बदल रहा है। हमारी रहने और खाने पीने का तरीका हमारे खाने के व्यंजनों का स्टाइल समय के साथ इस क्षेत्र में बदलाव हो रहे हैं। ठीक इसी तरह हमारे खाने की मैन्यू में भी बहुत कुछ बदल रहा है और आपका प्राफिट इसी मेंन्यू और उसमें मेन्यू में दिए गए खाने के टेस्ट पर निर्भर करता है। क्योंकि खाना जैसा होगा आपको बिजनेस में प्रॉफिट भी उसी तरह होगा। इसलिए फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस में प्रॉफिट कि यदि बात की जाए तो यह बहुत हद तक आपके रेस्टोरेंट की मैन्यू पर भी निर्भर करता है। 

फास्ट फूड में आपने किन-किन चीजों को रखा है लगभग जितनी भी चीज में फास्ट फूड के अंतर्गत आती है वह सभी अपने अपने मेन्यू में रखे हैं कि नहीं, आपकी रेस्टोरेंट का सर्विस किस तरह का है, स्टाफ कैसे हैं, खाने का टेस्ट और क्वालिटी कैसा है, लजीज या बढ़िया क्वालिटी है कि नहीं, यह सारी महत्त्वपूर्ण बातें चीजें फास्ट फूड रेस्टोरेंट में होने वाले प्रॉफिट को निर्धारित करती है। आजकल के जमाने में आप सभी जानते हैं कि आजकल हर किसी की शाम बिना फास्ट फूड के नहीं बितती है।

यह बिजनेस बहुत ही रफ्तार से चलने वाला बिजनेस है। ऐसे में अगर आप अपना यह बिजनेस बहुत ही ईमानदारी और लगन से चलाते हैं तो आपको प्रॉफिट निश्चित ही होगा। अगर आपने नया नया यह बिजनेस शुरू किया है तो शुरुआत में प्रॉफिट थोड़ा कम होगा इसके लिए आपको मेहनत करनी होगी प्रचार करना होगा पंपलेट छपवा कर बांटने होंगे बहुत सारे ऑफर भी निकाले होंगे ताकि लोग आपके रेस्टोरेंट की तरफ आकर्षित हो ताकि लोग आपके रेस्टोरेंट को जाने। 

आजकल आपने देखा होगा कि स्विगी और जोमैटो के जरिए भी रेस्टोरेंट्स अपने खाने को लोगों तक पहुंचाते हैं। आप भी यह ट्रिक अपना सकते हैं और साथ ही इसका ऑनलाइन प्रचार करके भी प्रॉफिट कमा सकते हैं। शुरुआत में बहुत ही ज्यादा मेहनत करने की जरूरत पड़ेगी और लागत जो भी लगेगी उस हिसाब से प्रॉफिट कम आएगा। लेकिन जैसे-जैसे आप इस बिज़नेस में पुराने होते जाएंगे लोग आपको जानेंगे तो प्रॉफिट बहुत अधिक होने लगेगा। बस कभी भी अपने सर्विस और फूड क्वालिटी से कॉम्प्रोमाइज ना करें।

फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस में जोखिम -

फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस में जोखिम -

दोस्तों जब भी हम कोई भी बिजनेस शुरू करते हैं तो उसके बीच में जो भी दिक्क़त आती है हम पहले उसके बारे में सोचते हैं। अगर हम उन दिक्कतों को पहले सॉल्व करके फिर अपना काम शुरू करें तो हो आगे किसी भी तरह की दिक्कत और परेशानियों का बहुत ही कम सामना करना पड़ता है। कई बार ऐसा होता है कि पैसा निवेश करने के बाद हमें समझ में आता है कि यह बिजनेस हमारे मन का नहीं है नहीं कर पाएंगे। ऐसे स्थिति में आपका पैसा तो नुकसान हो जाता है। लेकिन फास्ट फूड रेस्टोरेंट के बिजनेस में है ऐसा नहीं है अगर हम बहुत सोच समझकर पूरी प्लानिंग के साथ इस बिजनेस को शुरू करेंगे तो हमें किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आएगी और कोई  जोखिम भी सामने नहीं आएगा। 

अगर आप भी फास्ट फूड रेस्टोरेंट खोल रहे हैं या फिर खोलने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको सबसे पहले अपने खाने की क्वालिटी और जो भी खाना बनाने में प्रोडक्ट इस्तेमाल हो रहा है इसको जांच कर ही इस्तेमाल करें। क्योंकि उन प्रोडक्ट का सही होना यह बहुत जरूरी है अगर इसमें किसी प्रकार की गड़बड़ी हो गई क्या आप पर लीगल करवाई भी हो सकती है। 

इसलिए यह सबसे बड़ा जोखिम है और इसे सबसे पहले सॉल्व करना चाहिए। इसके साथ ही इस बात का विशेष ध्यान रखें कि खाने से संबंधित कोई भी एक्सपायरी चीज इस्तेमाल कभी नहीं करनी चाहिए। जगह कैसी जगह पर आपका यह फूड रेस्टोरेंट्स खुला हुआ है वहां पर पब्लिक का आना जाना है कि नहीं वह मेन मार्केट में है कि नहीं इन सारी चीजों का ध्यान देना चाहिए वरना फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस प्लान बंद हो सकता है। इन सभी बातों को पहले से ही मद्देनजर रखते हुए और इन जोखिमों उन पर ध्यान देते हुए ही इस क्षेत्र में बिजनेस प्लान करें।

फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस शुरू करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें

फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस शुरू करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें - 

फास्ट फूड रेस्टोरेंट का बिजनेस शुरू करने से पहले आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा। जैसे कि मेन्यू का चयन, खाने का दाम आदि आवश्यक चीजों का भी आपको ध्यान रखना होगा। इन छोटी छोटी मगर जरूरी बातों का ध्यान रखकर आप अपने रेस्टोरेंट को अच्छे से चला सकते हैं। 

अपने रेस्टोरेंट को शुरू करते वक्त अपने एरिया में सबसे ज्यादा चलने वाले रेस्टोरेंट की मार्केटिंग ट्रिक और उनके खाने, खाने के दाम आदि चीजों के बारे में अच्छे से रिसर्च करें। इससे आपको अपने एरिया की लोगों का स्वाद, उनकी पसंद आज की जानकारी मिलेगी और उसके आधार पर आप अपने रेस्टोरेंट को सबसे अलग और ग्राहकों के हिसाब से सबसे अच्छा बना पाएंगे। आइए जानते हैं फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस शुरू करने से पहले किन बातों का ध्यान रखें -

1 - मेन्यू का चयन

अपने रेस्टोरेंट के लिए मेन्यू का चयन करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि आपसे आसपास के लोगों को कौन से फ़ास्ट फ़ूड ज्यादा पसंद हैं, किस फ़ास्ट फूड की मांग इस समय मार्केट में ज्यादा है। उसी आधार पर अपने रेस्टोरेंट का मैन्यू सेलेक्ट करें। 

रेस्टोरेंट का मेन्यू सिलेक्ट करते वक्त एक और बात ध्यान में रखनी चाहिए कि आपके मैन्यू को सभी प्रकार के लोगों, सभी ऐज ग्रुप के हिसाब से डिजाइन करें। अगर आप के रेस्टोरेंट में कोई बूढ़ा व्यक्ति अपने पोते के साथ आया है तो दोनों के हिसाब से खाने की चीजें आपके मेन्यू में मौजूद होनी चाहिए। इससे आपके ग्राहक बढ़ेंगे और आपके रिपीट कस्टमर भी बढ़ेंगे। अपने रेस्टोरेंट के  मेन्यू में खाने के साथ डेजर्ट और ड्रिंक आदि भी रखें।

2 - खाने का स्वाद -

दोस्तों, रेस्टोरेंट आदि व्यवसाय तभी अच्छे चलते हैं जब आपके रिपीट कस्टमर्स की संख्या ज्यादा होनी चाहिए।  कोई भी कस्टमर आपके रेस्टोरेंट पर दोबारा तभी आएगा, जब उसको आपके यहां का खाना पसंद आएगा। ऐसे में आप अपने फास्ट फूड का स्वाद बाकी जगहों के फ़ास्ट फ़ूड से थोड़ा सा अलग और यूनीक रखें। जो लोगों को पसंद आए और उन्हें दोबारा खाने का मन करे। अच्छे स्वाद के लिए आप खाना बनाने में प्रयोग की जाने वाली अच्छी सामग्री का चुनाव करें। 

कभी भी एक्सपायरी डेट के सामान और सड़ी गली सब्जियों का उपयोग न करें। इससे खाने का स्वाद बिगड़ जाता है। अगर आपके रेस्टोरेंट में रिपीट कस्टमर नहीं आएंगे तो आप के रेस्टोरेंट का बिजनेस अच्छे से नहीं चल पाएगा। साथ ही अपने कस्टमर्स का फीडबैक भी जरूर लें। इससे आपको इंप्रूव करने में मदद मिलती है।

3 - अनुभवी और ट्रेन्ड कुक और शेफ -

अक्सर कहा जाता है कि खाना ऐसा हो कि खाने वाला उंगलिया चाटता रह जाए। अब इतना स्वादिष्ट खाना तो तभी बन पाएगा जब खाने को बनाने वाला बहुत ही ट्रेंड और अनुभवी हो। उसे लोगों के स्वाद का अच्छे से पता होना चाहिए। अपने रेस्टोरेंट के लिए कुक या सेफ का चुनाव करते समय इस बात का ध्यान रखें कि उन्हें अच्छे से खाना बनाना आता हो। किसी भी ऐसे वैसे व्यक्ति को अपने रेस्टोरेंट में कुक के रूप में कतई न रखें। कोशिश करें कि आप किसी ट्रेंड कुक को अपने रेस्टोरेंट में कुकिंग के लिए नियुक्त करें। आपका कुक जितना अच्छा होगा और ट्रेंड होगा, वह उतना ही अच्छा खाना बना पाएगा।

4 - खूबसूरत इंटीरियर -

अक्सर कहा जाता है जो दिखता है वही बिकता है। व्यवसाय के मामले में यह सिर्फ एक उक्ति नहीं बल्कि सफलता का मूल मंत्र है। जो चीज दिखने में जितनी आकर्षक होगी, उसके खरीददार भी उतनी ही ज्यादा होंगे। किसी भी चीज को पहले हम देखते हैं बाद में उसको प्रयोग करते हैं। 

अगर कुछ हमें देखने में नहीं अच्छा लगेगा तो उसे क्यों ही प्रयोग करना चाहेंगे। वैसे ही जब आपका रेस्टोरेंट दिखने में काफी आकर्षक होगा तो लोग वहां पर अपने आप आएंगे। अगर आपके रूम का इंटीरियर बिल्कुल बेकार होगा और वह बाहर से देखने पर लोगों को आकर्षित नहीं करता होगा तो वह वहां पर नहीं आएंगे इसलिए अपने रेस्टोरेंट का इंटीरियर बहुत ही खूबसूरत और आकर्षक करवाएं। आप रेस्टोरेंट के इंटीरियर डिजाइनिंग के लिए इंटीरियर डिजाइनर से संपर्क कर सकते हैं। आप उनको अपनी रिक्वायरमेंट्स बता दें, उसी हिसाब से आपके रेस्टोरेंट का इंटीरियर कर देंगे।

5 - ताजी चीजों का इस्तेमाल -

अपने रेस्टोरेंट में खाना बनाने में प्रयोग होने वाली वस्तु की अच्छे से जांच अवश्य कर लें। ध्यान रखें कि कभी भी खराब सामान का प्रयोग न करें। हमेशा ताजी सब्जी का ही प्रयोग करें। खराब खाना अगर किसी को नुकसान कर गया तो इसके आपको बहुत बुरे परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। 

इसलिए प्रयोग की जाने वाली सब्जियां आदि की गुणवत्ता की स्वयं जांच करें। 1 हफ्ते से पुरानी सब्जियों का प्रयोग खाना बनाने के लिए बिल्कुल भी न करें। रात का बचा हुआ खाना सुबह ग्राहकों को गर्म करके सर्व न करें। हमेशा ताजा और अच्छा गुणवत्तापूर्ण खाना ही ग्राहकों को परोसे। खाने का स्वाद उसकी गुणवत्ता पर भी निर्भर करता है। अगर आप साड़ी सब्जी से खाना बनाएंगे तो उस खाने का स्वाद बहुत ही बेकार होगा।

साथ ही खाने वालों को भी नुकसान करेगा। इसलिए हमेशा ताजी वस्तुओं का ही प्रयोग करें । खाना बनाते वक्त हाइजीन का भी ध्यान रखें। अच्छे से हाथ साफ करके ही खाना बनाएं । सब्जियों को धुल कर ही प्रयोग में लाएं। खाना बनाते वक्त स्वच्छता से बिल्कुल भी समझौता न करें।

6 - सही दाम -

अपने रेस्टोरेंट में फास्ट फूड आइटम के दाम ऐसे रखें कि उन्हें लोग अफॉर्ड कर सके। अगर आप दाम बहुत ज्यादा रखेंगे तो हो सकता है कि ज्यादा ग्राहक आपकी दुकान पर न आए। इसलिए खाने के दाम ऐसे रखें कि लोग आराम से उनको अफॉर्ड कर सकें। जब आप के दाम रीजनेबल होंगे और खाना स्वादिष्ट होगा तो आप के ग्राहक बार-बार आपके यहाँ  आएंगे।  साथ ही और लोगों को भी आप के रेस्टोरेंट के बारे में बताएंगे जिससे आपको काफी फायदा होगा।

7 - ग्राहकों से विनम्र व्यवहार -

दोस्तों, कहा जाता है कि आपका व्यवहार आपके व्यक्तित्व को दर्शाता है। हम जितने प्रेम से किस से बोलेंगे आपकी बातों का स् व्यक्ति पर उतना ही ज्यादा असर पड़ेगा। बड़े बुजुर्गों के मुंह से आपने यह काम कहावत तो सुनी होगी कि प्यार से तो आप किसी को जहर भी खिला सकते हैं और बदतमीजी करके आप उसे अच्छा खाना भी नहीं खिला सकते हैं।  

इसलिए हमेशा अपने ग्राहकों के साथ काफी विनम्र रूप से पेश आएं। उनके साथ अच्छा व्यवहार करें। अपने कर्मचारियों को भी यह सिखाएं कि वे  ग्राहकों के साथ अच्छा व्यवहार करें। अगर किसी ग्राहक को आप  के यहां का खाना नहीं पसंद आया और वह आपके सामने आकर खाने की आलोचना कर रहा हो तो आलोचना को सकारात्मक रूप से लें और उनसे कहे कि आप अगली बार से शिकायत का मौका नहीं देंगे।

8 - प्री बुकिंग सुविधा -

अगर आप अपने बिजनेस की अच्छी मार्केटिंग करना चाहते हैं तो आप अपने रेस्टोरेंट में कुछ खास ऑफर्स अपने ग्राहकों को दे सकते हैं। आप अपने ग्राहकों को फ्री बुकिंग की सुविधा दे सकते हैं। अक्सर रात में 8-9 बजे की तरफ रेस्टोरेंट में काफी भीड़ होती है। 

लोगों को सीट खाली होने का इंतज़ार करना पड़ता है। ऐसे में आप फ्री बुकिंग की सुविधा देकर ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को आकर्षित कर सकते हैं। ज्यादातर रेस्टोरेंट पहले से सीट बुकिंग करने के लिए कुछ एक्स्ट्रा चार्ज लेते हैं। ऐसे में फ्री बुकिंग की सुविधा देकर आप अपने बिजनेस की अच्छी मर्केटिंग कर पाएंगे। अपने रेस्टोरेंट के एडवरटाइजमेंट में फ्री बुकिंग के बारे में अवश्य बताएं साथ ही अन्य विज्ञापनों में भी इसको हाईलाइट करें। यह तरीका आपके व्यवसाय की अच्छी मार्केटिंग के लिए काफी असरदार साबित होगा।

9 - होम डिलीवरी और सभी तरह कि पेमेंट सुविधा -

आज के समय में होम डिलीवरी का चलन काफी बढ़ा है। सभी रेस्टोरेंट आज के समय में होम डिलीवरी की सुविधा प्रोवाइड कराते हैं। होम डिलीवरी के लिए आप स्विगी और जमेटो जैसी फ़ूड डिलीवरी कम्पनियों से टाई अप कर सकते हैं। अधिकतर रेस्टोरेंट स्विगी और जमेटो पर रजिस्टर्ड होते हैं। स्विगी और जमेटो खाने को रेस्टोरेंट से पिक कर के लोगों के घरों तक डिलीवर करती हैं। खाना ऑर्डर करने के लिए लोग स्विगी, जमेटो की वेबसाइट पर जाते हैं और अपने पसंद का खाना ऑर्डर करते हैं। ये दोनों ही वेबसाइट कस्टमर को पेमेंट के सारे ऑप्शन देती हैं। 

अगर कोई कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन चुनना चाहे तो उसके लिए वह ऑप्शन भी होता है। अगर कोई पहले ही ऑनलाइन पेमेंट करना चाहे तो उसे यह ऑप्शन भी मिलता है। आप चाहे तो अपने कस्टमर्स को स्वयं भी फूड डिलीवरी कर सकते हैं। लेकिन स्वयं यह करना काफी महंगा पड़ जाता है। ऐसे में आपको डिलीवरी चार्ज भी ज्यादा लेना पड़ेगा, जिससे आपके खाने का दाम काफी बढ़ जाएगा। इसलिए आप खाने की डिलीवरी के लिए अपने रेस्टोरेंट्स पर जोमैटो या स्विगी पर रजिस्टर कर सकते हैं। 

वहां पर ग्राहक आपके रेस्टोरेंट को सर्च करके खाना ऑर्डर कर सकते हैं। अपने रेस्टोरेंट में पेमेंट के सभी ऑप्शन अपने ग्राहकों को मुहैया करवाएं। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह का पेमेंट ऑप्शन अपने ग्राहकों को दें। बहुत बार होता है कि कैश न होने की स्थिति में लोग ऑनलाइन पेमेंट करते हैं। ऐसे में अगर आप अपने ग्राहकों को दोनों प्रकार का पेमेंट ऑप्शन नहीं मुहैया कराएंगे तो फिर इसका असर आप की बिक्री पर पड़ेगा।

अपने फ़ास्ट फ़ूड रेस्टोरेंट्स बिजनेस को जोमैटो और स्विगी से कैसे जोड़ें - 

दोस्तों जैसा कि हमने आपको बताया कि आज के समय में ऑनलाइन फूड डिलीवरी का चलन काफी बड़ा है। आजकल लोग घर बैठे ही खाना ऑर्डर करना ज्यादा अच्छा समझते हैं। इससे उनके समय की बचत होती है और घर बैठे ही उन्हें खाना भी मिल जाता है। ऐसे में जो रेस्टोरेंट ऑनलाइन फूड डिलीवरी नहीं करते हैं, उनकी बिक्री बहुत ही ज्यादा कम हो जाती है। ऑनलाइन फूड डिलीवरी फूड बिजनेस को बहुत हद तक प्रभावित किया है।

ऐसे में यदि आप अपने रेस्टोरेंट में ऑनलाइन  डिलीवरी का ऑप्शन नहीं प्रोवाइड कराएंगे तो आप की बिक्री आपकी उम्मीद के मुताबिक नहीं होगी। अपने फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस को जोमैटो और स्विगी से जोड़ने के लिए नीचे दी गई बातों को ध्यान से पढ़ें। जोमैटो, स्विग्गी के द्वारा अपने फास्ट फूड होम डिलीवरी के लिए आपको अपने रेस्टोरेंट को जोमैटो और स्विग्गी के साथ रजिस्टर करना होगा। इसके लिए आपको जोमैटो और स्विगी  की वेबसाइट पर जाना होगा। साइट पर जाने के बाद आप वहां दिए गए रजिस्टर रेस्टोरेंट के ऑप्शन पर क्लिक करिए। 

क्लिक करने पर वह आप से जुड़ी जानकारी मांगेंगे। साथ ही कुछ दस्तावेजों को अपलोड करने को भी कहेंगे। अपनी सही जानकारी भरने के बाद मांगें गए दस्तावेजों की कॉपी स्कैन करके उसे अपलोड कर दीजिए। मांगे जाने वाले दस्तावेजों में आपका आधार कार्ड, पैन कार्ड, जीएसटी नंबर आदि डॉक्यूमेंट चाहिए होंगे। रजिस्ट्रेशन करने के बाद आपको एक लॉग इन आईडी और पासवर्ड मिल जाएगा। जिसके जरिए आप लॉगिन कर सकते हैं। लाग इन करने के बाद जो पेज खुलेगा, उसमें आपके रेस्टोरेंट की डिटेल और उसका पूरा एड्रेस भरने को कहा जाएगा। 

उस कॉलम में आप अपने रेस्टोरेंट की सारी डिटेल और रेस्टोरेंट का सही एड्रेस भर ने के बाद रेस्टोरेंट के एड्रेस को गूगल मैप के माध्यम से सेट करें। इसके बाद आप को रेस्टोरेंट का फोन नंबर या लैंडलाइन नंबर भरना होगा। फोन नंबर भरने के बाद आपको फोन नंबर को वेरीफाई भी करना होगा। इतना सब भरने के बाद आपसे रेस्टोरेंट के ओनर की डिटेल मांगी जाएगी। ऑनर के डिटेल में आपको रेस्टोरेंट के मालिक का पूरा नाम, उनका आईडी कार्ड आदि सारी जानकारी भरनी होगी।

यह सब करने के बाद आप अपने रेस्टोरेंट के टाइप आदि चीजों की जानकारी दे सकते हैं। अगर आप सिर्फ वेजीटेरियन फास्ट फूड प्रोवाइड कराते हैं तो आप वह ऑप्शन सेलेक्ट करिए। अगर आप वेज और नॉनवेज दो टाइप का फास्ट फूड अवेलेबल कराते हैं तो आप उसी के मुताबिक ऑप्शन का चुनाव करिए। इसके अलावा आपको अपने रेस्टोरेंट में मिलने वाले खाने के बारे में जानकारी देनी होगी कि आपके रेस्टोरेंट में कौन-कौन सी डिस मिलती है। साथ ही आपके रेस्टोरेंट के खुलने का समय और बंद होने का समय भी वहां पर भरना होगा। जिससे कि जब कोई आपके रेस्टोरेंट से खाना ऑर्डर करे तो उसे यह पता होना चाहिए कि आपका रेस्टोरेंट्स खुला है या नहीं खुला है। 

इसके बाद आप अपने रेस्टोरेंट के मेन्यू की फोटो अपलोड कर सकते हैं। रेस्टोरेंट के मेन्यू की फोटो अपलोड करने से आपके रेस्टोरेंट में कौन-कौन से फूड आइटम्स हैं, इनकी जानकारी ग्राहकों को मिल जाती है। यह तो हो गया आप के रेस्टोरेंट का ऑफलाइन आर्डर का रजिस्ट्रेशन। अब करते हैं आपके रेस्टोरेंट में ऑनलाइन ऑर्डर का रजिस्ट्रेशन। ऑनलाइन आर्डर के लिए रजिस्ट्रेशन के लिए आप ऑनलाइन ऑर्डर वाले ऑप्शन पर क्लिक करिए। उसके बाद ऑनलाइन कौन-कौन से फूड आइटम्स ऑर्डर कर सकते हैं, उसका मेन्यू अपलोड करिए। 

उसके बाद रेस्टोरेंट के मालिक की सारी जानकारी दीजिए। इसके बाद आपको अपने बैंक की भी जानकारी देनी होगी। जिससे कि पेमेंट आपके खाते में ट्रांसफर किया जा सके। जब आप सभी आवश्यक जानकारी को भर देंगे तो आपको आपके नंबर पर एक मैसेज आएगा।  जिसमें दी गई लिंक पर क्लिक करने के बाद आपकी जानकारी का फाइनल सबमिशन हो जाएगा। उसके बाद लीगल डॉक्यूमेंट और अपने सिग्नेचर अपलोड करने के बाद आप के रेस्टोरेंट का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हो जाएगा और अब लोग आपके रेस्टोरेंट से ऑनलाइन खाना ऑर्डर कर पाएंगे।

निष्कर्ष -

वर्तमान समय में फास्ट फूड का बिजनेस इतनी तेजी से ग्रो कर रहा है कि आपको हर गली चौराहे और नुक्कड़ पर एक पास एक फास्ट फूड कॉर्नर तो देखने को मिल ही जाता है। यह एक ऐसा बिजनेस है जो एक बार अच्छे से सेट होने के बाद आपको अच्छी रिटर्निंग देता है। अगर आप ऊपर दिए गए सभी महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखते हुए इस बिजनेस कि शुरुआत करते है तो आपको इस क्षेत्र में सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है। इसके साथ ही जब से जोमैटो और स्विगी ने जैसे आनलाइन फास्ट फूड डिलेवरी सर्विस ने हमारे भारत में कदम रखा है। 

तब से तो जब बिजनेस जोरो शोरो से चल रहा है और आप चाहे तो इसी माध्यम से घर बैठे ही अच्छी खासी अर्निंग कर सकते हैं। इन सभी बातों को मद्देनजर रखते हुए हम यह कह सकते हैं कि वर्तमान समय में और आने वाले समय में भी फास्ट फूड बिजनेस एक बहुत ही बेहतरीन बिजनेस प्लान में से एक है। यह कैसा बिजनेस प्लान है जो आपको बहुत ही कम लागत में बहुत ही अच्छी प्रॉपर्टी प्रदान करता है बशर्ते आपको क्षेत्र की अच्छी जानकारी हो और आप इस क्षेत्र से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखें। 

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस प्लान से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने की कोशिश की है। उम्मीद है आपको हमारा आज का यह आर्टिकल बेहद पसंद आया होगा। ऐसे ही ज्ञानवर्धक आर्टिकल को पढ़ने हेतु जुड़े रहिए हमारे साथ धन्यवाद।

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FAQ

फास्ट फूड बिजनेस कैसे स्टार्ट करें?

अगर आप भी फास्ट फूड बिजनेस स्टार्ट करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको इसके लिए खुद भी अच्छा खाना बनाना आना चाहिए। इसके अलावा आप हमारे आर्टिकल में दिए गए चरणों को फॉलो करके फास्ट फूड बिजनेस शुरू कर सकते हैं।

फास्ट फूड बिजनेस की लागत क्या है?

जहां तक बात रही फास्ट फूड बिजनेस में लगने वाली लागत की तो यह पूर्ण रूप से आप पर और आपके द्वारा चुने गए लोकेशन पर निर्भर करता है। हालांकि इस बिजनेस में कम से कम 50,000 और अधिकतम ₹5000000 भी लागत लग सकते हैं। जैसा कि हमने अभी आपसे कहा की यह लागत पूर्ण रूप से इस बात पर निर्भर करता है की आप किस तरह का और कहां पर अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं।

फास्ट फूड कितने प्रकार का होता है?

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दोस्तों फास्ट फूड वह फूड होता है जिसमें वसा चीनी और नमक अधिक मात्रा में और प्रोटीन खनिज और फाइबर नहीं के बराबर पाए जाते हैं। जहां तक इसके प्रकार की बात है तो वर्तमान समय में इसके अंतर्गत विभिन्न प्रकार के चाइनीस इटालियन फूड्स आते हैं जैसे कि - चाऊमीन मोमोज पास्ता बर्गर पिज़्ज़ा आदि।

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