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डेयरी फार्म बिजनेस प्लान: बिजनेस कैसे शुरू करें (कम लागत के व्यवसाय के अवसर)

डेयरी फार्म बिजनेस प्लान: बिजनेस कैसे शुरू करें (कम लागत के व्यवसाय के अवसर)

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इस बात को तो हम सभी जानते हैं कि हमारा भारत एक कृषि प्रधान देश है। लेकिन आज स्थिति ऐसी आ गई है कि लोग कमाई के जरिए के लिए प्राइवेट सेक्टरों का चुनाव ज्यादा कर रहे हैं। भारत जैसे कृषि प्रधान देश में भारत का युवा ही हमारे देश की ऐसे व्यवसाय को चुनने का रिस्क नहीं उठाना चाहते जिसमें उनका निवेश ज्यादा लग जाए और लाभ कम मिले। हम एक ऐसे देश में रहते हैं जहां हम फार्मिंग करके अच्छे खासे पैसे कमा सकते हैं। लेकिन आज के युवा इस ओर ज्यादा ध्यान नहीं जाता है और यही कारण है कि वह पैसा कमाने के लिए प्राइवेट सेक्टर की ओर ज्यादा भागदौड़ कर रहे हैं। 

लेकिन अगर आप उन लोगों में से हैं जो कृषि प्रधान देश में फार्मिंग को चुनकर एक ऐसा व्यवसाय करना चाहते हैं जिसमें कम निवेश में आप आगे चलकर ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं। तो हमारा आज का ये आर्टिकल आपके लिए ही है क्योंकि दोस्तों इस बिजनेस को करने से यकीनन आपको अपने व्यवसाय में अच्छा लाभ हो सकता है। 

बस जरूरत है उसे अच्छे प्रबंधन की और अच्छे प्लान के साथ अपने बिजनेस को शुरू करने की इसलिए दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको डेयरी फार्म बिजनेस प्लान से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को प्रदान करने वाले हैं। डेरी कौन से संबंधित इन सब्जी सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को प्राप्त करने हेतु हमारे आज के इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें चलिए शुरू करते हैं। -

डेयरी फार्म क्या होता है?

दोस्तों अगर आप भारत देश में रहते हैं तो आपको निश्चित ही डेयरी फार्म क्या होता है इसके बारे में जानकारी होगी। लेकिन अगर आपको यह नहीं पता कि डेयरी फार्म क्या होता है और आप इसके बारे में जानकारी हासिल करना चाहते हैं और आप इस उद्योग को शुरू करना चाहते हैं। तो हम आपको बता दें कि डेयरी फार्म एक ऐसी जगह है जहां हम गायों को बड़ी संख्या में एकत्रित कर उनसे दूध इकट्ठा कर उसे पैकेजिंग करके बाजार में लोगों के इस्तेमाल के लिए उपलब्ध कराते हैं जिससे हम डेयरी फार्म व्यवसाय कहते हैं। 

दोस्तों इस व्यवसाय में खुद गाय पालकर या फिर ग्रामीण क्षेत्र के किसानों से उनका दूध बिचौलियों को हटाकर डायरेक्ट उनसे खरीद सकते हैं और उनका उचित मूल्य देकर हम उस दूध को अपने ब्रांड और नाम के साथ बाजार में बेचने के लिए उपलब्ध कराते हैं। हालांकि अब ऐसा नहीं है कि डेयरी फार्म में सिर्फ आप सिर्फ दूध ही बेच सकते हैं। अब डेयरी फार्म व्यवसाय को खोलकर आप दूध से बने अन्य सामान जैसे घी, छाछ, मक्क्खन, दही आदी को भी बनाकर बाजार में बेचते हैं।

डेयरी फार्म बिजनेस प्लान क्या है?

दोस्तों डेयरी फार्म जैसे उद्योग के लिए बिजनेस प्लान की बात करें तो इसमें सबसे पहले हमें अपना डेयरी फार्म खोलने के लिए जगह का सही चुनाव करना होगा हम अपना डेयरी फार्म जहां खोल रहे हैं वहां से दूध की खपत कितनी है या फिर हम वहां से बाजार तक अपना दूध और दूध से बने सामान ले जाने और ले आने में क्या परेशानियां होंगे, इनका आकलन करना जरूरी होता है। वही डेयरी फार्म बिजनेस के लिए सबसे जरूरी चीज गायों की नस्ल का चुनाव होता है। इस बिजनेस में सबसे पहले हमें उन गायों का चुनाव करना जरूरी होगा जो भारत के वातावरण के अनुकूल हो और ज्यादा से ज्यादा दूध उत्पादन की क्षमता रखती हो। 

वही दूसरी ओर इस व्यवसाय को शुरू करने से पहले यह भी ध्यान देना आवश्यक होता है कि आपको इस व्यवसाय में गायों के लिए आवश्यक चारे की व्यवस्था करनी पड़ती है।  मौसम के अनुकूल अतिरिक्त चारे का स्टॉक भी पहले से ही रखना पड़ता है। अगर आप डेयरी फार्म बिजनेस प्लान शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए आप अच्छी जानकारी जुटाए और उसके लिए आप किताबें, ब्लॉक, वीडियो या फिर आसपास के डेयरी फार्म का निरीक्षण भी कर सकते हैं। 

दोस्तों इस बिज़नेस में कदम रखने से पहले आप चाहें तो किसी डेयरी फार्म में कुछ महीने काम करके भी इस व्यवसाय को शुरू करने का बारीकी अनुभव जमीनी स्तर पर प्राप्त कर पाएंगे। इस प्लान के साथ काम करते हुए आप डेयरी फार्म के बिजनेस को चलाने में काफी हद तक सक्षम और अनुभवी हो पाएंगे।

डेयरी फार्म क्यों शुरू करें?

दोस्तों क्या आप जानते हैं कि इंडिया वर्ल्ड में सबसे ज्यादा मिल्क उत्पादन करने वाला देश है और आज हमारे देश में बनाए गए दूध बाहरी देशों में एक्सपोर्ट किए जाते हैं। अगर हम 1947 के आस पास कि बात करें तो तब हमारे पास इतना दूध भी नहीं होता था कि हम खुद भारत देश में भी उस दूध का पर्याप्त इस्तेमाल कर पाए उस समय हमें न्यूजीलैंड से दूध इम्पोर्ट करना पड़ता था। 

लेकिन आज भारत देश ऐसा देश बन गया है जो विदेशों में भी दूध एक्सपोर्ट करता है और इस कार्य को पूरा करने में सबसे अहम भूमिका निभाई अमूल ने दूध देने वाले किसानों को उनके दूध का सही मूल्य दिया और बाजार में ग्राहकों को सही क्वालिटी और कम दाम में दूध उपलब्ध कराया। इसमेंडॉक्टर वेर्घेसे कुरियन ने सहकारिता के रास्ते पर चलकर इस बिजनेस को भारत में इस लेवल पर बढ़ावा दिया कि आज यह व्यवसाय पूरे देश में अपना नाम रोशन कर रहा है। 

दोस्तों इसे बताने का मतलब यही है कि हम जब भी कोई नया बिजनेस शुरू करते हैं तो हमारे मन में यह सवाल उठना लाजमी है कि हम यह व्यवसाय क्यों करें। आखिर इस व्यवसाय को करने से हमें लाभ क्या मिलेगा।

1. दोस्तों डेयरी फार्म जैसा बिजनेस शुरू करने के लिए हमें ज्यादा लागत की आवश्यकता नहीं होती है। इस व्यवसाय को हम शुरुआत में थोड़े निवेश के साथ ही शुरु कर सकते हैं। वहीं कृषि प्रधान उद्योग होने की वजह से इस बिजनेस को शुरू करने के लिए हर राज्य की सरकार हमें कम ब्याज दर पर लोन/सब्सिडी भी देती है।

2. वही इस व्यवसाय की सबसे खास बात यह है कि यह एक ऐसा व्यवसाय है जो लोगों की जरूरत का एक महत्वपूर्ण पेय पदार्थ है जो भारत के हर घर में इस्तेमाल किया ही जाता है। जिससे हमें इस व्यवसाय को शुरू करने के बाद इसके प्रचार-प्रसार में पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है। हम अपने इस बिजनेस को बिना किसी प्रचार-प्रसार के पहले अपने आसपास ही इस व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं।

3. यह व्यवसाय हमारे वातावरण को किसी भी तरीके से नुकसान नहीं पहुंचाता है मसलन अन्य व्यवसायों को शुरू करने से कुछ ना कुछ पर्यावरण को नुकसान होता ही है। लेकिन डेयरी फार्म जैसा व्यवसाय लोगों के लिए और हमारे वातावरण के लिए किसी भी तरीके से नुकसान देय नहीं है।

4. अगर आप उन लोगों में से हैं जो पढ़ाई-लिखाई करके बेरोजगार बैठे हैं और अब यह सोच रहे हैं कि अपना कोई व्यवसाय शुरू करके कमाई का जरिया अपने जीवन में लाया जाए तो आप कम इन्वेस्टमेंट के साथ इस बिजनेस को शुरू कर सकते हैं।

5. इसके साथ ही व्यवसाय में आपको भारत की वातावरण के मुताबिक गायों के नस्लों का चुनाव करने का अवसर भी मिलता है। जिससे आप भारत के वातावरण के अनुकूल ढलने वाले गायों की नस्लों को चुनकर जो ज्यादा से ज्यादा आपके लिए दूध इकट्ठा कर पाए ऐसे गायों की नस्लों को आप अपने डेयरी फार्म में रख कर उससे अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं।

6. चूंकि डेयरी फार्म बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है जिसमें किसी विशेष तरह के स्किल या किसी विशेष तरह के प्रशिक्षण या कौशल की आवश्यकता नहीं होती हैं। इसलिए इसमें आप अपने आसपास के कुछ लोगों को रखकर भी अपने कार्यो की देखरेख कर सकते हैं।

7. अगर इस बिजनेस में अच्छी तरीके से ध्यान और इसका मैनेजमेंट अच्छी तरीके से किया जाए तो इस बिजनेस से हम अच्छा खासा लाभ कमा सकते हैं। शुरुआत में हम इस बिजनेस को सिर्फ एक गाय के साथ भी कर सकते हैं और अच्छे रिजल्ट के साथ ही हम धीरे-धीरे बड़े पैमाने पर खड़ा कर सकते हैं।

डेयरी फार्म बिजनेस के स्तर -

दोस्तों डेरी फॉर्म बिजनेस तीन स्तर पर शुरू किया जा सकता है आइए जानते हैं वह कौन-कौन से हैं। -

1- छोटे स्तर पर -

दोस्तों अगर आप छोटे स्तर पर डेयरी बिजनेस को शुरू कर रहे हैं तो छोटे स्तर पर डेयरी शुरू करने के लिए आप को इन सभी बातों का ध्यान रखना होगा। दोस्तों जब भी हम डेयरी फार्मिंग छोटे तौर पर शुरू करते हैं तो हमें कम गाय और भैंसों को रखना चाहिए। बजट प्लानिंग के हिसाब से ही करें अगर आपको छोटे तौर पर शुरू करना है तो बजट भी कम होगा उसी के आधार पर कम गाय और भैंसों को खरीदें। इसके लिए आप कम से कम तीन गाय और भैंस खरीदें और उन्हें खरीदने से पहले उनकी नस्ल का भी ध्यान दें। 

अगर वह गाय और भैंस अच्छी नस्ल के है और दूध अच्छा देती है तो उनके दूध में फैट अच्छा होता है तो आप को कम लागत में ही अच्छी कमाई हो सकती है। किसी भी डेयरी पर दूध उनके फैट के स्तर के हिसाब से ही बिकता है। उसी हिसाब से आपको उनके चारा और उनके रखरखाव का भी इंतजाम करना होगा। उनकी बीमारी के हिसाब से डॉक्टर का भी इंतजाम करना होगा। साफ-सफाई का भी इंतजाम करना होगा। आप की डेयरी जितनी ही साफ सुथरी होगी लोग इतना ज्यादा आकर्षित होंगे। आपके पशु भी बीमार नहीं पड़ेंगे।

2 - मध्यम स्तर पर -

दोस्तों मध्यम स्तर पर डेयरी फार्मिंग बिजनेस एक औसत स्तर का फॉमिंग बिजनेस है अधिकतर लोग इस स्तर के बिजनेस को करते हैं। इसको करने के लिए आपको सभी चीजें बड़े बड़े पैमाने पर इस्तेमाल करना होगा। इसके साथ ही एक बड़ी गौशाला का भी इंतजाम करना होगा जिसमें 25 से 30 गाय और भैंस रह सके। इसलिए आपका बजट भी बड़ा होना चाहिए और इसमें निवेश की बात की जाए तो आप 4 से 5 लाख तक निवेश कर सकते हैं। कुछ गाय और भैंस से आप उधार पर भी लेकर अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं। 

जिसके लिए आपको उन्हें किराए के तौर पर कुछ रकम हर महीने देनी होगी। उससे जो भी दूध मिलेगा उससे आप अपना डेयरी का बिजनेस अच्छे से कर सकते हैं। प्रतिदिन के हिसाब से 40 से 50 लीटर दूध आपको बेचना होगा। पशुओं के रखरखाव की अच्छी व्यवस्था साफ- सफाई व उनकी खाने की भी व्यवस्था आपको हमेशा करनी होगी। पशु आहार उसके साथ ही पशुओं के डॉक्टर को भी हमेशा के लिए अप्वॉइंट करना होगा। जिससे किसी भी पशु को अगर किसी प्रकार की बीमारी हो गई तो उसका इलाज तुरंत हो सके इन सभी का खर्च निकलने के बाद आपके पास अच्छा खासा प्रॉफिट बचता है।

3 - बड़े स्तर पर-

अब बात करते हैं बड़े स्तर के बारे में दोस्तों अगर आप बड़े स्तर पर डेयरी फार्मिंग व्यवसाय करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको बहुत बड़े पैमाने पर इंतजाम करने की जरूरत है। इसमें आपको 20 से 25 लाख रुपए तक निवेश करने की आवश्यकता है। जिसकी लागत से आप गौशाला निर्माण से लेकर पशु चारा और इससे संबंधित जो भी चीजें हैं उसका इंतजाम कर पाएंगे और इसी लागत में आप पशु भी खरीद पाएंगे। इसके लिए लगभग 100 गाय और भैंस का इंतजाम और इसके साथ ही उनके रहने के लिए एक बड़ी गौशाला और चारा भूसा का भी इंतजाम करना होगा। 

इस दौरान इस बात का विशेष ध्यान दे कि जो भी गाय और भैंस आप खरीदें उनकी नस्ल में का भी ध्यान रखना बहुत जरूरी है। यदि पशु अच्छी नस्ल के नहीं होंगे तो आपका डेयरी व्यवसाय अच्छा नहीं चलेगा क्योंकि दूध उस हिसाब से नहीं मिलेगा। इसके द्वारा यदि प्रॉफिट की बात की जाए तो आप 3 लाख रूपये महीने तक का प्रॉफिट पा सकते हैं। इसमें आपको क्लीनिंग स्टाफ रखने की जरूरत है जो समय समय पर क्लीनिंग करते रहे जिससे आपके डेयरी में साफ-सफाई बनी रहे। बड़ा डेयरी फार्म खोलने के लिए आपको अच्छे कागजात बनाने की भी जरूरत पड़ेगी। आपकी प्रॉपर्टी को बिजनेस प्रॉपर्टी के तौर पर डिक्लेअर करें।

डेयरी फार्म के लिए गाय और भैंसों का चयन कैसे करें -

दोस्तों सबसे पहला कदम डेयरी फार्मिंग में गाय और भैंस का चयन होना चाहिए इसके लिए हमें किस तरह से इन को परखना होगा आइए जानते हैं। -

1- मुर्रा -

मुर्रा भैसे 7% तक फैट वाला दूध देती है। अगर भैंस की पहचान करनी हो तो यह भैंस की पहचान करना बेहद आसान है इसकी आंखें और सींग बहुत छोटी होती है और इसके अलावा यह सिंग घुमावदार वाली  होती है। इस भैंस की गर्दन बाकी भैंसों की गर्दन से लंबी होती है। इसके साथ ही यह एक समय में 1600 साल से 1700 साल लीटर तक दूध देती है।

2 - बुधवारी -

दोस्तों इस भैंस की पहचान करना बहुत ही आसान है यह मध्यम आकार की कम बाल वाली और ताबिया रंग की भैंस होती है। इनके पैर छोटे और मजबूत होते हैं और बीच में सफेद रंग का निशान होता है और इनकी सिंह लंबी और तलवार के आकार की पतली होती है। यह मैनपुरी इटावा और यमुना के किनारे की हिस्सों में पाई जाती है।

3 - जफरवादी -

डेरी फार्मिंग में यह बहुत ही उपयोगी नस्ल कि भैंस होती है क्योंकि हर साल बच्चा देती है और यह भैंस अन्य भैंसो की तुलना में ज्यादा दिन तक दूध देती है। ऐसी दो से तीन भैंस खरीद कर आप अपना डेयरी उद्योग बढ़ा सकते हैं। इसके माथे पर सफेद निशान होता है और जहां तक इसके खाने पीने की बात रही तो इस भैंस के खानपान और आराम का विशेष ध्यान देना होता है। एक समय में 10 से 12 लीटर तक दूध देती है।

4 - सुराती -

यह भैंस बहुत ही दुधारू होती है और अक्सर की भूरे और स्लेटी रंग में पाई जाती है। उनका धड लंबा और उनकी सींग दराती के आकार की होती है। 8 से 12 परसेंट तक वसा वाला दूध देने वाली इस प्रकार की भैंस गुजरात और बड़ौदा मे पाई जाती है।

5 - मेहसाना -

गुजरात के मेहसाणा जिले में पाई जाने वाली इस भैंस का नाम स्थान के नाम पर ही पड़ा है। महाराष्ट्र के कुछ जगह पर भी इसे पाला जाता है और अधिकतर इसका रंग काला ही पाया जाता है। इसका शरीर मुर्रा भैंसों की अपेक्षा काफी बड़ा होता है बाकी सारी पहचान उसी की तरह होती है।

6 - नागपुरी -

इस भैंस को बरारी के नाम से भी जाना जाता है। इसका रंग हल्का काला और भूरा दोनों मिक्स होता है। यह महाराष्ट्र के अमरावती जिले में पायी जाती है। इसकि सिंग बिल्कुल तलवार की तरह नुकली और लंबी होती है और यह 5 से 10 लीटर तक दूध एक समय में देती है।

डेयरी फार्मिंग के लिए गाय और भैंस कहां से खरीदें -

दोस्तों आप डेयरी फार्मिंग बिजनेस अच्छे से और बड़े पैमाने पर करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहला कदम गाय और भैंसों की खरीद की तरफ उठाना पड़ेगा। आप अपनी डेयरी में ही हर प्रकार की गाय और भैंस रख सकते हैं लेकिन इस चीज का ध्यान रखना होगा कि वह अच्छी नस्ल के हो। हम सभी भारत सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट को तो जानते ही हैं। जहां से हम गाय और भैंसों की अच्छी नस्ल के बारे में पता कर सकते हैं और उनके खरीद के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 

epashuhaat  यह ऑफिशियल वेबसाइट लिंक है। इसके अलावा हर गांव शहर कस्बे में कभी न कभी पशु मेला जरूर लगता है उस पशु मेले का भी ध्यान रखें जब भी मेला लगे तो अवसर ना चूके वहां जाएं और पशु के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें और अगर आपको सही लगे तो आप वहां से भी खरीद सकते हैं।

गाय और भैंस को क्या खिलाना चाहिए -

दोस्तों डेयरी फार्मिंग बिजनेस में हमें पशुओं के खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि हमें उनसे दूध की ज्यादा उम्मीद रहती है तो इसके लिए हमें उन्हें अच्छा खानपान देना होगा। गाय-भैंसों को सरसों की खली, हरा चारा, साफ सुथर अच्छा पोषण युक्त कुछ खनिज पदार्थ और इसके साथ ही देसी गुण, आटा मक्का और गेहूं दोनों का मक्का यह सभी चीजें खिला सकते हैं। 

गाय और भैंस के लिए यह सभी बहुत ही पोषण युक्त भोजन होते हैं और इन सभी चीजों से ज्यादा दूध देती है। इसके साथ ही बाजार में दाना उपलब्ध होता है जिसमें सभी चीजें मिली होती है वह भी इनके स्वस्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है। लेकिन इस दौरान एक चीज का विशेष ध्यान रखेगी कभी भी अपने गाय और भैंसों को किसी तरह का कोई केमिकल इंजेक्शन ना लगवाएं। इससे गाय भैंस के दूध और सेहत दोनों पर बहुत ही बुरा और काफी गहरा असर होता है। भैसो को चराने और टहलाने के लिए जरूर ले जाए क्योंकि जब वह स्वयं हरा चारा चर के खाती है तो वह ज्यादा फायदेमंद होता है।

डेयरी फार्मिंग बिजनेस के लिए मुख्य आवश्यकता -

दोस्तों जब भी हम डेयरी की स्थापना करते हैं तो हमें बहुत सारी चीजों की जरूरत पड़ती है। जो डेयरी फार्म बिजनेस प्लान के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होती है तो चलिए दोस्तों अब हम जानते हैं की ऐसी कौन सी ऐसी चीज है जिसके बिना हम डेयरी नहीं बना सकते आइए जानते हैं।

1- भूमि -

दोस्तों जब भी हम डेयरी की स्थापना करते हैं तो उसके लिए हमें बड़ी जमीन की आवश्यकता पड़ती है। वह जमीन अगर हमारे पास पहले से है तो हमें जमीन खरीदने की जरूरत नहीं पड़ती इसके साथ में जो पशु हम पालते हैं उन्हें खिलाने के लिए चारे की आवश्यकता होती है। अगर हमारे पास खेत होंगे तो हम पशुओं को खिलाने के लिए चारा पैदा कर सकेंगे। आमतौर पर हमें 2 से 3 एकड़ भूमि की आवश्यकता पड़ेगी जिसमें हम अच्छे चारे की उपज पैदा कर सकेंगे।

2 - बहाना -

दोस्तों बहाना हम उस स्थान को कहते हैं जहां हम गायों को सुरक्षित रख सके या फिर यूं कहे कि यह एक प्रकार की छत या शेड होती है। अपने खेत में या गौशाला में जहां हम गायों को रखते हैं क्योंकि उनके लिए उचित जगह का निर्माण कराना भी बहुत जरूरी है।

3 - चारा -

जब भी हम डेरी का निर्माण करते हैं तो पशुओं को रखते हैं उन पशुओं को खिलाने के लिए उचित चारा का भी इंतजाम करना बहुत जरूरी है‌। क्योंकि बिना इसके हमारे पशु अधिक समय तक दूध नहीं दे पाएंगे। अगर इनके लिए उचित चारा खेत से ही लाया जाया तो अच्छा होता है।

4 - पानी -

दोस्तों वैसे तो डेयरी फार्म बिजनेस प्लान में अन्य कार्यों के लिए भी पानी की बहुत आवश्यकता होती है। लेकिन गाय और भैंस को पीने के लिए भी साफ सुथरा और स्वच्छ पानी चाहिए होता है‌।

5 - नस्ल चयन -

दोस्तों जब भी नई डेयरी हम खोलते है तो सबसे पहला कदम हम गाय और भैंसों की नस्ल का चयन करना होता है। अच्छा दूध देने वाली गाय जर्सी, रेड सिंधी, साहीवाल, गिर, दीवानी,ओंगोल आदि गाय है। यह सभी गाय अधिक दूध देती है और जब भी आप डेयरी खोलते हैं तो आपको इन गायों को जरूर रखना चाहिए।

6 - श्रम -

डेयरी बिज़नेस में श्रम बहुत ही महत्वपूर्ण है और बिना श्रम के कोई भी कार्य सफल नहीं होता। आपको अपने डेयरी ऐसे व्यक्ति को रखना होगा जो आपके पशुओं का इन सबके खानें पीने का बहुत अच्छे से ध्यान रख सके। इसके साथ ही जो भी डेयरी की नियमित गतिविधियां है उसके लिए भी एक अच्छी श्रमिक की जरूरत पड़ती है।

7 - टीकाकरण -

दोस्तों गाय और भैंस की उचित देखभाल के लिए उन्हें टीकाकरण की भी आवश्यकता पड़ती है। एक उचित टीकाकरण कार्यक्रम है इन सभी की देखभाल में सफल हो सकता है। इसके लिए आप डॉक्टर से मिल सकते हैं वह आपको उचित टीकाकरण की सलाह अच्छे से देंगे जहां आपको अपने पशुओं को लेकर जाना होगा और टीकाकरण कराना होगा। ताकि आपके पशु हमेशा स्वस्थ और निरोग रहे।

8 - चिकित्सा सुविधा -

डेयरी उद्योग में चिकित्सा सुविधा भी परफेक्ट होनी चाहिए। जब भी आपके पशु बीमार पड़े उन्हें उचित चिकित्सा सुविधा और डॉक्टर मिल सके। इसके लिए आपको पहले से ही एक डॉक्टर अप्वॉइंट करके रखना होगा जो किसी भी समय सुविधा के अनुसार मिल सके। आपके पशुओं की उचित देखभाल इसी पर निर्भर करती है। दोस्तों यहां पर हमने आपको कुछ बेसिक चीजों या फिर यूं कहें कि सुविधाओं को बारे में जानकारी प्रदान करने की कोशिश की है। बिना इन सुविधाओं और बेसिक चीजों के किसे दी डेयरी फॉर्म बिजनेस की कल्पना करना नामुमकिन है।

डेयरी फार्म बिजनेस में काम आने वाले मुख्य उपकरण -

दोस्तों पारंपरिक तौर पर यह बिजनेस मैन पावर वाला व्यापार था। पहले के समय में जब डेयरी फार्मिंग का बिजनेस किसी व्यवसायी द्वारा किया जाता था तो उसमें मैन पावर के साथ ही इस बिजनेस को आगे बढ़ाया जाता था। जिससे इस व्यवसाय में काम कर रहे मजदूर को भी कुछ पैसे मिल जाते थे। लेकिन आज के बढ़ते इस आधुनिक दौर और मशीनी युग में डेयरी फार्म के लिए भी मशीनें बाजार में उपलब्ध है तो चलिए जानते हैं कि डेयरी फार्म बिजनेस में ऐसे कौन से उपकरण हैं जो इस्तेमाल में लाए जाते हैं जिनका इस्तेमाल आपको भी इस बिजनेस को शुरुआत में करना होगा।

1 - डेयरी पशु आवास उपकरण -

दोस्तों डेयरी पशु आवास उपकरण जहां हम अपने गाय-भैंसों को रखेंगे। क्योंकि हम एक ऐसा बिजनेस कर रहे हैं जिसमें हमें पशुओं को अच्छे से रखने की आवश्यकता होगी। इसलिए हमें उनके रहने के लिए आवास भी अच्छी तरीके से बनाने होंगे। क्योंकि हमारे पास गाय-भैंस हर समय रहेंगे और इसलिए हर मौसम चाहे वह गर्मी, सर्दी, बरसात हर मौसम में उनका ध्यान रखने की आवश्यकता है। इसलिए हमें उनके रहने की जगह का चुनाव और उनके रहने की जगह को इस तरीके से बनाना होगा कि वह हर मौसम में अपने आप को उस जगह पर आरामदायक और महफ़ूज महसूस करें।

2 - धुंध शीतलन प्रणाली -

दोस्तों धुंध शीतलन प्रणाली के बारे में बताएं तो इस प्रणाली के तहत हम जानवरों के रहने वाले जगह के वातावरण को उनके रहने के अनुकूल बनाते हैं। मसलन ज्यादा जानवरों के एक साथ रहने पर वहां का वातावरण गर्म हो सकता है। इस प्रणाली के तहत हम वहां के वातावरण को उनके अनुसार कम या ज्यादा कर सकते हैं। जिससे जानवरों को रहने में आसानी हो और उनका स्वास्थ्य ठीक रहे जिससे हमारे बिजनेस पर उनके स्वास्थ्य का असर ना पड़े।

3 - डेयरी फार्मिंग में खिला उपकरण -

डेयरी फार्मिंग व्यवसाय में गायों को खाना खिलाने के लिये जिस यंत्र का उपयोग किया जाता है उसे हमे खिला उपकरण कहते है। इस उपकरण की सहायता से हम गायो को खिलाने वाले भोजन को तैयार कर सकते है। इस व्यवसाय से जुड़े व्यवसायी के लिए इस उपकरण को रखना आवश्यक होता है।

4 - हरा चारा कटर -

इंसान हो या जानवर अगर हर किसी को खाना अच्छे से दिया जाए तो वो उससे बड़े प्यार से खाता है। मसलन अगर हम गाय और भैंस को उनका चारा छोटे छोटे टुकड़ों में देंगे तो उन्हें अपने भोजन को खानें और पचाने में आसानी होगी। हरे चारे को छोटा छोटा काटने के लिए जिस यंत्र का उपयोग करते हैं उसे हरा चारा कटर कहते है और इस उपकरण की सहायता से हम गायो और भैंसों के हरे चारो को मिंटो में आसानी से छोटा छोटा काट कर उनको खिला सकते हैं।

5 - भूसा काटने वाली मशीन -

दोस्तो ज्यदातर गायो को भूसा ही खिलाया जाता हैं जो खाने में उन्हें अच्छा लगता हैं। लेकिन जब हम बाजार से उनके लिए भूसा खरीदते हैं तो वो उनके खाने के लिए अनुकूल नही होते हैं। जिसे उनके खाने के लिए बनाने के लिए उसे मशीन में डाल कर छोटा छोटा काटा जाता है और जिस उपकरण के साथ ये प्रक्रिया पूरी की जाती है उसे ही हम भूसा काटने की मशीन कहते हैं। जिसकी सहायता से भूसा बड़ी आसानी से कट जाता है और गायों को उसे खाने में भी आसानी होती है।

6 - चारा ग्राइंडर -

जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है कि इस मशीन की सहायता से गायो के चारो को ग्राइंड यानी मिलाया जता है। दोस्तो इस मशीन की सहायता से गाय के चारो की कटिंग और क्रासिंग होती है जो इस मशीन में लगे ब्लेड बड़ी आसानी से करते हैं। इस मशीन की मदद से अनाज को मिलाया जाता है और गाय के खाने के अनुकल तैयार किया जाता है।

7 - दुध दुहने कि मशीन -

दोस्तों पहले गायों से दूध धोने का काम हाथों से किया जाता था लेकिन जो कि अब यह व्यवसाय बड़े पैमाने पर हो रहा है तो इसके लिए मशीनों की सहायता लेना जरूरी हो गया है। दोस्तों आजकल बाजार में गाय के दूध को दोनों के लिए मशीनें भी उपलब्ध है जहां एक और हम गाय से दूध दुहने के लिए एक आदमी द्वारा 10 मिनट लिया जाएगा तो वही आज मशीन की सहायता से हम 10 मिनट में कई गायों के गाय को देख सकते हैं। जिसमें हमारा समय बचता है अगर आप इस व्यवसाय को बड़े पैमाने पर कर रहे हैं तो आपके पास दूध ढूंढने की मशीन में होना आवश्यक है।

8 - स्वचालित मशीन -

क्योंकि इस मशीन से गाय का दूध निकालना सही तो नहीं है क्योंकि इससे गाय को थोड़ी तकलीफ होती है। लेकिन इस मशीन से इस विधि द्वारा हम गाय के दूध को बड़ी तेजी से मिनटों में निकाल सकते हैं। हाथ की अपेक्षा इस स्वचालित मशीन से दूध अधिक तेजी से निकलता है।

9 - दुग्ध पाइपलाइन -

दोस्तों डेयरी फार्म में गाय से दूध को निकालने और उसे एक जगह टैंक में एकत्रित करने के लिए जिस पाइप को मशीन से टैंक में दूध लाने के लिए जोड़ा जाता है उसे हम दुग्ध पाइपलाइन कहते हैं। इस पाइप को एक और टैंक में और एक और गाय के निप्पल से दूध निकालने वाली मशीन में जोड़ा जाता है। जिससे गाय का दूध सीधे निकल कर एक जगह टैंक में बिना कहीं गिरे एकत्रित होता है और गाय से निकली हुई दूध को एक जगह टैंक तक एकत्रित करने का काम यही दुग्ध पाइपलाइन ही करते हैं।

10 - पाश्चराइज्ड उपकरण -

दोस्तों डेयरी फार्म व्यवसाय में सबसे अहम मशीन यह पाश्चराइजर उपकरण ही होता है। गाय से निकले हुए दूध को सीधा हम बेचने के लिए बाहर नहीं भेज सकते हैं। इस मशीन के द्वारा हम गाय के दूध को उचित तापमान पर गर्म रखते हैं और हिलाते हुए ठंडा करते हैं। 

जिसमें इसमें उपस्थित जीवाणु जो हमारे स्वास्थ्य के लिए नुकसान दाई होते हैं नष्ट हो जाते हैं। डेयरी फार्म में गाय से निकले हुए दूध को  पाश्चराइज्ड प्रक्रिया के तहत ही लोगों के पीने के लिए उपयुक्त बनाने के बाद ही इसे पैकेजिंग के लिए आगे भेजा जाता है। एक तरीके से गाय के दूध को लोगों को पीने लायक शुद्ध करने के लिए इस प्रक्रिया को डेयरी फार्म में अपनाया जाता है जिसे पाश्चराइज्ड उपकरण कहते हैं।

11 - सेपरेटर -

दोस्तों डेयरी फार्म में दूध से क्रीम को अलग करने की प्रक्रिया भी की जाती है और उससे अलग-अलग चीजें बनाई जाती हैं। तो एक डेयरी फार्म व्यवसाय में दूध से क्रीम को इसी सेपरेटर प्रक्रिया के तहत पूरा किया जाता है। जिसके लिए फार्म में अलग से जगह बनाई जाती है और दूध से क्रीम को अलग करने की इस प्रक्रिया में जिन मशीनों का इस्तेमाल होता है। वह प्लास्टिक, अलुमिनियम, स्टील आदि के हो सकते हैं जिसके माध्यम से हम दूध से क्रीम ,दही ,मक्खन घी,छाछ आदि बनाते हैं।

12 - टैंक -

दोस्तों क्योंकि हम डेयरी फार्म जैसा बड़ा व्यवसाय कर रहे हैं जिसमें हम ढेर सारे गायों से दूध इकट्ठा करते हैं। तो इन दूध को इकट्ठा करने के लिए हम टैंकों का इस्तेमाल करते हैं गायों से निकले हुए दूध का बड़ा बैच इन टैंकों में ही इक्कठा किया जाता है जिसमें हमारे दूध लंबे समय तक सुरक्षित रहते हैं।

13 - दुध कि टंकियां -

दोस्तों डेयरी फार्मिंग व्यवसाय में गायों से निकले हुए दूध और उससे बने हुवे अन्य पदार्थों या सामानों को अधिक से अधिक समय तक ताजा और फ्रेश रखने के लिए टैंको में उन्हें एकत्रित करना होता है और यह टैंक अलग अलग तरीके के होते हैं। जिन्हें प्री- स्टैक टैंक, दूध टैंक, अंतरिम टैंक और मिक्सिंग टैंक कहते हैं।

डेयरी फार्म बिजनेस शुरू करने से पहले के मुख्य चरण -

दोस्तों अगर आप डेयरी फार्म बिजनेस खोलने के बारे में सोच रहे हैं और आपको यह नहीं पता कि उस बिजनेस को खोलने के लिए उठाने वाले पहले कुछ कदम क्या होंगे तो चलिए अब हम आपको इससे संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं। -

1 - योजना बनाएं -

दोस्तों व्यवसाय कोई भी हो उसे शुरू करने से पहले एक निर्धारित योजना बनाना बहुत ही आवश्यक है। ठीक इसी तरह एक डेयरी फार्म व्यवसाय को शुरू करने के लिए व्यवसाई को उसके हर पहलुओं पर योजना बनाने की आवश्यकता होती है। जैसे कि जानवरों के रहने, खाने, उसके स्वास्थ्य से संबंधित सभी देखरेख आदि। एक शब्द में कहा जाए तो इस व्यवसाय में गाय या भैंस के हाउसिंग, फीडिंग, ब्रिडिंग, उनकी संख्याओं का एक योजनाबद्ध तरीके से लक्ष्य बनाना और उस पर ही आगे बढ़ना इस व्यवसाय में कदम रखने वाले व्यवसाय के लिए लाभदायक हो सकता है।

2 - आसपास डेयरी रिसर्च करें - 

एक डेयरी फार्म व्यवसाई को इस व्यवसाय में कदम रखने से पहले खुद पहले कई डेयरी फार्म का रिसर्च जरूर कर लेना चाहिए। इसके लिए आप चाहे तो कुछ दिन किसी डेरी फार्म में काम करके भी इस बिजनेस से संबंधित सभी जरूरी काम आने वाली चीजों और उसे चलाने के लिए आवश्यक निवेश के बारे में जमीनी स्तर पर पता कर पाएंगे। 

यही नहीं अगर आप डेयरी फार्म की जानकारी लेने के लिए किसी डेयरी फार्म का रिसर्च कर रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि उसके मालिक से जितनी ज्यादा से ज्यादा जानकारी आप प्राप्त कर सकते हैं उन सवालों को लिस्ट बनाकर रखें और वहां जाने पर उससे पूछ कर अपने संसय का निदान कर सकते हैं। आपको यह भी बता दें कि जब आप किसी डेयरी फार्म का रिसर्च करने जाएं तो वहां के व्यक्ति को यह ना बताएं कि आप भी यह व्यवसाय करना चाहते हैं। वरना कोई भी प्रतिद्वंदी अपने प्रतिद्वंदी को सारी बातें नहीं बताता जिससे जानकारी के अभाव में इस व्यवसाय में आपको घाटा भी हो सकता है।

3 - पशुओं से संबंधित जानकारी इकट्ठी करें -

दोस्तों क्योंकि डेयरी फार्म व्यवसाय एक पशुपालन व्यवसाय है। इसलिए इस व्यवसाय में आने से पहले  गाय-भैंसों से संबंधित जानकारी भी प्राप्त करना हमारे लिए बहुत जरूरी हो जाता है। मसलन कि जब हम एक डेयरी फार्म में गाय भैंसों को रखेंगे तो उसके लिए हमें किन किन बातों को ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। जानवरों को किस चीज से परेशानी होती है और उन्हें क्या खाने पीने से नुकसान होता है या क्या खाना पीना उनके लिए फायदेमंद है। 

किस मौसम में यह जानवर किस तरीके का व्यवहार करते हैं आदि। इन सभी बातों कि भी जानकारी रखना इस व्यवसाय में हमारे लिए जरूरी हो जाता है। इसके लिए हम नजदीकी पशु चिकित्सक से मिलकर पशुओं के बारे में और जानकारी भी प्राप्त कर सकते है।

4 - वित्तिय प्रबंधन -

दोस्तों जब तक आप आर्थिक रूप से मजबूत नहीं होंगे आप किसी भी बिजनेस को अच्छे से नहीं कर सकते हैं। वैसे तो आप शुरुआती दौर में इस बिजनेस को कम निवेश के साथ भी इस व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं। लेकिन अगर आप इस व्यवसाय को बड़े पैमाने पर खोलने की सोच रहे हैं तो आपको अच्छे से वित्तीय प्रबंध करने की आवश्यकता है। 

मसलन बड़े पैमाने पर इस व्यवसाय को खड़ा करने के लिए जानवरों के रहने की अच्छी व्यवस्था उनके खाने-पीने की सभी पोषक सामग्रियों को जुटाना पशुओं के स्वास्थ्य संबंधी दवाओं और रूटीन चेकअप में भी आपके पैसे खर्च होंगे। इन सभी बातों का बारीकी से ध्यान रखते हुए इन पर रिसर्च करने के बाद ही आप इस बिज़नेस में बड़े पैमाने पर निवेश करने के बारे में सोचे।

5 - स्थान का चयन -

इस व्यवसाय को शुरू करने से पहले जिस बात पर सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है वह है स्थान का चयन। दोस्तों इस व्यवसाय में कदम रखने से पहले हमें अपने डेयरी फार्म को खोलने के लिए अच्छी जगह चुनने की जरूरत होती है। जैसे कि जब हम पशुओं को रखेंगे तो हमें जगह इतनी पर्याप्त चाहिए कि कई पशु एक साथ आसानी से रह सके। वही आपको कुछ मशीनें लगाने की भी जरूरत होंगी जिसके लिए आपको पर्याप्त जगह चाहिए होगी। 

और इन सबसे बड़ी बात कि आप अपना डेयरी फार्म एक ऐसी जगह खोलें जहां से आप अपने उत्पाद को शहरों तक ले जाने में आसानी हो। वही अगर आप डेयरी फार्म में दूध किसानों से ले रहे हैं तो उन्हें आपके डेयरी फार्म तक पहुंचने में ज्यादा परेशानी का सामना ना करना पड़े।

6 - स्थान में निर्माण -

दोस्तों यह बात तो आपने सुनी होगी कि मन स्वस्थ तो तन स्वस्थ और यह बात सिर्फ मनुष्य पर ही नहीं पशु पक्षियों और जानवरों पर भी लागू होती है। क्योंकि आप एक पशुपालन डेयरी फार्म जैसा व्यवसाय शुरु कर रहे हैं इसलिए इसमें आपको पशुओं को रखने के लिए उचित जगह की आवश्यकता होती है। जिससे कि उनका स्वास्थ्य ठीक रहे वह रोगों से बचे रहें और आपके लिए अधिक से अधिक दूध का उत्पादन कर पाए। इसके लिए जरूरी है कि आप उन्हें अच्छे से रहने के लिए बेहतरीन जगह उपलब्ध कराएं आमतौर पर एक पशु को रहने के लिए 40 वर्ग फीट और खुली जगह मे 80 वर्ग फीट के जगह की आवश्यकता पड़ती है। 

अगर आप यह व्यवसाय छोटे स्तर पर कर रहे हैं तब भी आपको लगभग 3000 स्क्वायर फीट के जगह की आवश्यकता होगी और अगर आप यह व्यवस्थाएं लगभग 100 पशुओं के साथ शुरू कर रहे हैं तो जगह के लिए आपको 15000 स्क्वायर फीट से लेकर 17000 स्क्वायर फीट तक की जरूरत होगी। जगह का निर्माण कराते समय आप इस बात का ध्यान अवश्य दें कि पशुओं के रहने वाले शेड के अंदर ताजी हवा का आना जाना उनके बैठने उठने से लेकर खाने तक के लिए पर्याप्त जगह हो जिससे उन्हें किसी प्रकार की परेशानी ना हो।

7 - कर्मचारी चयन -

दोस्तों जाहिर है कि मशीनीकरण के इस दौर में यूं तो डेयरी फार्म का अधिकतर काम मशीनों से ही हो जाता है। लेकिन फिर भी इसमें कुछ ऐसे काम है जिनके लिए मजदूरों की आवश्यकता पड़ती ही है। क्योंकि यह पशुओं की देखभाल का एक अहम व्यवसाय है और इसलिए इसमें आपको कुछ पारिश्रमिक मजदूरों को रखने की भी आवश्यकता होती है। इसलिए मजदूरों के चयन में ध्यान दें कि वह पारिश्रमिक हो और इसके साथ ही उनके पास इस तरह के कामों को पशुओं के देखभाल का आवश्यक जानकारी और ज्ञान हो।

डेयरी फार्म बिजनेस कैसे शुरू करें?

चलिए दोस्तों हम आपको बताते हैं कि आप अपने डेयरी फार्म बिजनेस प्लान को कैसे शुरू कर सकते हैं और इसके लिए आपको किन चीजों को लेने और किन चीजों का निर्माण कराने की आवश्यकता होगी आइए जानते हैं। -

1 - शेड निर्माण -

दोस्तों जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि डेयरी फार्म व्यवसाय शुरू करने के लिए सबसे पहले तो हमें जानवरों के रहने के लिए व्यवस्था करनी होगी। जिसके लिए हमे शेड यानी छप्पर का निर्माण करना होगा। छप्पर यानी कि शेड निर्माण करते समय आपको इस बात का खासतौर पर ध्यान रखना होगा कि एक पशु के रहने के लिए कम से कम 40 वर्गफीट जगह, वही खुले में 80 वर्गफीट जगह की आवश्यकता होती है। वही अगर आप यह डेयरी फार्म कम पशुओं के साथ शरू कर रहे हैं जैसे कि लगभग 20 गाय है तो उसके लिए लगभग 3000 स्क्वायर फिट जगह की जरूरत होगी। 

लेकिन वही दूसरी ओर इस बिज़नेस को बड़े स्तर पर लगभग शुरुआत में ही 100 गाय- भैस के साथ शुरू कर रहे हैं तो इसके लिए आपको जगह का चुनाव भी बहुत बड़ा करना होगा। इसके लिए हमे लगभग 15000 से 17000 स्क्वायर फिट जगह की आवश्यकता होगी। जिसमें हमारे पशु आराम से रह सके और अच्छे वेंटिलेशन और अच्छे स्वास्थ्य के साथ हमारे लिए ज्यादा से ज्यादा दूध उत्पादित करे। शेड निर्माण के साथ-साथ उसके हाइजीन का भी ख्याल रखना आवश्यक होता है। 

जिससे कि पशुओं के स्वास्थ्य पर गंदगी से कोई असर ना पड़े और पशुओं के आराम से रहने के लिए और उसमें किसी तरीके से पानी का ठहराव ना हो उसके लिए जमीन को अच्छी तरीके से अनुकूल रूप से तैयार करना भी आवश्यक होता है।

2 - चारा प्रबंधन -

दोस्तों जाहिर सी बात है कि यदि हमें पशुओं से ज्यादा दूध उत्पादित कराना है तो उसके लिए हमें उनको चारा भी भरपूर देना होगा। जिसके लिए आपको उनको हर तरीके के पौष्टिक आहार का प्रबंध करने की जरूरत होगी। गाय-भैंसों को हम चारा तो खिलाते हैं इसके अलावा भी हमें उन्हें कुछ पौष्टिक खाद्य पदार्थों को देना जरूरी होता है। आपकी जानकारी के लिए बताना चाहेंगे कि गाय-भैंसों को 3 तरीके से खाना देना होता है जैसे कि सूखा चारा, हरा चारा और खनिज मिश्रण। 

सूखे चारे में गाय को भूसा, पुआल, चोकर जैसे खाने के पदार्थ देते हैं। तो वहीं हरे चारे में ऐसे हरे घास जिममें प्रोटीन की मात्रा हो को गाय-भैंसों को चारे के रूप में देते हैं जैसे चना, मक्का, मसूर, संकर घास, तो वही खनिज की कमी से बचाने के लिए उन्हें खनिज युक्त खाद्य पदार्थों को देना आवश्यक होता है। जिससे उनके खाने-पीने से संबंधित पौष्टिक आहार में किसी प्रकार की कमी ना हो और उनके खाने की आपूर्ति उनके खुराक के हिसाब से बनी रहे। दोस्तो आपको बता दे कि अनुमानतं एक गाय -भैंस के खुराक में एक व्यवसाई के प्रतिदिन का खर्च 200 से 250 रुपये प्रतिदिन का खर्च हो सकता है।

3 - जल आपूर्ति -

दोस्तों शेड में पशुओं के पीने के लिए पर्याप्त पानी और जहां पर उनके रहने का स्थान उस जगह कि साफ सफाई के लिए स्वच्छ पानी की भरपूर व्यवस्था करना आवश्यक होता है। पानी की आवश्यकता सिर्फ पशुओं को ही नहीं अगर आप उनके लिए हरा चारा खुद ही उगा रहे हैं तो उसके लिए भी आपको पर्याप्त पानी की आवश्यकता पड़ती है। इसके लिए आप अपने डेयरी फार्म में बोरिंग भी करा सकते हैं या फिर बड़ा टैंक बनवा कर भी उसको अच्छे से भरकर डेयरी फार्म में आवश्यकता पड़ रहे जल की आपूर्ति को पूरा कर सकते हैं।

4 - डेयरी नस्लों का चयन -

दोस्तों इस व्यवसाय की खास बात यह है कि आप अपने सुविधा अनुसार और वातावरण के अनुकूल नस्लो का चुनाव कर सकते हैं। जो गाय भैस  ज्यादा से ज्यादा दूध उत्पादन करते हो उनकी कुछ ऐसी देशी और विदेशी नस्ले है जो भारत मे हर मौसम के मुताबिक अपने आप को अनुकूल रखती है और दूध भी ज्यादा देती हैं। जिनमें भारतीय साहीवाल, एचएफ गायों (होल्सटीन पश्चिमी) की क्रॉस ब्रीड या लाल सिंधी, साहीवाल या जर्सी ये उन नस्ल की गायो में से मानी जाती है जो लगभग 20 से 25 लीटर दूध प्रतिदिन देती हैं। 

एक व्यवसाई को इस बात का ज्ञान होना चाहिए कि अच्छे व्यवसाय के लिए अच्छे नस्ल की गायों का चुनाव करना डेयरी फार्मिंग व्यवसाय के लिए कितना आवश्यक होता है। एक डेयरी फार्मिंग व्यवसाई को इसके लिए अपने आसपास के खेतों का भ्रमण करें और विभिन्न नस्ल की गायों का पता लगाएं जो व्यवसाय के हिसाब से उपयुक्त है और हमारे लिए लाभकारी हैं जिसे चुनकर हम अपने व्यवसाय में आगे लाभ कमा सकते हैं।

5 - प्रबंधन देखभाल -

दोस्तों कोई भी व्यवसाय को चलाने के लिए अच्छे प्रबंधन या फिर यूं कहें एक बेहतरीन मैनेजमेंट टीम का होना बहुत ही जरूरी होता है। इसलिए आपको अपने डेयरी फार्म के प्रबंधन और उसके देखभाल पर भी ध्यान देने की भी बहुत आवश्यकता है। आपको समय-समय पर अपने डेयरी फार्म का निरीक्षण करते रहने की आवश्यकता है और आपके डेयरी फार्म में किस प्रकार के सामान और किसी प्रकार क्षति हो तो उसकी मरम्मत करना आवश्यक होता है। इसके साथ ही आपको अपने पशुओं के रहने वाली जगह और डेयरी फार्म में प्रयुक्त हो रहे हैं मशीनों का समय-समय पर चेकिंग करना भी बहुत आवश्यक है। 

वही पशुओं के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी को समय-समय पर इकट्ठा करते रहना और अपने डेयरी फार्म के आय-व्यय का प्रबंधन और देखरेख करना भी डेयरी फार्म व्यवसाय में आवश्यक होता है। अगर अपने व्यवसाय का प्रबंधन और मेंटेनेंस आप स्वयं कर रहे हैं तो यह आपके लिए और जिम्मेदारी भरा काम हो जाता है। इसके लिए आपको हमेशा तैयार रहने की आवश्यकता होती हैं कि हमारे डेयरी फार्म में कब किस तरीके की समस्या आए और उसे किस तरीके से उसका निदान करना है इन सब का ध्यान देते रहने की आवश्यकता होती है। हालांकि आप चाहे तो इसके लिए किसी अनुभवी व्यक्ति को नियुक्त कर सकते हैं।

6 - टिकाकरण कार्यक्रम -

दोस्तों डेयरी फार्म में आपको समय-समय पर अपने पशुओं के स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने की आवश्यकता होती है। क्योंकि आपके बिजनेस का आधार ही गाय -भैंस है अगर उनके स्वास्थ्य पर कोई असर होगा तो उसका सीधा प्रभाव आपके व्यवसाय पर पड़ेगा। इसलिए आपको अपने पशुओं की स्वास्थ्य संबंधी सभी जानकारियों को समय-समय पर एकत्रित करने और पशु चिकित्सक से परामर्श के साथ उनके टीकाकरण के कार्यक्रम को भी चलाना आवश्यक होता है। 

जिससे समय-समय पर उनके स्वास्थ्य की जानकारी हमें मिलती रहें और समय-समय पर उनके जरूरी टीकाकरण भी होते रहे जिससे कि ना पशुओं के स्वास्थ्य पर कोई हानि हो और ना ही आपके व्यवसाय पर इसका कोई नकारात्मक प्रभाव पड़े।

7 - गाय और भैंसों से दूध निकालना -

इन सभी बातों पर ध्यान देने के बाद आपको इस बात पर ध्यान देना है कि आप गाय भैसों का दूध कैसे निकालेंगे और उसे किस तरीके से स्टोर करेंगे। दोस्तों आप डेयरी फार्म का व्यवसाय ही दूध और उससे जुड़े उत्पादों को बेचने के लिए कर रहे हैं। इसलिए आपके लिए यह बहुत जरूरी हो जाता है कि गाय भैंस आपके लिए ज्यादा से ज्यादा दूध उत्पादन करें। लेकिन पशुओं के दूध उत्पादन करने के बाद आप उसको किस तरीके से निकालेंगे और कैसे रखेंगे इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए। 

अगर आप इस काम के लिए किसी व्यक्ति को रखते हैं तो वह लगभग एक गाय से दूध निकालने में 10 मिनट का समय लेगा और इसमें काफी वक्त लग जाएगा। लेकिन यही काम मशीनें बहुत ही कम समय में ज्यादा से ज्यादा दूध निकालकर एकत्रित कर देंगे जिसे आप बड़े बड़े टैंको में एकत्रित करके ज्यादा समय तक फ्रेश रखकर उसकी पैकेजिंग करके बाजार में बेचने के लिए उपलब्ध करा सकते हैं। इसलिए हमें गाय भैंसों से दूध निकालने की प्रक्रिया पर भी बारीकी से ध्यान देने की आवश्यकता होगी।

डेयरी फार्म बिजनेस का मार्केट डिमांड -

दोस्तों जब भी कोई भी बिजनेस शुरू करते हैं तो उसकी मार्केट डिमांड का ध्यान हमें रखना बहुत जरूरी होता है। आज हम देख रहे होंगे कि हमारी बढ़ती आबादी है पूरी आबादी को दूध मिलना मुश्किल हो रहा है।ऐसे मे डेयरी उद्योग काफी तेजी से विकास कर रहा है और यह एक ऐसा उद्योग है जिसमें कभी मंदी नहीं आ सकती। क्योंकि इस दुनिया में दूध की मांग कभी कम नहीं होती। बल्कि आने वाले दिनों के साथ ही बढ़ती ही जा रही है। इसलिए की मार्केट डिमांड काफी अच्छी है और इसका बिजनेस करना भी अच्छा रहेगा।

डेयरी फार्म बिजनेस में लागत -

दोस्तों के साथ कोई भी हो उसमें हमें कम या ज्यादा निवेश तो करना ही होता है। डेयरी फार्म बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है जिसे आप केवल एक पशु से भी शुरू कर सकते हैं। दोस्तों मान लेते हैं कि हम डेयरी उद्योग 10 पशुओं से शुरू कर रहे हैं। उसके लिए हमें इंफ्रास्ट्रक्चर भी बनाना होगा जगह का निर्माण छत का निर्माण यदि इन सभी को जोड़ा जाए तो 50 हजार रूपये तक खर्च होंगे। उसके बाद उनके चारा की व्यवस्था, दवाई चिकित्सक कर्मचारी का खर्च इन सभी को जोड़ा जाए तो 5 से 6 लाख तक का बजट आएगा।

डेयरी फार्म बिजनेस व्यापार का पंजीकरण -

दोस्तों जब भी हम कोई भी बिजनेस शुरू करते हैं। तो उसका पंजीकरण कराना बहुत जरूरी होता है बिना पंजीकरण के हम मार्केट में काम को शुरू नहीं कर पाते। हर चीज का अलग अलग तरीके से पंजीकरण होता है वैसे ही दूध या डेरी संबंधी प्रोडक्ट का बिजनेस का अगर पंजीकरण किया जाए तो वह भी अलग तरीके से होता है। इसलिए जब भी आप डेयरी स्टार्ट करें तो उसका नाम जरूर सोच ले। आप जहां पर भी यह डेयरी उद्योग शुरू करना चाहते हैं वहां के स्थानीय प्राधिकरण बोर्ड में जाकर पंजीकरण कराएं। FSSAI लाइसेंस और वैट पंजीकरण कराने की भी आवश्यकता पड़ती है। 

इसमें आपका जो भी खर्च आएगा वह खर्च आपको खुद ही वहन करना पड़ेगा। इसके अलावा आपको कुछ और लाइसेंस और टेक्स् के लिए भी आवेदन करना होता है। जो कि आपके बिजनेस आय और व्यय पर निर्भर करता है। निम्नलिखित दस्तावेजों के बिना आप डेयरी फार्म बिजनेस प्लान को शुरू नहीं कर सकते हैं इसलिए डेयरी व्यवसाय को शुरू करने से पहले इन सभी आवश्यक दस्तावेजों व्यापार लाइसेंस और टैक्स से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को जरूर प्राप्त कर लें।

डेयरी फार्म बिजनेस रिस्क -

दोस्तों कोई भी हो बिना जोखिम के हम उसमें आगे नहीं बढ़ सकते हैं। हालांकि यह अलग बात है की हर क्षेत्र में अपने अलग-अलग तरह के जोखिम होते हैं। जिनका हमे कभी ना कभी सामना करना ही पड़ता है। ठीक इसी तरह डेयरी फार्म बिजनेस में भी कुछ जोखिम है। अगर आप निम्नलिखित बातों का अच्छे से ध्यान रखेंगे तो आपको नुकसान होने की गुंजाइश बहुत ही कम हो जाएगी।

1. अच्छी नस्ल की गाय और भैंस की खरीदी इससे आपका बिजनेस अच्छा चलेगा अगर गाय और भैंस अच्छी नहीं रही तो डेरी बिजनेस डूब भी सकता है।

2. पशुओं की अच्छी देखभाल करें जिससे वह स्वस्थ रहें और अच्छा दूध दे अगर पशु बीमार रहा तो दूध भी बीमार ही रहेगा। समय-समय पर उनकी जांच करवाएं और उनकी वैक्सीनेशन भी करवाते रहें ताकि वह बीमार ना पड़े।

3. पशुओं को कभी भी इंजेक्शन से दूध ना पैदा करें उन्हें चारा पानी और भूसे से ही दूध की मात्रा बढ़ाएं। इसके अलावा उन्हें ताजा और हरा भरा भोजन उपलब्ध कराएं बांसी और दूषित भोजन से वह बीमार पड़ सकते हैं।

4. अगर इसके बिजनेस की बात करें तो सभी कागजी कार्रवाई को दुरुस्त रखें। ताकि भविष्य में आप लोन हेतु भी आवेदन कर सकें।

5. गाय और भैंस की स्वास्थ्य के साथ साथ आसपास के वातावरण पानी इत्यादि के साफ सफाई  का भी ध्यान रखें।

6. इन सबके साथ डेयरी फार्म बिजनेस में प्रबंधन का भी अपना अलग महत्व है इसलिए एक दुरुस्त प्रबंधन टीम को तैयार करें जिससे आपको बिजनेस में ना हो और आप हमेशा इस क्षेत्र में बने रहे।

डेयरी बिजनेस हेतु लोन -

दोस्तों अगर आप भी डेयरी फार्म बिजनेस प्लान शुरू करने या फिर उसे आगे बढ़ाने के बारे में सोच रहे हैं और अगर आपके पास वित्त व्यवस्था की कमी है तो आप सरकार के द्वारा इस व्यवसाय के लिए प्रदान की जाने वाली लोन हेतु आवेदन कर सकते हैं। निम्नलिखित बैंकों में लोन हेतु आवेदन करने के लिए प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेज अलग अलग हो सकते हैं। आप अपनी सुविधा और बजट के अनुसार नीचे दिए गए किसी भी बैंक में लोन हेतु आवेदन कर इस व्यवसाय को शुरू अथवा आगे बढ़ा सकते हैं।

1 - NABARD डेयरी योजना -

दोस्तों नाबार्ड डेयरी योजना के बारे में जानने से पहले आपको यह जानना आवश्यक है कि नाबार्ड क्या होता है। दोस्तों ग्रामीण क्षेत्रों में व्यवसाई और उसके उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा एक बैंक का निर्माण किया गया। जिसे नेशनल बैंक ऑफ एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट यानी नाबार्ड कहा जाता है। इसके अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के व्यवसायियों को उनके व्यवसाय में आर्थिक रूप से मदद करने के लिए इस बैंक द्वारा लोन दिया जाता है। 

इसी के तहत डेयरी फार्म के व्यवसाय के लिए भी लोन देने के लिए एक योजना चलाई जाती है।‌ जिसे डेयरी उद्धम विकास योजना कहते हैं जो नाबार्ड के तहत चलाई गई योजना है। इसके अंतर्गत आप ऐसे व्यवसायी जो डेयरी फार्म का व्यवसाय करना चाहते हैं या फिर डेयरी फार्म का व्यवसाय कर रहे हैं और अपने व्यवसाय में और विकास चाहते हैं तो इसके लिए वह नाबार्ड के इस डेयरी उद्धम विकास योजना के तहत अपने डेयरी फार्म बिजनेस के लिए लोन ले सकते हैं। 

हालांकि इस योजना के अंतर्गत आपको लोन आपके गायों की संख्या पर निर्भर करता है जैसे कि अगर आप 10 गायों के साथ अपना यह व्यवसाय शुरू कर रहे हैं तो आपको 7.5 लाख तक का लोन मिल सकता हैं।जिसमें आपको 25- 33 के अनुपात में सब्सिडी भी दी जाती है और मतलब कि यदि आप ओबीसी जाति वर्ग में आते हैं तो आपको 25% की सब्सिडी लोन प्रदान कि जाएगी। वहीं यदि आप महिला या SC-ST जाति वर्ग के अंतर्गत आते हैं तो आपको 33.33% की सब्सिडी दी जाएगी। 

तो यदि आप बैंक से 7.5 लाख का लोन लेते हैं तो आपको 1.75 लाख की सब्सिडी दी जाएगी। मतलब कि आप को बैंक को सिर्फ 5.25 लाख ही बैंक को चुकाने होंगे। इस लिहाज से हम यह कह सकते हैं कि यह आपके लिए बहुत ही बेहतरीन सौदा साबित हो सकता है।

2 - SBI डेयरी फार्म बिज़नेस लोन –

दोस्तों आप अपने डेयरी फार्म बिजनेस के लिए एसबीआई से भी डेयरी फार्म बिजनेस लोन ले सकते हैं। दोस्तों एसबीआई इंडिया का सबसे बड़ा पब्लिक सेक्टर बैंक है जिसके बारे में हर कोई जानता है। इस बैंक द्वारा वर्षों से ही हर किसी को उसके जरूरतों के लिए लोन मुहैया कराया जाता है तो और अब अगर आप अपने डेयरी फार्म बिजनेस के लिए भी एसबीआई से लोन ले सकते हैं। एसबीआई कोई भी सिंगल व्यक्ति या फिर पार्टनरशिप में काम कर रहे व्यक्तियों, ट्रस्ट, कंपनी ऐसे लोग एसबीआई से डेयरी फार्म बिजनेस प्लान के लिए लोन प्राप्त करने के लिए एलिजिबल होते हैं। 

एसबीआई डेयरी फार्म के लिए लोन कम से कम इस बात पर देता है कि आपके यहां 1000 लीटर दूध की उत्पादन होती हो। वही आप एसबीआई से डेयरी फार्म हेतु लिए गए लोन को 7 वर्ष तक के न्यूनतम अवधि तक लोन चुका सकते हैं। इस लोन को लेने के लिए आपको अपने कुछ पर्सनल डॉक्यूमेंट को एसबीआई बैंक में जमा करना होता है। जिसमें आपके आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ और कुछ बिजनेस डाक्यूमेंट्स जमा किए जा सकते हैं। दोस्तों आप एसबीआई डेयरी लोन के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए एसबीआई की ऑफिशियल साइट पर भी लॉगइन कर सकते हैं।

3 - PMMY के तहत मुद्रा लोन : स्टेट बैंक ऑफ इंडिया -

दोस्तों देश में युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा एक योजना लाई गई जिसका नाम है प्रधानमंत्री मुद्रा योजना। इसके तहत ग्रामीण व शहरी इलाकों में अपने व्यवसाय को शुरू करने के लिए बैंकों द्वारा कम ब्याज दरों पर ऋण प्रदान किया जाता है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से आप 3 तरीके के लोन के द्वारा अपने डेयरी फार्म उद्योग के लिए लोन प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना के तहत आपको  50 हजार से 10 लाख तक का लोन मिल सकता है लेकिन यह लोन तीन श्रेणियों में बांटा गया है। 

यह श्रेणीयों हैं शिशु, किशोर और तरुण जहां शिशु कैटेगरी के अंतर्गत आपको 50 हजार तक का लोन मिल सकता है, वहीं किशोर कैटेगरी के लिए आपको 50 हजार से 5 लाख तक का लोन दिया जाता है और आखिरी मे वही तरुण कैटेगरी में आपको 5 लाख रुपए से 10 लाख रुपए तक का लोन बिना किसी गारंटी के पीएम मुद्रा योजना के तहत आपको लोन दिया जाता है। यही नहीं अगर आप समय से बैंक द्वारा ली गई राशि का भुगतान कर देते हैं तो आपको ब्याज दरों में माफी भी मिल जाती हैं।

4 - पीएनबी डेयरी फार्म लोन – पंजाब नैशनल बैंक

दोस्तों डेयरी फार्म व्यवसाय शुरू करने के लिए पंजाब नेशनल बैंक भी व्यवसायी को लोने देता है। पंजाब नेशनल बैंक तीन कारणों के लिए आपको डेयरी फार्म व्यवसाय के लिए लोन देता है। जिसमें पहला पशु पालन करके पैसे कमाना, वहीं किसी बछड़े को खरीद कर उसे बड़ा करके दूध देने से पहले उसे बाजार में बेचने में, वहीं तीसरा किसी इनोवेटिव आइडियाज के साथ जैसे गाय ब्रीडिंग सेंटर या फिर मिल्क प्रोड्यूसर सेंटर आदि जैसे डेयरी फार्म के व्यवसाय के लिए पंजाब नेशनल बैंक व्यवसाई को लोन देता है। 

लेकिन पंजाब नेशनल बैंक लोन देने से पहले व्यवसाय से उसके प्रोजेक्ट रिपोर्ट की डिमांड करता है। यह उसकी एक शर्त है और जिसको पुरा करने के बाद ही आपको लोन मिल पाता है। पंजाब नेशनल बैंक से लिए गए लोन को आप 5 साल तक की अवधि तक जमा कर सकते हैं। पंजाब नेशनल बैंक एक शर्त के साथ में डेयरी व्यवसाय को लोन देता है कि उसके डेरी फार्म में एक गाय कम से कम 6.5 लीटर दूध प्रतिदिन देती हो।

5 - फेडरल बैंक डेयरी फार्म योजना -

दोस्तों डेयरी फार्म बिजनेस प्लान के लिए सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया भी व्यवसायियों को लोन उपलब्ध कराता है। इसमें फेडरल बैंक ऑफ इंडिया एक नया डेयरी फार्म शुरू करने या मौजूदा डेयरी फार्म के विस्तार के लिए लोन देता हैं। इस सुविधा का लाभ सावधि ऋण दुधारू पशुओं/उपकरणों/बर्तनों/वाहनों/चारा/दूध वैन/रेफ्रिजरेटर आदि की खरीद के लिए और पशु शेड के निर्माण/नवीनीकरण/विस्तार के लिए या नकद ऋण हरा चारा उगाने के लिए कार्यशील पूंजी के लिए के रूप में लिया जा सकता है।व्यवसाई को बैंक द्वारा लिए गए ऋण को निश्चित अवधि में ब्याज के साथ लौटना जरूरी होता है। आप अपने व्यवसाय को शुरू करने अथवा उसे आगे बढ़ाने के लिए यहां पर लोन हेतु आवेदन कर सकते हैं।

6 - बैंक ऑफ इंडिया डेयरी फार्म योजना -

दोस्तों अपना डेयरी फार्म बिजनेस शुरू करने या अपने डेयरी फार्म के विकास के लिए आप बैंक ऑफ इंडिया से भी लोन ले सकते हैं। बैंक ऑफ इंडिया से लोन लेने के लिए आपको अपने कुछ डॉक्यूमेंट वहां जमा करने होते हैं। वही अगर आप 1 से 5 लाख तक का लोन लेते हैं तो आपको बिना गारंटी के यह लोन मिल जाता है। बस आपको उनकी मार्जिन को देना पड़ता है जो 15 से 25 तक का होता है।

वही बैंक से लोन ली गई धनराशि पर आपको 12 से 13% तक का ब्याज भी देना पड़ता है। आप बैंक ऑफ इंडिया से अपने डेयरी फार्म के लिए प्राप्त लोन को 5 से 6 साल तक की अवधि के अंदर जमा कर सकते हैं। बैंक ऑफ इंडिया से डेयरी फार्म हेतु प्राप्त लोन को आप नाबार्ड के तहत भी सैंक्शन करा सकते हैं।

7 - केनरा बैंक डेयरी फार्म योजना -

दोस्तों आप अपने डेयरी फार्म के लिए केनरा बैंक से भी लोन ले सकते हैं। केनरा बैंक का एक अलग भी लोन लेने की सुविधा उपलब्ध कराता है जो कि जिसमें केनरा बैंक किसान क्रेडिट कार्ड्स उपलब्ध करता है और इस कार्ड के अंदर कुछ क्रेडिट की लिमिट होती है। जहाँ 50,000 रुपए लिमिट तक कोई मार्जिन नही होता है लेकिन 50,000 रुपए से  अधिक की राशि पर 15% - 20% मार्जिन होता है और इस कार्ड से किसान या डेयरी फार्म व्यवसायी एक लिमिट तक जरुरत के हिसाब से कोई चीज खरीद सकता है।

8 - बैंक ऑफ बड़ौदा डेयरी फार्म योजना -

दोस्तो डेयरी फार्म व्यवसाय के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा भी व्यवसाई को लोन देती है बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा डेयरी फार्म खोलने के लिए आपको कम से कम 60 हजार से 6 लाख तक का लोन देती है और जिसमें मार्जिन 10% होता है। आपको बता दें कि इस लोन को लेने के लिए किसान, कोई आम व्यक्ति, गैर सरकारी संगठन, स्वयं सहायता समूह जैसे लोग इस लोन को लेने के लिए पात्र होंगे। वहीं इस लोन को आप 3 महीने की अवधि से लेकर 5 साल तक की अवधि तक इस लोन की रकम को झुका सकते हैं। 

वह इस लोन को लेने के लिए आपके पास कम से कम 2-6 दुधारू गाय होने चाहिए। जिसकी रिक्वायरमेंट बैंक ऑफ बड़ौदा आप से लोन लेते वक्त कहता है। वही लोन की ब्याज दर आपके द्वारा लोन लेने की आवश्यकता के अनुरूप देना पड़ता है।

9 - HDFC बैंक डेयरी फार्म योजना -

दोस्तों एचडीएफसी बैंक भारत ही नही दुनिया के टॉप 10 बैंकों में गिना जाता है। क्योंकि यह एक प्राइवेट बैंक है लेकिन प्राइवेट बैंक होने के बाद भी यह अपने ग्राहकों को अच्छी सुविधा देता है। आप अपने डेयरी फार्म बिजनेस प्लान के लिए एचडीएफसी बैंक के बिजनेस ग्रोथ लोन को प्राप्त कर सकते हैं जो आपके लिए लाभदाई हो सकता है। इस लोन को आप कम डॉक्यूमेंट और कम ब्याज दर के साथ प्राप्त कर सकते हैं

एचडीएफसी बैंक से डेयरी फार्म बिजनेस को शुरू करने हेतु लिए जाने वाले लोन के लिए आप उसके ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर भी अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और लोन के लिए इसकी ऑफिशियल साइट पर ऑनलाइन अप्लाई भी कर सकते हैं।

10 - ICICI बैंक डेयरी फार्म योजना -

दोस्तो आईसीआईसीआई बैंक द्वारा व्यवसायी 40 लाख तक का लोन आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। आईसीआईसीआई बैंक द्वारा लोन और उसका ब्याज पूरी तरीके से आपके बिजनेस के प्रकार और आकार पर निर्भर करता है। डेयरी फार्म उद्योग के लिए इस बैंक से लोन लेने के लिए आपके पास कम से कम 2 से 4 दुधारू गाय होना आवश्यक है। 

डेयरी फार्म व्यवसाय के लिए आईसीआईसीआई बैंक से लोन लेने के लिए कोई भी किसान, आम व्यक्ति, संगठन या एनजीओ लोन प्राप्त कर सकते हैं। आईसीआईसीआई बैंक से डेयरी फार्म बिजनेस के लिए लोन लेने के लिए अधिक जानकारी आप बैंक के ऑफिशियल वेबसाइट और टोल फ्री नंबर पर कॉल करके प्राप्त कर सकते हैं।

निष्कर्ष -

दोस्तों वर्तमान समय में भारत में डेयरी फार्म बिजनेस प्लान बहुत ही तेजी से ग्रो कर रहा है। इसके साथ इसको और बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा तरह-तरह के लोन और अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जा रही हैं।दोस्तों डेयरी फार्म बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है जो बहुत ही निम्न स्तर से शुरू किया जा सकता है और शुरुआत में इसमें बहुत ज्यादा लागल लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है। लेकिन धीरे-धीरे जब आपका बिजनेस बड़े स्तर पर पहुंच जाएं तो आप दूध के अलावा अन्य दूध से बने अन्य उत्पादों को अपने डेयरी बिज़नेस में शामिल कर सकते हैं।

हालांकि इसके लिए आपको अलग-अलग तरह के विभिन्न प्रकार के लाइसेंस की आवश्यकता होती है। जो सरकार के द्वारा आपको प्रदान करती हैं। जिसके लिए आपको एक निश्चित समय अवधि काल के बाद आवेदन करना होता है इन सभी लाइसेंस को प्राप्त करने के बाद आप अपने बिजनेस को न सिर्फ रजिस्टर्ड करा सकते हैं बल्कि बड़े पैमाने पर अपने शहर के बाहर भी बढ़ा सकते हैं। इसके साथ ही आप चाहे तो वित्तीय सहायता हेतु हमारे द्वारा प्रदान की गई ऊपर लोन की जानकारी को प्राप्त कर लोन हेतु आवेदन कर सकते हैं। 

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको डेरी फ्रॉम बिजनेस से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को प्रदान करने की कोशिश की है। उम्मीद है आपको हमारा आर्टिकल बेहद पसंद आया होगा ऐसे ही ज्ञानवर्धक आर्टिकल को पढ़ने हेतु जुड़े रहिए हमारे साथ धन्यवाद।

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FAQ

दूध डेयरी खोलने में कितना पैसा लगता है?

दोस्तों अगर आप निम्न स्तर पर एक दूध डेयरी खोलने के बारे में सोच रहे हैं तो आप को कम से कम 1 लाख से 2 लाख रुपए तक इन्वेस्टमेंट करना पड़ता है। इसके साथ ही अगर हम बड़े स्तर पर दूध डेयरी खोलने की बात करें तो यह लागत बढ़कर 10 लाख से 12 लाख रुपए तक भी हो सकती है।

डेयरी फार्मिंग व्यवसाय कैसे शुरू करें?

दोस्तों पर हमने डेयरी फार्मिंग व्यवसाय को शुरू करने से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को प्रदान किया है आप चाहे तो उसका अनुसरण कर सकते हैं।

एक भैंस पालने में कितना खर्चा आता है?

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दोस्तों यह पूर्ण रूप से आप पर निर्भर करता है कि आप किस नस्ल की गाय और भैंसों को पालना चाहते हैं। जहां कुछ गाय और भैंस 1 लाख से 2 लाख रुपए में मिल जाती हैं तो वहीं कुछ गाय और भैंस की नस्लें 40 लाख से 50 लाख रुपए तक के आसपास मिलती है।

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