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रियल एस्टेट बिजनेस प्लान : बिजनेस कैसे शुरू करें (कम लागत के व्यवसाय के अवसर )

रियल एस्टेट बिजनेस प्लान : बिजनेस कैसे शुरू करें (कम लागत के व्यवसाय के अवसर )

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दोस्तों रियल एस्टेट बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है जिसमें संपत्ति के द्वारा प्रॉफिट कमाया जाता है और इसकी सबसे अच्छी बात यह है कि आपको यह कमीशन यानि कि प्रॉफिट दोनों तरफ से मिलता है। एक प्रॉपर्टी बेचने पर और दूसरा खरीदने पर मतलब की आप डबल मुनाफे में होते है।  यह एक ऐसा बिजनेस है जिसमें पार्ट टाइम और फुल टाइम किसी भी तरह से किया जा सकता है। बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो इस बिजनेस को फुल टाइम बिजनेस की तरह करते हैं।

आजकल तो जिसके पास जमीन घर या खेत खलिहान है और किसी तरह कि प्रॉपर्टीज है वह उन्हें बेचकर वह इसका प्रॉफिट कमा सकते हैं और उसी पैसे से दूसरी प्रॉपर्टी खरीद कर इस बिजनेस को और बढ़ाते हैं। रियल एस्टेटव्यक्ति की वह अचल संपत्ति है जिसमें सभी संसाधन शामिल है और उन संसाधनों से व्यक्ति अपने आप को आगे बढ़ाता है अपने करियर को आगे बढ़ाता है। इस बिजनेस में घर खरीदने बेचने फ्लैट खरीदने बेचने ऑफिस संबंधी जगह को खरीदने और बेचने कारखानों को खरीदने और बेचने का काम किया जाता है। 

इस बिज़नेस में सही प्लानिंग और प्लॉटिंग काम आती है और इसमें कई तरह से ही कमाई की जा सकती है। चाहे आप अपने घर मकान को किराए पर देकर प्रॉफिट कमाए या उसे सेव करके कमीशन के रूप में प्रॉफिट कमाए। इसमें कमीशन के तौर पर जो भी पैसे आपको मिलते हैं उससे आप प्रॉपर्टी बिजनेस में लगाकर इसको और ब्रॉड तरीके से बढ़ा सकते हैं। इसे ही कहते हैं रियल एस्टेट बिजनेस। मगर दोस्तों अगर आपको इस क्षेत्र की जानकारी नहीं है तो आप इस क्षेत्र में बिजनेस नहीं कर पाएंगे।

इसलिए आपको क्षेत्र से जुड़े सभी महत्वपूर्ण जानकारी होना अति आवश्यक है कभी आप भी क्षेत्र में आगे बढ़ पाएंगे और प्रॉफिट कमा पाएंगे। दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको रियल एस्टेट बिजनेस प्लान से जुड़े सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे। इसलिए हमारे आज के इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें तो चलिए शुरू करते हैं।

रियल एस्टेट क्या होता है?

दोस्तों रियल एस्टेट बिजनेस के बारे में जानने से पहले आपका यह जाना अति आवश्यक है कि आखिर यह रियल एस्टेटक्या होता है। आजकल एक बढ़ती जनसंख्या में सभी को रहने के लिए घर चाहिए। उसी की चाहत में व्यक्ति घर, जमीन, मकान, दुकान खरीदता है और इसे खरीदने के बाद उसकी अधिकारिक भागीदारी ही रियल एस्टेट कहलाती है। 

रियल एस्टेट बिजनेस क्या होता है। -

यदि इसके बिजनेस की बात किया जाए तो इसके अंतर्गत किसी भी जमीन मकान दुकान घर या कोई भी ऐसी भौतिक संपत्ति की खरीद और बेचना ही रियल एस्टेट बिजनेस प्लान कहलाता है। वर्तमान समय में अधिक जनसंख्या वृद्धि के कारण यह बिजनेस बहुत तेजी से काम कर रहा है। अधिकतर लोग गांव से शहर की ओर रुख कर रहे है। जिसके कारण शहरों में तेजी से बड़े-बड़े फ्लैट बनाए और बेचे जा रहे हैं। आप इस बात से ही इसका अंदाजा लगा सकते हैं कि फ्लैट बन कर तैयार नहीं हो पाता बुकिंग पहले ही हो जाती है। 

बड़े-बड़े शहरों में तो कारखाने और ऑफिस तक बनाकर बेचे जाते हैं और बड़ी-बड़ी जरूरतमंद कंपनियां अपने आफिस के लिए इन जगहों को खरीदती हैं। अधिकाश सरकारी संपत्ति भी रियल एस्टेटके अंतर्गत आती है कई बार सरकारी संपत्ति भी बना कर बेच दी जाती है और इनका भी ठेका बड़े-बड़े ठेकेदारों को दिया जाता है।‌

रियल एस्टेट बिजनेस कितने प्रकार का होता है। -

दोस्तों यहां पर अब हम बात करेंगे रियल एस्टेट बिजनेस के प्रकार के बारे में। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि यह बिजनेस दुकान मकान फ्लैट और बड़ी-बड़ी प्रॉपर्टी से जुड़ा हुआ है। यदि इसके प्रकार के बारे में हम बात करें तो इसके निम्नलिखित हैं। -

1- मकान मालिक के आधार पर -

रियल एस्टेट बिजनेस के अंतर्गत एक प्रकार यह भी है कि खुद मकान मालिक के आधार पर यह बिजनेस किया जा सकता है। कोई भी व्यक्ति उसकी जमीन हो और उस पर जो मकान बनाया गया है। वह एक ठेके के आधार पर एक बिल्डर से बनाया गया है और फिर उसको किराए पर दे दिया जाए। लेकिन फिर भी मकान का मालिक वही व्यक्ति रहेगा जिसकी वह है। यहां पर ठेकेदार को उसके काम का पैसा दिया जाएगा और उस मकान को जिस भी व्यक्ति के द्वारा किराये पर लिया जाएगा उसके द्वारा दिया गया जो भी किराया मकान मालिक को मिलेगा। यह सभी प्रक्रिया में रियल एस्टेट बिजनेस प्लान के अंतर्गत आती है

2 - फ्लिप प्रॉपर्टी -

फ्लिप प्रॉपर्टी का मतलब है कि कोई भी घर जो बहुत बुरी कंडीशन में हो उसे खरीद लिया जाए और उसे बहुत ही अच्छी कंडीशन में करके वापस से अच्छे दाम में बेच दिया जाए। वर्तमान समय में रियल एस्टेटका यह बिजनेस टाइप बहुत तेजी से ग्रो कर रहा है। आजकल हम सभी अपने आसपास देख रहे होंगे कि नए नए मकान बन रहे हैं और लोग  पुराने मकान को तोड़वा कर उसे अच्छी तरीके से बनवा रहे है और वापस से पैसे बढ़ाकर उसे बेच दे रहे है।

3 - रियल एस्टेट एजेंट बने -

रियल एस्टेट एजेंट बनकर भी बहुत अच्छी तरीके से प्रॉपर्टी डीलिंग का काम किया जा सकता है। आपको बहुत सारी ऐसी कंपनियां मिलेंगी जो संपर्क करके आपसे अपनी प्रॉपर्टी को बेचने या फिर दूसरी प्रापर्टी को खरीदने का काम करेंगे। यह काम एक रियल एस्टेट एजेंट का होता है और आपको इस काम को करने के लिए ब्रोकर की सहायता भी लेनी होगी जिसकी सहायता से आप यह काम कर पाएंगे। अगर आप वेल एजुकेटेड और वेल ट्रेंड है तो रियल एस्टेटका यह काम आप बहुत अच्छी तरह से कर पाएंगे।

4 - रियल एस्टेट फोटोग्राफर बने -

अगर आप फोटोग्राफी में माहिर है अच्छी फोटोग्राफ लेने में रुचि रखते हैं तो आप रियल एस्टेट में फोटोग्राफर का काम भी कर सकते हैं। भारत के कुछ विकसित राज्यों में यह बहुत तेजी से चल रहा है। इसमें कोई भी रियल एस्टेट मालिक चाहे वह किसी बड़ी कंपनी का मालिक हो या किसी बड़ी फैक्ट्री का मालिक हो मिल का मालिक हो या फिर ऐसे अपार्टमेंट का मालिक हो जो सेल करना चाहता हो तो उसकी अनुमति के द्वारा आप इसकी फोटो बहुत अच्छी तरीके से लेकर मार्केट में डिस्प्ले कर सकते हैं।

और जब यह सेल होता है तो इसके द्वारा आपको बहुत ही अच्छा प्रॉफिट मिलता है। बहुत सारे नए नए अपार्टमेंट की फोटो लेने के लिए भी  फोटोग्राफर की जरूरत पड़ती है। इसके लिए आपको कुछ पोस्ट करना पड़ेगा जिसके द्वारा आप रियल एस्टेटमें अच्छा पैसा कमा सकते हैं।

5 - जमीन का व्यापार -

रियल एस्टेट के अंतर्गत किस जमीन का व्यापार भी एक बहुत तेजी से विकसित व्यापार के रूप में उभर रहा है। जमीन के व्यापार में बहुत ज्यादा भाग दौड़ करने की आवश्यकता नहीं पड़ती इस व्यापार को आप घर से भी कर सकते हैं। बिजनेस का यह तरीका भी रियल एस्टेटकी श्रेणी में ही आता है। जब कोई भी ब्रोकर या खरीददार आता है तभी आपको यह जमीन जाकर दिखाना होता है। कई बार तो ऐसा भी होता है कि आप बता भी देंगे तो ब्रोकर जाकर खुद भी उस प्लॉट को देख लेगा।

6 - प्रॉपर्टी मैनेज करने का काम -

रियल एस्टेट बिजनेस के अंतर्गत पैसे कमाने का यह भी एक बहुत ही आसान तरीका है‌‌। प्रॉपर्टी को मैनेज करने का एक बहुत बड़ा जिमेदारी भरा काम होता है। इसलिए कोई भी बड़ी से बड़ी प्रॉपर्टी हो अपार्टमेंट हो उसकी देखभाल करने के लिए एक व्यक्ति को रखना पड़ता है। आप सभी ने बड़े-बड़े शहरों में देखा होगा कि प्लॉट बिल्डिंग किसी और की है। लेकिन उसकी जिम्मेदारी किसी और को दी गई है तो यह जो पद होता है यही होता है प्रॉपर्टी मैनेजमेंट का वर्क इसके तहत भी आपको अच्छे पैसे मिल सकते हैं।

7 - कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट का काम -

दोस्तों अगर आप सिविल इंजीनियर के बैकग्राउंड से रह चुके हैं तो आप रियल एस्टेट के अंतर्गत आने वाले यह बिजनेस बहुत अच्छे तरीके से कर सकते हैं‌। क्योंकि आपको कंस्ट्रक्शन के बारे में बेहतर जानकारी होती है और कोई भी बिल्डिंग बनाने के लिए उच्च गुणवत्ता को जांचने के लिए बिल्डिंग ब्रांड का होना बहुत जरूरी है। अब जाहिर है यह ब्रांड एक सिविल इंजीनियर संबंधित व्यक्ति ही पहचान पाता है। अगर आपके अंदर भी यह हुनर है तो आप बखूबी इस बिजनेस में पैसा कमा सकते हैं और अपना नाम बना सकते हैं।

रियल एस्टेट बिजनेस करने के फायदे -

दोस्तों जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि आजकल शहरों के बीचो बीच और शहर से बाहर आउट साइट भी बड़े-बड़े फ्लैट बनाए जा रहे हैं‌‌ और बड़े-बड़े अपार्टमेंट का काम चल रहा है। बड़ी-बड़ी कारखाने कि कंपनियां भी बनाए जा रही है जो रियल एस्टेट के बिजनेस एजेंट होते हैं या प्रॉपर्टी डीलर होते हैं वह इनका काम करते हैं। वह दुकान मकान और दिलाने फ्लैट बिकवा ने और बड़ी-बड़ी जमीन का भी सौदा करवाने का काम करते हैं। पिछले कुछ सालों से लोगों कि दिलचस्पी रियल एस्टेट बिजनेस प्लान की ओर बहुत ज्यादा बढ़ गई है। जिसका मुख्य कारण इस बिजनेस में होने वाले निम्नलिखित फायदे हैं। -

1- प्रॉपर्टी सेल पर फायदा -

इस बिजनेस के अंतर्गत जब भी कोई अच्छा ग्राहक मिलता है प्रॉपर्टी कंप्लीट करने पर उसके सारे पेपर रेडी करने पर उसे बेचने पर ज्यादा परसेंट का मुनाफा होता है।

2 - बिजनेस की साइज के अनुसार मुनाफा - 

रियल एस्टेट में आप जिस भी एरिया पर ज्यादा फोकस करेंगे चाहे वह फ्लैट हो या कोई बिजनेस प्रॉपर्टी हो या कोई व्यक्तिगत घर या ऑफिस हो उसका साइज़ जितना बड़ा होगा‌। उसके द्वारा मिलने वाली प्रॉफिट भी उसी हिसाब से होगा। यह मुनाफा लाख से लेकर करोड़ रुपए तक का भी हो सकता है।

3 - डबल प्राफिट -

अधिकाश लोग खरीदने और बेचने वाले दोनों पार्टी के साइड से होते हैं। इसलिए उन्हें दोनों साइड से कमीशन मिलता है। जिससे उन्हें डबल प्राफिट होता है।

4 - अपनी सुविधानुसार -

रियल एस्टेट बिजनेस की सबसे अच्छी बात यह है कि ऑफिस में अपने सुविधा के अनुसार काम कर सकते हैं। इसके लिए आपको हर समय उपस्थित होना जरूरी नहीं होता है आप फोन से भी अपने कस्टमर को डिल कर सकते हैं।

5 - प्रापर्टी इन्वेस्टमेंट -

कई बार ऐसा भी होता है कि कोई प्रॉपर्टी आपने बहुत ही कम दाम में खरीदा है जब आप उसे बेचने जाते हैं तो आपको दुगने दाम मिलता है। तो इस तरह से आप प्रॉपर्टी में इन्वेस्टमेंट करके अच्छा खासा पैसा कमा लेते हैं।

6 - मार्केट को समझें -

दोस्तों रियल एस्टेट में बिजनेस में तभी आगे बढ़ा जा सकता है जब मार्केट के रुख को समझा जाए। किस तरह की प्रॉपर्टी के लोगों में मांग है लोग किस सन की प्रॉपर्टी चाहते हैं उस चीज को समझे बिना इसमें कदम रखना ना समझी है। इसको जानकर के आगे बढ़ने में ही अच्छा प्रॉफिट पाया जा सकता है। इसलिए अगर आप फायदे में रहना चाहते हैं इन सभी बातों का खास ख्याल रखें।

रियल एस्टेट बिजनेस मार्केट डिमांड -

दोस्तों हमें पता है कि आप के मन में यह ख्याल जरूर आ रहा होगा कि आखिर इस बिजनेस का मार्केट डिमांड है या नहीं रियल एस्टेट के इस बिजनेस में इन्वेस्टमेंट करना चाहिए या फिर नहीं। जहां तक बात रियल एस्टेट बिजनेस की मार्केट डिमांड की है वर्तमान समय में यह बहुत ही डिमांडिंग बिजनेस है और जिस तरह से आबादी बढ़ रही है। आने वाले समय में भी यह एक बहुत ही प्रॉफिटेबल बिजनेस साबित होगा। दोस्तो चूंकि रियल एस्टेट बिजनेस मार्केटिंग पर बेस्ड है और मार्केट हमेशा पब्लिक पर आधारित होता है। रियल एस्टेट बिजनेस वही सफल है जिसे पब्लिक डीलिंग आती है।

मार्केटिंग डिमांड ऐसे व्यक्ति की है जो अपनी बात लोगों को आसानी से समझा सके क्योंकि उससे मिलने हर तरह के व्यक्ति आएंगे कुछ तो इस प्रॉपर्टी मे इंटरेस्ट दिखाएंगे कुछ ऐसे होंगे जो इसकी कमियां निकालेंगे। जो व्यक्ति बोलने में कुशल होगा और अपनी बातों को अच्छी तरीके से समझाने में सफल होगा इस मार्केट में वही टिक पाएगा।

रियल एस्टेट बिजनेस हेतु लागत -

दोस्तों इस क्षेत्र में यदि लागत की बात की जाए तो शुरुआत करते समय ही आपको अपना विज्ञापन करने मार्केट में अपनी पहचान बनाने के लिए एक ऑफिस सेटअप और ट्रैवलिंग का जो खर्च होगा‌। उन सबका वहन आपको ही करना होगा। उसके बाद जब भी आपकी क्लाइंट सेट हो जाएंगे तो आप अपने क्लाइंट से यह सारे खर्च चार्ज कर सकते हैं। आपका यह व्यापार न्यूनतम 50 हज़ार या फिर उससे कम में भी शुरू हो सकता है और इससे भी कम में आप शुरू कर सकते हैं। अगर आप इस बिजनेस बड़े पैमाने पर करना चाहते हैं तो इसमें लगभग 5 लाख से 8 लाख रूपये तक की लागत लग सकती है। 

क्योंकि इसमें जिस जमीन की जरूरत होती है उसकी कीमत 4 से 5 लाख होगी और इसके साथ ही आप जो स्टाफ रखेंगे उनकी सैलरी और बाकी की खर्च को जोड़कर इतने पैसे आपके लग जाएंगे लेकिन यह पैसे भी शुरुआत मे ही लगेंगे। एक बार ही पैसा लगाने के बाद आप दोबारा जो भी पैसे होंगे वह आप क्लाइंट से चार्ज कर सकते हैं।

रियल एस्टेट बिजनेस में प्रॉफिट -

दोस्तों ऐसा कोई भी बिजनेस शायद नहीं है जिसमें प्रॉफिट ना होता हो। अगर आपने अपना बिजनेस बहुत ही समझदारी और सूझबूझ के साथ शुरू किया है तो आपका बिजनेस जरुर सफल होगा। ऐसे ही यदि रियल एस्टेट बिजनेस प्लान की बात की जाए तो इसमें भी एक साथ अच्छा प्रॉफिट होता है। बस  इसमें शुरुआत में मेहनत और कुछ अच्छे इन्वेस्टमेंट की भी जरूरत होती है। हालांकि आपका प्रॉफिट आपके बिजनेस में रखे गए व्यक्तियों पर भी निर्भर करता है यदि आपकी व्यक्ति बहुत ही समझदार वाकपटु और ईमानदार हैं तो आपका बिजनेस बहुत तेजी से आगे बढ़ेगा और प्रॉफिट भी अच्छा होगा। 

रियल एस्टेटमें हमेशा स्मार्ट व्यक्तियों की जरूरत पड़ती है जो अपनी बोलचाल से अपनी भाषा से और अपने काम से अपने कस्टमर को बनाए रखें उन्हें आकर्षित करें। आपका रियल एस्टेट का बिजनेस है तो आप यह बात हमेशा ध्यान रखें कि आपका जो मुनाफा है वह आपके बिजनेस के साइज के हिसाब से ही होगा यदि आप की प्रॉपर्टी बड़ी है जिसे आप सेल कर रही हैं या खरीद रहे हैं तो प्रॉफिट उसी हिसाब से होगा और वहीं अगर अगर आपकी प्रॉपर्टी छोटी है तो प्रॉफिट भी छोटा होगा‌। 

यहां छोटे का अर्थ है परसेंटेज के कम या ज्यादा होने से है। इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि रियल एस्टेट का बिजनेस मुनाफा हजारों से लेकर करोड़ों तक का हो सकता है। अगर मेहनत और ईमानदारी से किया जाए तो।

रियल एस्टेट बिजनेस में रिस्क -

यदि हम कोई भी ऐसा बिजनेस कर रहे हैं जिससे हमें प्रॉफिट हो रहा है तो उसमें कुछ रिस्क तो जरूर होगा‌ जरूरी है कि उन रिस्क के बारे में हमें और हमारे साथ काम कर रहे व्यक्तियों को अच्छे से पता हो। रियल एस्टेट के बिजनेस में अनुभव की बहुत ज्यादा जरूरत होती है यदि आपकी टीम में अनुभवी व्यक्ति है तो आपका यह बिजनेस बहुत अच्छा चलेगा क्योंकि यह बिजनेस जानकारियों पर ही निर्भर करता है। 

इस बिजनेस को शुरू करने से पहले इससे जुड़े सभी पहलुओं पर अच्छी तरह से विचार करें और पूरी जानकारी के बाद ही इस बिजनेस को शुरू करें। क्योंकि जिस तरह से प्रॉफिट हजारों से लाखों का करोड़ों का होता है ठीक उसी प्रकार नुकसान भी छोटे से लेकर बड़ा तक हो सकता है। फिर इसकी भरपाई खुद से ही करनी पड़ती है क्योंकि कस्टमर तो चला जाएगा छोड़कर। इसलिए इससे जुड़े हुए सभी रिस्क के बारे में भी अच्छे से जानकारी प्राप्त कर ले। इसके जानकारी के बाद ही इस बिजनेस को शुरू करें।

रियल एस्टेट बिजनेस हेतु स्टाफ -

कोई भी बिजनेस अकेले एक आदमी शुरू नहीं कर सकता अब चाहे वह बिजनेस पार्टनरशिप में हो या फिर बिना पार्टनरशिप में उसके लिए उसे कई व्यक्तियों की जरूरत पड़ती है। बिजनेस में प्रत्येक व्यक्तियों का अलग-अलग काम निर्धारित होता है वह काम उन्हें करना होता है तभी एक बिजनेस सफल हो पाता है। ऐसे में यदि रियल एस्टेट का बिजनेस किया जा रहा है तो उसमें भी हमें बहुत सारे स्टाफ की जरूरत पड़ती है। इस क्षेत्र में भी अलग अलग विभाग में अलग-अलग स्टाफ की जरूरत पड़ती है जैसे अगर कंस्ट्रक्शन का काम है तो उसमें बहुत बड़े स्टाफ की जरूरत पड़ती है जो एक घर को बनाने में लगती है मजदूर, मिस्त्री, घर का सामान प्रोवाइड कराने वाला व्यक्ति, वायरिंग, सीलिंग, कारपेंटर इन सभी स्टाफ की जरूरत पड़ती है। 

इन सभी को अपने काम के साथ निर्धारित करना होता है। इसमें कुछ व्यक्तियों को तो आप परमानेंट रख सकते हैं लेकिन कुछ व्यक्ति आपके समय पर आपका काम करें इसके लिए भी आपको सेटअप तैयार करके रखना पड़ेगा। पेंटर, फर्नीचर, इंटीरियर डेकोरेटर, इन सभी चीजों को करने के लिए एक कुशल स्टाफ की जरूरत पड़ती है। इसके साथ ही आपकी ऑफिस के लिए एक मैनेजर और एक दो ऐसे व्यक्तियों की आवश्यकता पड़ती है जो समय समय पर प्लाट का विजिट कर आते रहे।

रियल एस्टेट बिजनेस कैसे शुरू करें -

दोस्तों रियल एस्टेटके बिजनेस को शुरू करने से पहले हमें इसके बारे में पूरी जानकारी हासिल करना बहुत जरूरी है। इससे जुड़े सभी पहलुओं को जब हम अच्छे से जानेंगे तभी हम इस बिजनेस को अच्छे से कर पाएंगे।

1- खुद को शिक्षित करें -

रियल एस्टेट बिजनेस शुरू करने से पहले पूरा ज्ञान बहुत जरूरी है। अगर हम इस क्षेत्र के जानकारी के बिना यहां बिजनेस को करेंगे तो वह सिवाय नुकसान और धोखे के और कुछ नहीं मिलने वाला है। इसलिए आपका सबसे पहले तो इस क्षेत्र में को समझना और खुद को शिक्षित करना बहुत जरूरी है। 

रियल एस्टेट से जुड़े हुए जितने भी डिप्लोमा डिग्री कोर्स हैं उनमें से आप जो भी करना चाहते हैं अपनी सुविधानुसार कर सकते हैं। इस बिज़नेस में से जमीन खरीद करके ही काम हो जाएगा ऐसा बिल्कुल भी नहीं है जमीन खरीदने से लेकर कंस्ट्रक्शन उसके बाद इसको ब्रोकर को देना और बाकी सारी कागजी कार्रवाई इन सब चीजों को समझना बहुत जरूरी है। इन सभी से जुड़े जितने भी सेमिनार होते हैं चाहे गवर्नमेंट से रिलेटेड हो या प्राइवेट से कोशिश करें कि उसे जरूर अटेंड करें।

2 - रियल एस्टेट में अपने क्षेत्र का चुनाव करें -

जब आप अपने आप को शिक्षित कर ले आप समझ ले कि आप इस बिजनेस को कर सकते हैं और पूरा मन बना चुके हैं। तब आप अपने क्षेत्र का चुनाव करें कि आपको उसके अंतर्गत क्षेत्र में जाना है। इसके अंतर्गत दो तरह कि श्रेणी आता है। एक रेसीडेंसियल और दूसरा कॉमर्शियल इनमे आपको यह तय करना है की आपको किसके लिए काम करना है। इन दोनों में से आप किस क्षेत्र में जाना चाहता है और इसके लिए आपको दोनों के क्षेत्रों के बारे में स्टडी भी करनी पड़ेगी। इन दोनों में से जिसमें आपको ज्यादा इंटरेस्ट और समझ आएगा आप उसमें काम कर सकते हैं।

3 - अपना संपर्क स्थापित करें - 

दोस्तों जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया है कि इस बिजनेस में संपर्क बहुत काम करता है। आपके स्टेटस से संबंधित कांटेक्ट जितना ज्यादा होगा आप उतनी ही अच्छे तरीके से इस बिजनेस को कर पाएंगे। इसलिए कोशिश करें कि हमेशा अच्छे और बड़े बिजनेसमैन और इंडस्ट्रियल लोगों से मिलते रहे। इससे न सिर्फ आपका कांटेक्ट बढ़ेंगे बल्कि लोग आपको जानेंगे। किसी को भी बिजनेस प्रॉपर्टी या किसी भी तरह की प्रॉपर्टी की जरूरत होगी तो हो सकता है वह आपसे संपर्क करें।

4 - निरीक्षण करें -

दोस्तों कहते हैं कि किसी भी बिजनेस को करने से पहले अपनी आंखें और कान खुले रखनी चाहिए। इसलिए निरीक्षण करना सबसे मुख्य कार्य है। इसके अंतर्गत आपको बहुत सारी चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है जैसे कि आपके एजेंट किस तरह से काम कर रहे हैं। आपकी प्रॉपर्टी ब्रोकर्स को भी इन सभी चीजों पर आपको बहुत ध्यान देना होगा। जैसे दुनिया परिवर्तनशील है वैसे ही यह सभी व्यवस्थाओं में भी बदलाव होता रहता है इसलिए यह कभी भी बदल सकता है। 

खुद को समय के साथ बदलते रहना और जैसा परिवर्तन समाज में हो रहा है उस परिवर्तन के साथ खुद को भी परिवर्तित करते रहना और समय के साथ चलना यह बहुत बड़ी चीज है। तो हमेशा निरीक्षण करते रहे कि मार्केट में बदलते समय के साथ किस तरह की प्रॉपर्टी की मांग हो रही है।

5 - अपने काम की जगह तय करें -

किसी भी व्यवसाय को बनाए रखने के लिए उसका विस्तार बहुत ज्यादा जरूरी है। जब आपने रियल एस्टेट का बिजनेस शुरू कर ही दिया है तो आप बस एक जगह बंधे या सिर्फ एक जगह तक ही सीमित ना रहे और अपना एक एरिया तय करें। क्योंकि उस एरिया में रहकर आप अपने अलग-अलग मार्केट देख सकते हैं। जैसे आपने देखा होगा किसी भी कंपनी का हेड ऑफिस सिर्फ एक ही जगह होता है लेकिन उसकी ब्रांच कई अलग-अलग जगह पर होते हैं। 

ठीक उसी तरह आप अपना रियल एस्टेटका यह बिजनेस ही कर सकते हैं। जब एक बार आप अपना काम शुरू कर लेंगे और मार्केट में लोग आपको जानेंगे तो आपका व्यापार भी बढ़ेगा और यह बिजनेस थी काफी तेजी से चलेगा।

रियल एस्टेट बिजनेस को शुरू करने के चरण -

दोस्तों बिजनेस कोई भी हो से शुरू करने के लिए उसके कुछ स्टेप्स होते हैं जिन्हें आप को फॉलो करना होता है तभी आप उसको शुरू करने की ओर अपना पहला कदम बढ़ाते हैं। चलिए अब हम आपको बताते हैं रियल एस्टेटबिजनेस शुरू करने के कुछ महत्वपूर्ण चरण के बारे में -

1- मार्केट रिसर्च करना -

दोस्तों इस कड़ी में हम सबसे पहले बात करेंगे मार्केट रिसर्च के बारे में कोई भी बिजनेस को शुरू करने से पहले हमारा उसके मार्केट के बारे में अच्छे से जानना बहुत जरूरी होता है। मार्केट में रिसर्च करने से मतलब सिर्फ अपने प्रोडक्ट के बारे में जानकारी हासिल करना ही नहीं होता है। बल्कि उससे जुड़े मार्केट डिमांड मार्केट वैल्यू मार्केट में किस तरह से लोग चीजों को देखते हैं उनका नजरिया और ग्राहक की सोच सबको देखना होता है। रियल एस्टेट के वर्क मे मार्केट में किस तरह के प्रोजेक्ट की मांग चल रही है और लोग किस तरह के घर को चाहते हैं उसे समझना बहुत जरूरी है। 

आजकल लोग हाई प्रोफाइल सोसाइटी में हाई प्रोफाइल फ्लैट और मकान की चाह रखते हैं। अब पहले कि जैसे हाउस की डिमांड नहीं रही लाइफस्टाइल और रहन-सहन में भी अब बहुत सारी परिवर्तन और मॉर्डनाइजेशन आ चुका है। उसी तरह से न सिर्फ घर और ऑफिस को बनाने का तरीका बदल गया है बल्कि उसमें लगने वाले मटेरियल भी चेंज हो चुके हैं। स्टाइल के साथ-साथ डिमांड भी पूरी तरह से चेंज हो गई है लेकिन स्ट्रेटजि सेम ही है।

2 - सेल्स एंड मार्केटिंग प्लान -

जिस तरह से बिना मार्केट में गए मार्केट का ज्ञान नहीं हो सकता उसी तरह से रियल एस्टेटमें जब तक हम सेल्स तक नहीं पहुंचेंगे हमे इसका ज्ञान भी नहीं होगा। कोई भी संपत्ति को बनाने में और वापस उसको बेचने में जो प्रोसेस होता है वह प्रोसेस कंप्लीट करना सेल्स एंड मार्केटिंग है। इन सबके बीच का जो प्रोसेस होता है यानी कस्टमर को प्रोजेक्ट दिखाना, उसे अपने प्रोजेक्ट के लिए कन्वेंस करना, किसी भी तरह से उसे मनाना कि उसका ध्यान बिल्कुल भी ना भटके आपकी प्रोजेक्ट की ओर से, और फाइनली उसे इस प्रोजेक्ट को बेच देना यह सभी रियल एस्टेटमें सेल्स एंड मार्केटिंग के तहत आता है। 

मार्केटिंग के अंतर्गत हम सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट पर अपने प्रॉपर्टी से संबंधित पोस्ट को अपडेट करेंगे और जो भी हमारे सर्किल में या हमारे बिजनेस सर्किल में कस्टमर होंगे वह उसे देखेंगे कुछ परसेंट का उन्हें छूट भी देंगे ताकि लोगों से उन्हें अलग लगे और वह प्रॉपर्टी को खरीद सकें यह इसकी मार्केटिंग है।

3- मैनेजमेंट प्लान -

किसी भी बिजनेस को बनाए रखने के लिए और मार्केट मे टिके रहने के लिए मैनेजमेंट प्लान बहुत ज्यादा जरूरी है और जब बात रियल एस्टेट बिजनेस प्लान कि आती है तो इस क्षेत्र में तो प्लानिंग बहुत ही ज्यादा जरूरी होती है। रियल एस्टेटमें मैनेजमेंट के तहत किन चीजों की प्लानिंग हमें करनी चाहिए आइए जानते हैं। -

  1. कोई भी घर में बना रहे हैं तो उसमें जो भी बेसिक जरूरी चीजें है किचन, बाथरूम, ड्रॉइंग रूम, हॉल, बैडरूम बाहर घूमने के लिए लॉन स्विमिंग पूल, खेलने वाला एरिया यह सब जरूरी चीजें हैं तो इन्हें सबसे पहले प्लान किया जाता है।
  2. कोई भी प्रोजेक्ट अगर हम स्टार्ट कर रहे हैं तो वह ऐसी जगह होना चाहिए जहां पर कहीं भी आने-जाने के लिए आराम से ट्रांसपोर्ट की सुविधा उपलब्ध हो।
  3. हाई क्लास लोकेलिटी भी हो जिस तरह कि ग्राहक मिलेंगे। उस तरह का एरिया भी हम उन्हें दिखा सके हमारे पास ऐसी जगह होनी चाहिए।
  4. रियल एस्टेट में प्रोजेक्ट के लिए पूरी एक टीम होती है। आपकी टीम में पेपर के कानूनी दांव पेज को संभालने के लिए एक लीगल एडवाइजर और अलग-अलग डिपार्टमेंट से अलग-अलग लोग होने चाहिए। ताकि आप की प्रॉपर्टी सेलिंग में किसी भी प्रकार की रुकावट ना आए और कोई भी काम रूके ना।

4. फाइनेंशियल प्लैनिंग - 

रियल एस्टेट में ज़ब आप बिजनेस शुरू कर रहे हैं और अपने पैसे को इन्वेस्ट करना शुरू करते हैं‌‌। तो आप उसे किस तरह से और कहां पर इन्वेस्ट करें इसकी बखूबी प्लानिंग होनी चाहिए। इसलिए नीचे दिए गए निम्नलिखित दस्तावेज होने अनिवार्य है जिससे कि आप अपनी इच्छानुसार इन्वेस्टमेंट कर सके।

  1. Cash Flow Statement
  2. Income Statement
  3. Balance Sheet

आपका इन्वेस्टमेंट बिल्कुल सही जगह लगे इसके लिए यह तीनों स्टेटमेंट बहुत जरूरी है आप इनके द्वारा पैसे को सही जगह लगा सकते हैं‌‌। इसके अलावा कुछ पैसे मार्केटिंग के जरिए कुछ पैसे पेमेंट करने में और कुछ अन्य इन्वेस्टमेंट में खर्च होते हैं और इससे आप एक बेहतर बिजनेस रियल एस्टेट में शुरू कर सकते हैं।

5 - लीगल प्लान -

कोई भी बिजनेस शुरू करने से पहले उसके लीगल पेपर के लिए लेकर प्लान बनाना बहुत जरूरी होता है। कोई आप भरोसेमंद लॉयर जरूर रखे जो आपके सभी कानूनी दस्तावेजों की देखभाल कर सकें और उन्हें बखूबी बना सके। जो भी बिल्डिंग या अन्य जो भी प्रोजेक्ट कोई खरीदता या बेचता है तो उसमें सभी कानूनी दांवपेच को संभालने के लिए और कानूनी काम के लिए एक अच्छे वकील का होना बहुत जरूरी होता है। जो इस बिजनेस में लीगल परिपेक्ष में आपकी बहुत मदद कर सकेगा।

रियल एस्टेट बिजनेस में रजिस्ट्रेशन हेतु दस्तावेज -

अगर आप भी रियल एस्टेट बिजनेस को शुरू करना चाहते हैं और पर्सनली या फिर पार्टनरशिप में यह बिजनेस करना चाहते हैं तो भी आपको इस बिजनेस को रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा। अगर आप स्वयं इस बिजनेस को शुरू करते हैं तो आपको अथॉरिटी से रजिस्टर्ड कराना पड़ेगा। और अगर आप यह बिजनेस पार्टनरशिप में करना चाहते हैं तो पार्टनरशिप में बिजनेस का नाम और जिस कंपनी के अंतर्गत आप यह बिजनेस कर रहे हैं उसके साथ ही आपको रजिस्टर्ड कराना पड़ेगा। कोई भी लीगल बिजनेस बिना लीगल कार्रवाई पूरी किए बिना नहीं शुरू किया जा सकता है। 

इसलिए इसके लिए बिजनेस हेतु सभी जरूरी लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया होना अनिवार्य है। यह लाइसेंस आपको कानूनी तौर पर मार्केट में बिजनेस करने के लिए परमिशन देता है।

  1. आपने हमेशा सुना होगा किसी भी कंपनी के साथ प्राइवेट लिमिटेड लिखा रहता है तो प्राइवेट लिमिटेड के अंतर्गत अपने बिजनेस को रजिस्टर्ड करवाने का काम सबसे पहला काम है।
  2. अपनी टैक्स पेमेंट के लिए GST नंबर जरूर एलॉट कराएं।
  3. कोई भी बिजनेस आप करते हैं वह किस ने किसी एक्ट के अंतर्गत आता है। तो आप रियल एस्टेट का बिजनेस शुरू करने से पहले रियल एस्टेटएक्ट के अंतर्गत अपने बिजनेस को रजिस्टर्ड करवाएं और इसकी एक कॉपी अपने पास जरूर रखें।
  4. ध्यान दें कि लाइसेंस की अवधि 5 साल की ही होती है। इस अवधि के समाप्त होने के बाद आपको रिन्यूअल कराना पड़ता है।

रियल एस्टेट बिजनेस की मार्केटिंग कैसे करें-

दोस्तों किसी भी बिजनेस की ग्रोथ के लिए मार्केटिंग सबसे ज्यादा जरूरी होती है। यह बात तो हम सभी जानते हैं कि रियल एस्टेट बिजनेस एक मार्केटिंग आधारित बिजनेस है‌। इसलिए हम इस क्षेत्र कि मार्केटिंग हम दो तरह से कर सकते हैं एक तो विजिटिंग कार्ड के द्वारा और दूसरा विज्ञापन के द्वारा। दोस्तों अपने अक्सर देखा होगा कि बहुत सी रियल एस्टेट कंपनियां प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रानिक मीडिया की माध्यम से अपने और अपनी कंपनी के बारे में एडवर्टाइजमेंट करवाते रहते हैं। आप भी अपने रियल एस्टेट बिजनेस के विज्ञापन के लिए इस तरह कि सभी तरीके अपना सकते हैं। 

अब चाहे वह टीवी पर ऐड देना हो रेडियो एफएम पर ऐड देना हो या फिर न्यूज़ पेपर में विज्ञापन छपवाना हो‌ आप इनके जरिए अपनी कंपनी कि एडवर्टाइजमेंट करवा सकते हैं। हालांकि इसमें पैसे तो बहुत ज्यादा लगेंगे लेकिन कहते हैं ना जो दिखता है वही बिकता है। विज्ञापन बहुत जरूरी है। अपनी कुछ विशेष क्लाइंट के जरिए भी आप मार्केटिंग कर सकते हैं जिसमें कमर्शियल क्लाइंट, हाउस बायर, इनके बारे में जरूर पता करें और इन से डायरेक्ट मीटिंग करने के बारे में भी सोचे। आजकल बहुत सारे ऐसे ऐप है जिनके जरिए आप इसकी मार्केटिंग भी कर सकते हैं और बहुत सारे बिजनेस क्राइटेरिया के बारे में भी जान सकते हैं।

रियल एस्टेटबिजनेस शुरू करने से पहले ध्यान देने योग्य बातें -

दोस्तों अगर आप भी रियल एस्टेट बिजनेस शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको निम्नलिखित बातों को विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि रियल एस्टेटके बिजनेस का क्षेत्र बहुत विस्तृत है और यह एक बहुत बड़ा और फायदे वाला बिजनेस साबित हो सकता है। अगर आप निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें तो -

1- सफल योजना -

दोस्तों कोई भी बिजनेस शुरू करने से पहले अगर उसका बिजनेस प्लान बनाया जाए तो वह बिजनेस काफी अच्छे से एकजीक्यूट होता है। तो रियल एस्टेट में कदम रखने से पहले इसकी सफल योजना जरूर बनाएं क्योंकि बिना प्लानिंग के न तो आपका काम और नही आप किसी भी क्षेत्र में कभी आगे नहीं बढ़ सकते हैं। एक लिखित प्लानिंग करें और इसके लिए जो भी चीजों की जरूरत पड़े वह आप पहले से तैयार कर लें तभी आप इस क्षेत्र में अपना कदम रखें। अगर आप एक योजनाबद्ध तरीके से यह बिजनेस करेंगे तो आपको फायदा जरूर होगा।

2 - अच्छे कांटेक्ट बनाएं और बढ़ाएं -

जाहिर है जब लोग आप को जानेंगे तभी आप लोगों के और लोग आपके काम आ पाएंगे‌‌। सोशल एक्टिविटीज पर ध्यान दें लोगों से मिलना लोगों की चीजों में शामिल होना शुरू करें ताकि लोग आपको जाने और अच्छे - अच्छे लोगों से मिले। ताकि आपके कांटेक्ट लिस्ट अच्छी हो और अच्छे बिजनेसमैन लोग होंगे तभी आप की प्रॉपर्टी में लोग इंटरेस्ट लेंगे और आप इस क्षेत्र में अपने पांव जमा पाएंगे।

3 - बिजनेस रजिस्ट्रेशन जरूरी है। -

रियल एस्टेट का बिजनेस करने से पहले आप अपने बिजनेस का रजिस्ट्रेशन जरूर कराएं। इसके साथ ही जितने भी जरूरी कागजी कार्यवाही है उसको भी पूरा करें ताकि आपको आपके बिजनेस करने में किसी प्रकार की अड़चन सामने ना आए।

4 - क्लाइंट के बजट का रखें ध्यान -

इस बिजनेस में यह भी एक बहुत बड़ा फायदा होता है कि यह लोगों को उनके हिसाब से प्रॉपर्टी दिलाने में बहुत मदद करती है। इसलिए हमेशा लोगों को उनके बजट पसंद और लोकेशन के हिसाब से ही प्रॉपर्टी दिलाने की कोशिश करें।

5 - क्लाइंट हैंडल करना सीखें -

कोई भी बिजनेस तभी डिपेंड करता है और लंबा चलता है जब उनके अच्छे क्लाइंट हो। तो अपने क्लाइंट पर पूरा भरोसा रखें और उनसे जो भी चीजें बताएं जो भी प्रॉपर्टी दिखाएं उसकी सच्चाई जरूर बताएं। क्योंकि किसी प्रॉपर्टी में कोई दिक्कत होगी और आपके द्वारा उन्हें नहीं पता चलेगा और कहीं और से पता चल गया तो उनका भरोसा आप पर से उठ जाएगा। रियल एस्टेटके बिजनेस मे एक दूसरे का भरोसा जीतना सबसे ज्यादा जरूरी होता है।

6 - अपना कमीशन भी ज्यादा ना रखें -

अपना कमीशन रखते समय इस बात का विशेष ध्यान दें कि आप जो भी कमीशन रखे ग्राहक को बहुत ज्यादा ना लगे और वह कमीशन ग्राहक के हिसाब से हो क्योंकि सेम प्रॉपर्टी का दाम उसे कहीं बहुत ज्यादा लगा या कही कम लगा तो इससे भी उसका भरोसा उठेगा और मार्केट में आपकी गुडविल खराब होगी।

7 - सही जानकारी -

दोस्तों अगर आप अपने बिजनेस में अपनी नीति और नियत सही रखते हैं तो आपको बिजनेस में सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है। इसलिए आपको प्रॉपर्टी से संबंधित जितनी भी जरूरी जानकारियां हो उसे अपने क्लाइंट को जरूर बताएं। उसके बाद उन्हें निर्णय लेने दे कि वह या प्रॉपर्टी लेना चाहते हैं या फिर नहीं क्योंकि आपके क्लाइंट को पूरा हक है इस प्रापर्टी से संबंधित सभी सही तथ्यों को जानने का।

8 - सही गाइडेंस -

किसी दूसरे शहर में जाकर बसने वाले लोगों के लिए बहुत अच्छा गाइडेंस देता है और उन्हें अच्छी प्रॉपर्टी भी दिलाने में बहुत मदद करता है। इसलिए कभी भी अपने क्लाइंट को गुमराह ना करें और उन्हें उनके बजट और लोकेशन के हिसाब से सही जानकारी प्रदान करें।

9 - फर्निशिंग  और अन्य सुविधाएँ

वर्तमान समय में जिस तरह की कंस्ट्रक्शन पर जोर है उसे देखते हुए एक ही जगह पर सारी सुविधाएं प्रदान करने वाला रियल एस्टेट बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। हर कोई सोचता है कि उसे अपनी जरूरी आवश्यकताओं के लिए बहुत दूर न जाना पड़े जहां उसका घर हो उसके आसपास ही उसे सारी सुविधाएं मिल सके तो रियल एस्टेटयह सारी सुविधाएं देकर ही उसे एक प्रॉपर्टी दिलाने का काम कर रहा है।

रियल एस्टेट एजेंट क्या होता है-

जब बात रियल एस्टेट बिजनेस प्लान कि हो रही हो तो आपका रियल एस्टेट एजेंट के बारे में जानना तो बनता है। कोई भी प्रॉपर्टी बिकती है या उसे खरीदने और बेचने के बीच में जो व्यक्ति होता है जो इन सब चीजों में ग्राहकों की मदद करता है वह व्यक्ति रियल एस्टेट एजेंट कहलाता है। इस काम के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं होती है और यह काम कोई भी व्यक्ति कर सकता है। किसी भी प्रॉपर्टी की सेल के लिए या उसकी खरीद के लिए अगर किसी रियल एस्टेट एजेंट से बात की जाए तो समय का नुकसान नहीं होता और सही कस्टमर और सही पैसे पर प्रॉपर्टी बिक जाती है या खरीद ली जाती है। 

एक रियल एस्टेट एजेंट सर्टिफाइड होता है और मार्केट में लोग उसे जानते हैं‌। उस एरिया से संबंधित सभी प्रॉपर्टीज के बारे में उसे पता भी होता है और आजकल तो रियल एस्टेट एजेंट का डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स भी आ गया है जिसे करके लोग  इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं और बहुत तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।

रियल एस्टेट एजेंट कैसे बने -

दोस्तों जैसा कि हम आपको पहले भी बता चुके हैं कि आप पर एजेंट के तौर पर भी इस बिजनेस को शुरू कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि रियल एस्टेट एजेंट बनने के लिए क्या जरूरी बातों का ध्यान रखना होता है। -

1- मार्केट की समझ -

आपको अपने अंदर मार्केट की समझ को डेवलप करना बहुत जरूरी है क्योंकि जब तक आपके अंदर मार्केट का ज्ञान नहीं होगा तब तक आप किसी भी बिजनेस को करने में सफल नहीं हो पाएंगे। क्योंकि कोई भी बिजनेस मार्केट पर ही टिका होता है रियल एस्टेटमें भी मार्केट का बहुत ज्यादा महत्व है। इसलिए आपको क्षेत्र में मार्केट का ज्ञान और मार्केट में पकड़ होना बहुत ही ज्यादा जरूरी है। इस बिजनेस में कदम रखने से पहले मार्केट से संबंधित सभी पहलुओं को बहुत ध्यान से समझना चाहिए।

जब आपको मार्केट का ज्ञान होगा तभी लोगों की पसंद और नापसंद को समझ पाएंगे। आजकल समय के साथ साथ लोगों के कुछ और रहन-सहन में भी बहुत सारे परिवर्तन हुए हैं जिसका असर उनके घरों में भी साफतौर पर देखने को मिलता है।

2 - सेमिनार में पार्टिसिपेट करें -

रियल एस्टेट की सभी सेमिनार को कोशिश करें कि अटेंड करें जो गवर्नमेंट के द्वारा लगवाए जाते हैं उसमें भी आप अपना भाग जरूर दें। इससे लोग आपको जानेंगे आपके बिजनेस को जानेंगे तभी आपका बिजनेस आगे बढ़ेगा और आपको फायदा होगा।

3 - उचित मुनाफा रखें -

रियल एस्टेट बिजनेस में कदम रखने से पहले एक बात हमेशा याद रखें कि अपना घाटा कभी ना सहें। कोई भी प्रॉपर्टी सेल हो रही है तो उसमें अपना कमीशन जरूर निर्धारित करें पर हां यह ध्यान रखें कि आपका कमीशन बाकी लोगों से बहुत ज्यादा ना हो ताकि कस्टमर भटके ना।

4 - ग्राहक कि सहुलियत का रखें ध्यान -

दोस्तों कोई भी कस्टमर जो आपको मिलता है तो आप की सुविधा का पूरा ख्याल रखें। उसको जिस तरह का प्रोजेक्ट चाहिए उसमें जो जो सुविधाएं वह चाहता है ऐसे प्रोजेक्ट को ही आप उसे दें जिसमें वह सारी सुविधाएं उसे मिले और जो भी प्रॉपर्टी वह खरीद रहा है उसकी सारी सुविधाओं के बारे में उसको बताएं और भूलकर कोई भी चीज उससे छुपाए ना।

5 - प्रोजेक्ट मार्केटिंग -

अपने प्रोजेक्ट की मार्केटिंग ऐसे करें कि ग्राहक आकर्षित हो और वह खुद आपसे प्रोजेक्ट के बारे में बात करने के लिए आएं । अगर कस्टमर नहीं भी मिलते हैं तो आप की एडवर्टाइजमेंट करें और अगर कस्टमर आते हैं तो आप उन्हें प्रॉपर्टी को दिखाएं।

6 - कमिशन

प्रॉपर्टी फेल होने पर पूरी पैसे से अपना कमीशन निकालना सीखें। दोस्तों यह सभी चरण एक रियल एस्टेट एजेंट के हैं आपको इस फील्ड में कदम रखने से पहले यह सारे गुण सीखने होंगे। तभी आप इस क्षेत्र में सफल हो पाएंगे।

रियल एस्टेट एजेंट के तौर पर अपना काम शुरू करने के लिए क्या करें -

दोस्तों आपको प्रॉपर्टीज के बारे में अच्छी नॉलेज है  और अगर आप रियल एस्टेट एजेंट के रूप में अपना काम करना शुरू करना चाहते हैं। तो आप इस काम को बहुत ही बेहतरीन तरीके से कर सकते हैं। इस काम को शुरू करने से पहले आपको सबसे पहले रेरा में अपना पंजीकरण कराना पड़ेगा और इससे संबंधित जो भी लाइसेंस है जो भी पंजीकरण है वह कंप्लीट करना होगा। 

पंजीकरण के 1 हफ्ते के अंदर ही आपको पंजीकरण नंबर मिलेगा जिसके द्वारा आप अपना रियल एस्टेट एजेंट का काम शुरू कर सकते हैं। इसके साथ ही आपको ऐसे लोग जो अपने लिए प्रॉपर्टी लेना अथवा अपनी प्रॉपर्टी को बेचना चाहते हैं तो संपर्क करना होगा। तो आइए जानते हैं इस काम को शुरू करने के विभिन्न चरण के बारे में -

1- खुद की प्रॉपर्टी बेचने वाले लोगों की तलाश करें -

इस व्यापार को शुरू करने के लिए सबसे पहले हमें एक ऐसे एजेंट की तलाश करनी होगी जो खुद की हमारी प्रॉपर्टी को सेल करें या कोई ऐसी प्रॉपर्टी जिसे हमें सेल करना हो उसको सेल करने के लिए लोगों को खोजें।  किसी भी बिजनेस को शुरू करने में समय तो लगता ही है तो हमें इस बिजनेस में भी समय देना पड़ेगा क्योंकि जैसे जैसे समय के साथ लोग आपको जानने लगते हैं। वैसे वैसे मार्केट में आपकी गुडविल और पहचान बनने लगती है। 

जब भी आपको प्रॉपर्टी का खरीदार या कोई ऐसा कस्टमर मिल जाता है कि जो प्रॉपर्टी को बेचना चाहता है। उससे उसकी प्रॉपर्टी की पूरी जानकारी लेनी होगी इसके बाद ही आप उसके लिए कस्टमर ढूंढ सकते हैं।  कितने पैसे उसे तय करने हैं, किस तरह का ग्राहक चाहिए, प्रॉपर्टी का कौन सा हिस्सा बेचेगा, प्रॉपर्टी के सारे पेपर की जानकारी, प्रॉपर्टी में कौन कौन मालिक है, यह सभी जानकारी होने के बाद ही प्रॉपर्टी की सेल का काम शुरू करें।

2 - प्रॉपर्टी को खरीदने वाले लोगों की तलाश करें-

जिस तरह से इस व्यापार में प्रॉपर्टी बेचने वाले लोगों की आवश्यकता होती है ठीक इसी तरह आपको प्रॉपर्टी खरीदने वाले लोगों की भी तलाश करनी पड़ेगी। जो भी कस्टमर अपनी प्रॉपर्टी को बेचना चाहता है उससे उसकी प्रॉपर्टी कि संपूर्ण जानकारी लेने के बाद उस ग्राहक के लिए उसी तरह के खरीददार को ढूंढने की जिम्मेदारी भी बढ़ती है। 

कस्टमर से मिलने के बाद कस्टमर से प्रॉपर्टी के बारे में पूरी जानकारी लें कि वह किस तरह की प्रॉपर्टी चाहता है, कौन से एरिया में चाहता है, उसका बजट कितना है, उसके घर में कौन-कौन मालिक है, कितने लोगों के लिए चाहिए, यह सारी जानकारी होने के बाद ही अगर सबकुछ सही रहे तो हो उस प्रॉपर्टी को दिखाएं। 

प्रापर्टी को दिखाने के बाद अगर डील फाइनल हो जाए कि कस्टमर को वही प्रॉपर्टी खरीदनी है तो उसमें कुछ पैसा अपना कमीशन का ऐड करें और प्रॉपर्टी बीकने के बाद आप अपना कमीशन ले सकते हैं और जितने पैसे पर सेल निर्धारित हुई थी वह उसके मालिक को दे सकते हैं। इन सभी कार्यवाही के बीच में जितने भी कानूनी कागजात बनवाने और रजिस्टर करवाने से लेकर यह सभी खर्चा जो प्रॉपर्टी खरीदना है उसी का होता है और यह सभी आपको स्टेप बाय स्टेप अपने खुद के व्यक्तियों से करवाना पड़ेगा।

रियल एस्टेट के क्षेत्र में करियर -

दोस्तों अगर आप रियल एस्टेट एजेंट के रूप में काम करना चाहते हैं और आपको प्रॉपर्टीज के बारे में अच्छी नॉलेज है तो आप इस क्षेत्र में अपना एक सफल करियर बना सकते हैं। इस काम को करने के लिए कोई उम्र नहीं होती है ना ही कोई योग्यता निर्धारित की गई है हां इसमें निपुण होने के लिए आप इससे संबंधित डिग्री या सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं। आजकल मार्केट में रियल एस्टेट एजेंट की मांग बहुत तेजी से बढ़ रही है क्योंकि लोग अपना समय गंवाना नहीं चाहते बल्कि कम समय में अपनी प्रॉपर्टी को सेल करना और अच्छी प्रॉपर्टी को खरीदना चाहते हैं।

इसमें प्रॉफिट बहुत ही अच्छा है और करियर की संभावनाएं भी काफी है लेकिन समय और धैर्य दोनों ही बराबर लगता है। अगर आपने एक अच्छी प्रॉपर्टी डीलिंग कर ली तो आपकी हर महीने कम से कम 35 से 45 हजार तक की कमाई तो हो ही जाएगी। इन सबके अलावा कमर्शियल ब्रोकर, लोन अंडरराइटर, होम इंस्पेक्टर, मॉर्केट विशेषज्ञ, रियल एस्टेट अटॉर्नी, रियल एस्टेट अटॉर्नी, बिल्डिंग इंस्पेक्टर, एजेंट, मूल्यांकक और एनालिस्ट के पद पर भी कार्य कर सकते हैं। 

हालांकि इन सभी पदों के लिए शैक्षणिक योग्यता और पात्रता अलग-अलग निर्धारित की गई है। आप अपनी इच्छा अनुसार के क्षेत्र में जाने के लिए उस क्षेत्र से संबंधित विषयों के बारे में जानकारी अन्य माध्यमों से प्राप्त कर सकते हैं।

इंडिया का सबसे बेहतरीन रॉयल एस्टेट बिजनेस -

चलिए दोस्तो अब आखिर में हम आपको भारत कि उन टॉप 10 रियल एस्टेट बिजनेस के बारे में बताते हैं। जिन्होंने बहुत ही कम समय में सफलता की बुलंदियों को छू लिया और उसके साथ ही लोगों का भरोसा और दिल दोनों को जीता है। 

1 - DLF -

दोस्तों अगर रियल एस्टेट की बात करें और डीएलएफ का जिक्र ना हो यह तो नामुमकिन है। डीएलएफ भारत की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी है। आज तक कोई और कंपनी इसकी कंपटीशन में पहुंच तक नहीं आ पाई। कंपनी की स्थापना 1946 में केपी सिंह ने की थी और इसका हेड ऑफिस  दिल्ली में है। 90 के दशक से इस कंपनी ने अपने कारोबार में जोर पकड़ा है और आज इस कंपनी के द्वारा दिल्ली में लगभग 22 से भी ज्यादा कॉल कालोनी का निर्माण किया गया है। यदि इस कंपनी की टोटल टर्नओवर की बात की जाए तो इसका टोटल टर्नओवर लगभग 25 हजार करोड़ के आसपास है। रियल एस्टेट के साथ ही यह कंस्ट्रक्शन कंपनी में भी नंबर वन पर है।

2 - ओबेरॉय रीयल्टी ( Oberoi Realty) -

ओबरॉय रियलिटी रियल एस्टेट की कंपनी रियल एस्टेटके क्षेत्र में भारत कि इकलौती कंपनी है। जो कि मुंबई में स्थित है और ओबरॉय कंपनी के  संस्थापक के साथ ही इसके मैनेजिंग डायरेक्टर  भी इसके संस्थापक विकास ओबेरॉय है और इसकी स्थापना 1980 में हुई थी। 

यदि इसकी टोटल रेवेन्यू की बात करें तो 5647 इसका टोटल रिवेन्यू है जो डीएलएफ से थोड़ा कम है। इसके द्वारा रेजिडेंशियल फ्लैट बनाया जाता है होटल के साथ-साथ सामाजिक इंफ्रास्ट्रक्चर में भी इन्वेस्ट किया जाता है। इसलिए टॉप टेन की लिस्ट में नंबर दो पर आता है।

3 - Jaypee Infratech Ltd -

आप सभी ने जेपी सीमेंट का नाम तो जरूर सुना होगा जयप्रकाश गौड़ इसके फाउंडर है और यह भारत कि बहुत ही प्रसिद्ध सीमेंट कंपनी है। इनका करोड़ों की प्रॉपर्टी का बिजनेस है इनके द्वारा बनाए गए फ्लैट बहुत ही अच्छे होते हैं और बहुत अच्छी बजट में भी उपलब्ध होते हैं। 2007 में ही स्थापित की गई है कंपनी बहुत ही जल्दी एक अच्छा टर्नओवर खड़ा कर चुकी है। इस कंपनी का हेड क्वार्टर नोएडा में है।

4 - Godrej Group -

गोदरेज एक ऐसी कंपनी है जिसके बारे में लगभग हर लोग जानते होंगे। बहुत सारी अलग-अलग कमर्शियल गुड को बनाने वाली यह कंपनी जेपी सीमेंट की तरह ही कंपटीशन में खड़ी है। इसकी स्थापना सन् 1990 के दशक में आदि गोदरेज ने की थी। इस कंपनी का हेड ऑफिस मुंबई में विक्रोली के पास है। रियल एस्टेट के क्षेत्र में इस कंपनी ने अपना बिजनेस मुंबई से शुरू किया लेकिन कुछ ही समय में यह और भी राज्यों में तेजी से फैल गई। यदि कंपनी की टोटल टर्नओवर की बात की जाए तो लगभग 38 सौ करोड़ का टर्नओवर है।

5 - Prestige Estate -

दोस्तों यह भी एक भारतीय रियल एस्टेट कंपनी है और इस कंपनी के द्वारा शॉपिंग मॉल्स, गोल्फ कोर्स, रेजिडेंशियल फ्लैट और बहुत ही शानदार और अच्छे कमर्शियल कॉन्प्लेक्स भी बनाए गए हैं। बेंगलुरु में  इसकी स्थापना रजत सतार ने 1986 मे की थी। अगर वर्तमान समय में जिसकी मार्केट वैल्यू की बात की जाए तो इसका लगभग 44 सौ करोड़ का बिजनेस है। प्रेस्टीज रियल एस्टेटकंपनी ने अब तक बहुत अच्छा बिजनेस किया है। इसलिए कस्टमर सर्टिफिकेशन में यह कंपनी का रैंक बहुत अच्छा है।

6 - Sobha Developers -

हमारे देश में रियल एस्टेट कंपनी में शोभा डेवलपर्स का नाम काफी लोग जानते हैं और काफी अच्छे से इन्होंने बिजनेस किया है। इन्होंने बैकवर्ड के लिए काफी कुछ बनाया है और अगर आप बेंगलुरु में है और किसी फ्लैट में रहते हैं तो अधिकतर चांसेस है कि उस फ्लैट को शोभा डेवलपर्स ने बनाया होगा। क्योंकि बेंगलुरु की अधिकतर फ्लैट का निर्माण शोभा डेवलपर्स के द्वारा किया गया है। इस कंपनी की स्थापना PNC मैंनन बेंगलुरु में की है। यह विशेष रूप से बेंगलुरु बेस्ड कंपनी है और वहां के ही बहुत सारे प्रोजेक्ट में कार्यरत है। यदि मार्केट टर्नओवर की बात करें तो लगभग 32 सौ करोड़ का टर्नओवर है। इनके द्वारा टाउनशिप प्रोजेक्ट पर काम अधिक किया जाता है।

7- Omaxe Ltd -

रियल एस्टेट कंपनी का नाम लिया जाए तो इस क्षेत्र में ओमेक्स कंपनी ने भी अपना एक बहुत अच्छा स्थान बनाया है। इस कंपनी की स्थापना 1989 में ओ बिग बिल्डर प्राइवेट लिमिटेड के नाम से हुई थी। साल 2006 में यह प्राइवेट लिमिटेड कंपनी हो गई और उसका नाम ओमेक्स लिमिटेड हो गया। इस कंपनी का मुख्यालय जो है वह बेंगलुरु में स्थित है। इस कंपनी का कॉरपोरेट ऑफिस दिल्ली में है।

8 - Puravankara -

दक्षिण भारत में कंस्ट्रक्शन कि संबंधित सभी कार्य में लगी हुई है यह कंपनी पूर्वओमकारा रियल एस्टेटकंपनी है। इस कंपनी की स्थापना 1986 में मुंबई में की गई थी और कुछ सालों पहले ही इस कंपनी को मुंबई से बेंगलुरु शिफ्ट किया गया है। यदि इस की मार्केट वैल्यू की बात की जाए तो टोटल मार्केट वैल्यू 1755 करोड़ है। इस कंपनी ने बहुत सारे ऐसे फ्लैट का निर्माण किया है जो बेंगलुरु में और मुंबई में स्थित है। बहुत सारे ऐसे काम किए हैं जो बाकी कंपनियों के लिए मील का पत्थर साबित हो रही थी। इस कंपनी के द्वारा भी टाउनशिप और होम पर विशेष रूप से फोकस किया गया है।

9 - Parsvnath Developers Ltd -

पाश्र्वनाथ डेवलपर्स लिमिटेड नई दिल्ली के एनसीआर एरिया में अधिकतर फ्लैट का निर्माण इसी कंपनी के द्वारा किया गया है। प्रदीप कुमार जैन ने कंपनी की स्थापना सन् 2000 में की थी। बेसिकली यह कंपनी नई दिल्ली एनसीआर की है और उसी जगह की टोटल एरिया को कवर करती है। टोटल 12 सौ करोड रुपए का टर्नओवर लिए यह कंपनी दिल्ली एनसीआर में बहुत ही ज्यादा फेमस है। इस कंपनी के द्वारा कमर्शियल प्रॉपर्टीज बड़े बड़े मॉल बनाए और होटल भी बनाए जाते हैं। उसके साथ ही रहने के लिए फ्लैट का भी निर्माण कंपनी ने किया है।

10 - DB Realty -

दोस्तों रियल एस्टेट कंपनी के इस लिस्ट में अब आखिर में हम बात करने वाले है डीबी रियलिटी कंपनी के बारे में इस कंपनी के संस्थापक विनोद गोयंका और शाहिद बलवा है‌‌ जिन्होने सन 2007 में की थी। जेपी इंफ्रा स्ट्रक्चर की तरह यह भी बहुत ही अच्छी और नई कंपनी है और इसका भी हेड ऑफिस मुंबई में स्थित है। इस कंपनी का मार्केट वैल्यू लगभग 1400 करोड रुपए है। यह रेजिडेंशियल फ्लैट के साथ-साथ कमर्शियल प्लाट भी बनाती है। जो बेसिकली मुंबई के एरिया को कवर करती है और मुंबई में ही बेस्ड लोगों के लिए घर भी बनाये जाते है। इसके साथ ही इस क्षेत्र के अधिकतर लोग इस कंपनी के नाम को जानते हैं।

निष्कर्ष -

दोस्तों हम सभी ऐसे बिजनेस में अपने पैसे को इन्वेस्टमेंट में करना चाहते हैं जिससे हमें बहुत ही कम समय में अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो। इसलिए वर्तमान समय में अधिकांश लोग रियल एस्टेट बिजनेस में अपने पैसे को इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं। 

अगर आप भी यही सोच रखते हैं तो न सिर्फ इ क्षेत्र में प्राफिट बल्कि होने वाले लॉस और रिस्क को ध्यान में रखकर ही इस क्षेत्र में आगे बढ़े। तभी आप इस क्षेत्र में सफल हो पाएंगे। दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको रियल एस्टेट बिजनेस प्लान से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को प्रदान करने की कोशिश करने कि कोशिश कि है। उम्मीद है आपको हमारा आज का ये आर्टिकल बेहद पसंद आया होगा। ऐसे ही जानवर द पार्टिकल को पढ़ने हेतु जुड़े रहिए हमारे साथ धन्यवाद।

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FAQ

रियल एस्टेट में क्या काम होता है?

दोस्तों रियल एस्टेट क्षेत्र में जमीन के क्रय विक्रय से संबंधित सभी कार्य होते हैं।

रियल एस्टेट का काम कैसे करें?

रियल एस्टेट एक ऐसा क्षेत्र है। जहां पर आप बिना पूंजी के भी काम शुरू कर सकते हैं। इसके लिए बस आपको रियल एस्टेट कंपनी से संपर्क करना होगा।

रियल एस्टेट कंपनी क्या होती है?

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रियल एस्टेट कंपनी एक ऐसी कंपनी होती है। जिसमें जमीन खरीदने से लेकर उस पर कंसट्रक्शन करने से संबंधित बड़ी बड़ी डील्स को देखती है।

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